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pyareji6845
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Pyare ji

 मैं जानता हूँ कि मैं कुछ भी नहीं जानता।”

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Pyare ji

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Pyare ji

White जब कामयाबी शोर मचाती है,
 तब ताने रंग बदलकर तारीफ हो जाते हैं।

©Pyare ji #love_shayari  Writer  Ashutosh Mishra  Ana pandey  Sircastic Saurabh  R Ojha

#love_shayari Writer Ashutosh Mishra Ana pandey Sircastic Saurabh R Ojha

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Pyare ji

Unsplash मैने लोगों को अपना समझा और प्यार किया मगर लोगो ने खैर छोड़ो.....
काश न्यूटन का तीसरा नियम प्यार पर भी लागू होता......... काश..

©Pyare ji #Book  Priya singh  "सीमा"अमन सिंह  Ana pandey  mahi singh  Writer

#Book Priya singh "सीमा"अमन सिंह Ana pandey mahi singh Writer

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Pyare ji

Unsplash  उसका हाथ मेरे हाथ में होने मात्र से मेरी दुनिया पूरी हो जाती थी

©Pyare ji #lovelife  Richa Chaubey  Ana pandey  Ashutosh Mishra  Aj stories  mahi singh

#lovelife Richa Chaubey Ana pandey Ashutosh Mishra Aj stories mahi singh

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Pyare ji

green-leaves जिनको ईश्वर महसूस हुए हैं उनके लिए ईश्वर का अस्तित्व है जिनको नहीं महसूस हुए उनके लिए ईश्वर नहीं है। दरअसल में हम ईश्वर को इसलिए देखना चाहते है ताकि उनको भी हम इंसानों के समकक्ष ल खड़ा करें उनमें भी कमियां निकालें नास्तिक यही प्रयास में कब से लगे हुए हैं।

©Pyare ji #GreenLeaves  Writer  mahi singh  Prashant Shakun "कातिब"  pramodini Mohapatra  Ashutosh Mishra

#GreenLeaves Writer mahi singh Prashant Shakun "कातिब" pramodini Mohapatra Ashutosh Mishra

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Pyare ji

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Pyare ji

White सुनो न,
मैं ढूंढता रहता हूं बहाने, तुम्हारे साथ रहने को।
बहाने भी ऐसे, जैसे बच्चे मां के सामने बनाते हैं,
और मां झट से पकड़ लेती है।
तुम भी तो मां की तरह हो,
वैसे ही डांट लगाती हो,
और मां के बाद तुमने ही तो
सबसे ज्यादा खयाल रखा मेरा।
ये कहने में मुझे डर लगता है,
कि लोगों को ये न लगे
कि मैं मां की तुलना तुमसे कर रहा हूं।
लेकिन, लोगों का छोड़ाे—
उनका तो काम ही है कहना।
हम यहां सिर्फ अपनी बात करेंगे,
क्योंकि हमें पता है,
तुमने अपना सर्वस्व मुझ पर लुटा दिया,
जैसे पेड़ लुटा देते हैं छांव
उस पथिक पर,
जो उनके पास आकर बैठता है।
बस, मैं चाहता हूं
वो पथिक बन जाना
जो अब चाहता है
एक लंबा विश्राम।
जो थक चुका है
जिंदगी की रेस में भागते-भागते।
इसीलिए,
मैं ढूंढता रहता हूं तुम्हें,
तुम्हारे साथ, तुम्हारे पास रहने को।
तुम्हारे पास रहकर ही
चैन मिलता है मुझे।
मेरे लिए सुकून की पराकाष्ठा हो तुम।

©Pyare ji #Sad_Status  Writer  katha(कथा)  Ana pandey  R Ojha  Ashutosh Mishra

#Sad_Status Writer katha(कथा) Ana pandey R Ojha Ashutosh Mishra

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Pyare ji

green-leaves मैं  तुम्हारे साथ रहने को कई बहाने ढूंढता हूं बहाने भी ऐसे जैसे बच्चे बहाना बनाता हो मां के सामने और मां झट से पकड़ लेती है,तुम भी तो बिल्कुल मां जैसी ही हो मां के बाद तुम्ही तो हो जो मां की तरह खयाल रखती  हो लेकिन ये कहने में भी डर लग रहा मुझे की कहीं लोग ये न कहने लगे की मैं मां से तुम्हारी तुलना कर रहा हूं लेकिन लोगो का तो काम है कहना कहने दो उन्हे ,मैं जानता हूं ना तुम अपना सर्वस्व मुझ पर लूटा दी हो जैसे किसान लूटा देते हैं अपने फसलों पर ।तुम साथ रहती हो न  तो मैं बेवजह भी खुश रहता हूं और नही रहती तो वजह होने पर भी चेहरे पर उदासी टिकी रहती है इसलिए मैं ढूंढते रहता हूं बहाने तुम्हारे साथ रहने को ।

©Pyare ji
  #GreenLeaves  Writer  अdiति  katha(कथा)  R Ojha  Ana pandey

#GreenLeaves Writer अdiति katha(कथा) R Ojha Ana pandey

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Pyare ji

Unsplash हौसला जीने का न जाने कहां से लाता हूं,
 कई बार तो मौत से जिंदगी चुरा ले आता हूं

©Pyare ji #snow  Writer  Ana pandey  Ashutosh Mishra  R Ojha  Sircastic Saurabh

#snow Writer Ana pandey Ashutosh Mishra R Ojha Sircastic Saurabh #SAD

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Pyare ji

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सब कुछ तबाह होने से पहले जो थोड़ी सी हिम्मत बची होती है,
वो बची हिम्मत जब सब कुछ बचा लेती है तो
ईश्वर वहीं कहीं उन्हीं हिम्मत में और हिम्मत देकर हमे मजबूत बना रहे होते।

©Pyare ji #SunSet  Writer  Prashant Shakun "कातिब"  Priya singh  अdiति  R Ojha

#SunSet Writer Prashant Shakun "कातिब" Priya singh अdiति R Ojha

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