जब कोई दूसरा तकलीफ में होता है तो कर्मों की सज़ा!
जब खुद तकलीफ में तो प्रभु इच्छा!
|वह रे इंसान || #Bhakti
12 Love
Mahadev Son
ॐ नमो महाकाली रूपम,
शक्ति तु ज्योति स्वरूपम
शुम्भ निशुम्भ को मारा,
रक्तबीज को संहारा
दुष्टों को संहारने वाली,
भक्तों के दुःख हरने वाली,
सन्त गुणी जन सब पूजते, #Bhakti
12 Love
Mahadev Son
जीवन की परिभाषा
चार लक्ष्यों को प्राप्त करना
धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष
धर्म - सदाचार, उचित, नैतिक जीवन
काम - चारों लक्ष्यों को पूर्ण करना है
अर्थ - भौतिक समृद्धि, आय सुरक्षा,
जीवन के साधन #Bhakti
13 Love
Mahadev Son
मनोरंजन के लिए न सौदा कर इन संस्कारों का
भटकर दर बदर मिटा रहा क्यूँ पूर्वजों की धरोहर
जायेगा जब ऊपर तब क्या ज्वाब व हाल होगा
दूसरे देश जाता जब आया कहाँ से पूछा जाता
जब यहाँ कुंडली बनी तेरी फिर वहाँ न बनी होगी
वहम तेरा सोच ज़रा नकल तो कहीं से हुईं होगी #Bhakti
11 Love
Mahadev Son
झुका दो सिर जहाँ तहाँ इसका अर्थ यह नहीं की
हाजिरी लग गई या मुराद पूरी हो जायेगी
दर कहते उसको जिस दर पे झुक जाये सिर खुद ब खुद तेरा आशीर्वाद भी वहाँ अपने आप मिल जाता #Bhakti
12 Love
Mahadev Son
गर बिछड़ जाये लाल उसका
क्षण भर के लिये माँ कमली कमली
ढूंढ़दी फिरदी यहाँ तहाँ इस जग में
पर लगता मैंनु मनालो त्वांनु जिन्ना वी
तैनु फर्क नी पैंदा लगता मैंनु पथरों के विच
बै बै के दिल भी तेरा पत्थरा दा हो गया
#Bhakti
13 Love
Mahadev Son
ये चंचल मन ले चल तू आज मुझे
उस बस्ती में जहाँ जगदम्बे माँ का डेरा है
आज दिल बेताब मेरा मिलने को तड़पता है
बस ले चल तू ये चंचल मन जहाँ मेरी माँ का
डेरा वैसे तो रोज भटकाता है आज मेरा भी
ज़ी करता तुझे भटकाने को बस अब ले चल
सपनों में सही बस तू ले चल अब
उस बस्ती में जहाँ माँ का डेरा है #Bhakti
तेरी शान निराली है माँ मन का
अँधिआरा दूर कर रोशन करो माँ
छुड़ा के सब मोह माया के बंधन,
चरणों के पास अपने बुलाओ माँ
खाली झोली बनके सवाली आया माँ
कष्ट हरती सबके फिर बारी देरी क्यों
पूत कपूत तो सुने माता न होती कुमाता
बस सिवा न तेरे कोई न इस जहाँ में माँ
श्रद्धा के फूल लाया चरणों से लगाओ माँ
विगड़ी बनादो पत रखियो सदा मेरी माँ #Bhakti
13 Love
Mahadev Son
या देवी सर्वभूतेषु माँ रूपेण संस्थिता। या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि रूपेण संस्थिता
नव वर्ष व नव रात्रि की हर्दिक शुभकामनायें #wishes