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pradeepojha6877
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pradeep ojha

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pradeep ojha

#हिंदी_दिवस 
हिंदी हमारी मातृ-भाषा ऐसे हीं नहीं बनी है।
************
हमारे भारत में "सोशल_मीडिया" पर कई प्रकार की "अंग्रेजी" प्रजाति की वनस्पतियाँ पाई जाती हैं..
जैसे-
TQ, Tnx, GM, OMG..
भाई मेरे इतना टाइम बचा कर कौन सा अंतरिक्ष पर जाने वाले हो..?
इतनी जल्दी तो "शुलभ-शौचालय" के बाहर खड़े आदमी को भी नही होता!

अब इसी में कुछ डॉक्टर साहब भी होते हैं..
जो हर पोस्ट पर..NICE पोस्ट NICE फोटो भी लिख देते हैं.?

अरे,डॉक्टर साहब, ई NICE देते-देते "किडनी" फेल करवाईयेगा का..?

(इसमें बैंक वालों का कोई दोष नहीं-वो तो पहले से हीं बोर्ड टांग के रखते हैं..
"सभी कार्य हिंदी में हीं करें".?)

अब इसके बाद वाले जो होते हैं.. वो होते हैं, "जॉर्ज बुश" की अंग्रेजी वाले..जो सीधे "cute" लिखते हैं..
उन्हें "प्यारा" लिखने नही आता।

ऐसे लोगों को मैंने कितना समझाया, की देख भाई, 
जैसे-Tute "टूटे" होता है.. वैसे हीं Cute "कुते" भी हो सकता है..
अतः कभी भी ये ना लिखें की..
Tum Bahut CUTE Lag rahe ho..

भारत मे इसका SIDE इफ़ेक्ट हो सकता है..!

क्योंकि..तुम cute का अच्छा वाला मतलब खोजते रह जाओगे..और वो तुम्हें कुते-बिल्ली बना कर निकल जाएगा..

अब इसके बाद वाला जो "ट्रेंडी युवा" हैं,
इन्हें किसी युवती को संबोधित करना होता है तो ये भी oxford डिक्शनरी का हीं सहारा लेकर बोलते हैं.. 
Hi BABY..
हमलोग तो BABY मतलब "बच्चा" हीं पढ़े हैं..

पता नहीं ऐसे युवाओं को एक युवती को बच्चा बनाकर क्या मिलता है..?

अब हम थोड़ा हिंदीभाषी लोगों पर प्रकाश डालते हैं..

शोले फिल्म का गब्बर, सांभा से पूछे...
कितने "आमदी" थे..?

तो सांभा झट समझ जाता है..
सरदार, दो "आदमी" थे..!

ऐसी है हमारी हिंदी..
तुम कितना हीं गलत बोलो..आपके बोलने के तरीके से
समझने वाला सही हीं समझता है।

आप किसी ग्रामीण महिला से हिंदी में बात करके देखना।
कितना आनंददायक होता है उनकी हिंदी समझना।

"हिंदी अपनाओ-संस्कृति बचाओ..खुद भी बोलो दूसरों को भी सिखाओ"

हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
*प्रदीपकुमार ओझा*✍️ हिंदी दिवस

हिंदी दिवस #हिंदी_दिवस

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pradeep ojha

आज के समय में अगर "पंडित" चंद्रशेखर आजाद जी होते..तो कुछ लोग कहते..
पंडित जी,
अपने नाम के आगे से "पंडित" हटाकर "हिंदू" लगा लो क्योंकि,पंडित हिंदू नही होते!
"पंडित या ब्राह्मण" होना अच्छी बात नही है।

परंतु,
जिन्होंने देश के लिए जान गंवाया फांसी पर झूले उन्हें "पंडितों" से कोई आपत्ति नही रही।

लेकिन आजाद भारत मे जो "मलाई" चाट रहे हैं,उन्हें "पंडितों" से दिक्कत हो रही है।

अरे भाई, तुम अपनी जाति का बड़े-बड़े बोर्ड लगाओ, कोई दिक्कत नही.?
तुम खुले मंच से चिल्लाओ..मैं फलां जाति का हूँ, ढिमका जाति का हूँ, हमें कोई परेशानी नही रही।

उस वक्त तो तुमने कभी नही कहा कि मैं किसी जाति का नही सिर्फ हिंदू हूँ।

हम अपने नाम के आगे "ब्राह्मण" क्या लगा लिए..तुम्हें "बवासीर" उपट गया.?

"ब्राह्मण प्रदीप ओझा"✍️

7 Love

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pradeep ojha

"दोस्त" भी तीन टाइप के होते हैं।

आप यदि "कटोरा" लेकर किसी चौराहे पर भी बैठ जाओ..तो ये यही कहेंगे..

पहला :- बस अब यही काम बचा था.?
:
दूसरा :- Good Job👍
:
तीसरा :- अरे तेरी तो जॉब लग गई..
चल उठ BSDK पार्टी कर..सुबह से कमा रहा है।
😂😂😂😂😂😂
ये जो तीसरा वाला है न..यही 
"जिगर का असली टुकड़ा" होता है।😘🤗

लव यू यारों..
 लव यू यारों😘

लव यू यारों😘

6 Love

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pradeep ojha

बिहार के युवाओं..
आज जिन पार्टियों के झंडे अपनी तसरीफ में डालकर उनका जयकारा लगा रहे हो ना..

याद रखना..
आज उन्हीं नेताओं के सैकड़ों गाड़ियों के काफिले..घूम रहे हैं।

एक भी विधायक-सांसद-नेता अपनी गाड़ियों में लॉकडाउन के समय किसी गरीब को उसके घर तक नही पहुंचाये थे।

लोग भूखे-प्यासे..नंगे पैर..पैदल चलकर अपने घरों को आये थे।

और आज यही नेता पानी की तरह पैसा बहाकर गरीबों के मसीहा बन रहे हैं।

सोंच-समझकर वोट करना।

                          "प्रदीप"

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pradeep ojha

बिहार जाए भाड़ में।
पार्टियां "दुष्प्रचार" के लिए हमसे 
"सांठ-गांठ" कर सकती हैं।
"स्वतंत्र IT सेल"

हमारी IT सेल की खासियत।

जैसे- बिहार में कभी जंगलराज था ही नही।जंगलराज का झूठ फैला कर बिहार को बदनाम किया गया।
अगर जंगलराज होता,तो पिछले चुनाव में 
"नेता" जी,"जंगलराज" को गले लगाते क्या.?

हाँ पर एक बात थी।
उठाने वाले घर से उठाकर "जंगल" में ही लेकर चले जाते थे,
और "फिरौती" माँगते थे।

आज उसका रूप बदल गया है। 
अब ये काम ऑफिस की टेबुल के नीचे से होता है।
और नाम दिया जाता है,
फाइल बढ़ाना है।

                                "प्रदीप"

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pradeep ojha

बिहार जाए भाड़ में।
पार्टियां "दुष्प्रचार" के लिए हमसे 
"सांठ-गांठ" कर सकती हैं।
"स्वतंत्र IT सेल"

हमारी IT सेल की खासियत।

जैसे- बिहार में कभी जंगलराज था ही नही।जंगलराज का झूठ फैला कर बिहार को बदनाम किया गया।
अगर जंगलराज होता,तो पिछले चुनाव में 
"नेता" जी,"जंगलराज" को गले लगाते क्या.?

हाँ पर एक बात थी।
उठाने वाले घर से उठाकर "जंगल" में ही लेकर चले जाते थे,
और "फिरौती" माँगते थे।

आज उसका रूप बदल गया है। 
अब ये काम ऑफिस की टेबुल के नीचे से होता है।
और नाम दिया जाता है,
फाइल बढ़ाना है।

                                "प्रदीप"

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pradeep ojha

20 लाख करोड़।

मेरा सवाल।
क्या भारत की नीतियां 20 लाख करोड़ के दम पर भारत को आत्मनिर्भर बना सकती है.?

जहाँ विगत 60 वर्षों मे हमारे दिमाग में यह भरा गया हो की दूध-दही-घी-मक्खन खाने की जगह..
 "बॉर्नविटा" पीने से शक्ति आती है.?

                               "प्रदीप" #Success

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pradeep ojha

जब तुम अपने "परमाणु बम" से "कोरोना" को नहीं मार सकते..

तो काहे का "महाशक्ति".?

तुम उससे सिर्फ "तबाही" ला सकते हो।
जीवन तो एक छोटी "गोली" हीं बचाएगी। कोरोना युद्ध

कोरोना युद्ध

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pradeep ojha

है राम की धरती यह..
है यह राम का देश.! 
नहीं छोड़कर जाना चाहते,
वो भी अपने देश.!


"आज अमेरिका द्वारा स्पेशल विमान से भी 
अमेरिकी अपने देश को नहीं जाना चाहते..
वो कह रहे हैं भारत ज्यादा सेफ है"

यह भारत के लिए गर्व की बात है!
जय हिंद-जय भारत.!
"प्रदीप" जय भारत

जय भारत

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pradeep ojha

"लॉकडाउन"
जैसे-जैसे दिन आगे निकल रहा है..
साजिशों का दौर भी साथ-साथ आगे चल रहा है।
जिसके कारण हमारी पुलीस, स्वास्थ्यकर्मी, स्वयंसेवक, सीमा प्रहरियों की मुश्किलें भी बढ़ रही हैं।

कोरोना से हमें और देश को बचाने वाले ये इन वीरों को मजबूरी वश हीं हम पर लाठियां चलानी पड़ती हैं।

जो दिन-रात एक कर खुद को खतरे में डालकर हमें सुरक्षित करने में लगे हों..वो तो हमारे दुश्मन नहीं.?

आखिर उन्हें डंडे चलाने की जरूरत क्यों पड़ती है.?
ये हमारी कमी है।
हम बेवजह उनके निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।

ऐसे में हमारा नैतिक कर्तव्य है की हम भी उनका सहयोग करें।
अपने आस-पास की गतिविधियों की उन्हें सूचना दें।
एक जिम्मेवार नागरिक की भूमिका निभाएं।
इनके द्वारा दिये गए निर्देशों का पालन करें।

अगर आपके घर के बाहर से ये गुजर रहे हों तो दूर से हीं "जयहिंद" कहकर इनका हौसला बढ़ाएं..
इन्हें विश्वास दिलाएं की हम आपके साथ हैं।
और आपके निर्देशों का पालन कर रहे हैं।
तभी हम इस युद्ध को जीत पाएंगे।
जयहिंद!
"प्रदीप" जयहिंद

जयहिंद

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