Nojoto: Largest Storytelling Platform
szubairkhankhan1866
  • 452Stories
  • 420Followers
  • 5.4KLove
    15.8KViews

SZUBAIR KHAN KHAN

POET ,POETRY GAZAL, QAWWALI, STORY, NOVEL WRITER,

  • Popular
  • Latest
  • Video
4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

2122 1212 22/112
तू  है  मन्नत  तु  जानता   क्या  है
ये   मुहब्बत  हुई   पता   क्या  है

काश  इक बार तू हो जाता फिर
जान  जाता  तु  भी वफ़ा क्या है

बात क्या है जो कह नहीं सकता
जानता   मैं   नहीं  हुआ  क्या  है

हाथ   तेरे   है    फ़ैसला     मेरा
बा - वफ़ा हूँ  मैं  देखता क्या है

कोई  मेरा  नहीं  जहाँ   कहता
देखले  तू  भी माजरा क्या  है

इश्क़  करके  "ज़ुबैर"  है तन्हा
दिलरुबा से कहो सज़ा क्या है

लेखक - ज़ुबैर खान......✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN Mannat

15 Love

4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

Mirza Ghalib quotes 2122 1212 22/112
Roya Tu Bhi Hume Daga Deke
Bewafa Toh Humi Thy Phele Se

लेखक - ज़ुबैर खान.......✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN bewafa

12 Love

4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

2122 1212 22/112
थी न कुछ भी ख़ता मेरे दिल की
तोड़के    दिल    हमे   जताया  है

लेखक - ज़ुबैर खान......✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN दिल

14 Love

4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

2122 1212 22/112
थी न कुछ भी ख़ता मेरे दिल की
तोड़के   दिल   हमे   जताया  है

लेखक - ज़ुबैर खान.........✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN Diil

11 Love

4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

2122 1212 22/112
सिलसिला इश्क़  का  यहां  होगा
खुदसे  ज़्यादा  किसे  पता  होगा

गुल मुहब्बत का ख़िल रहा  मेरा
यार  मुझसे  न  ये ‌‌ बयां ‌‌‌‌‌ ‌होगा

कल उसे देखा था यकी़   जानो
आज   जुल्फ़ें  बना  रहा  होगा

नाम आशिक़  रखा  गया  मेरा
हाल  देखो  बहुत   बुरा   होगा

इश्क़ हम करते हैं तुम्हें क्या है
आपको  ये  नज़र  कहाँ होगा 

चाहे तू क्या "जुबैर" से ए-दिल
जो तेरा  है  वही   मेरा  होगा

लेखक - ज़ुबैर खान........✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN सिलसिला

सिलसिला #शायरी

11 Love

4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

2122 1212 22/112
जो  क़भी  पूछते   नही थे   वो
हाल पर रोने  आज  आ  निकले

लेखक - ज़ुबैर खान...........✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN Haal

13 Love

4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

2122 1212 22/112
हौसला  दे  खुदा  जुदाई  का
ये   है  ताना  हमें  खुदाई का

टूटते फूल शाखों  से अब तो
कहना जो कर रहे  बुराई का

इश्क़  का  हाल एसा भी होगा
चार  कागज़   पड़ा छपाई का

ये नहीं हो सके तो फिर क्या है
फैसला  हो  गया  वफ़ाई   का

डूब   जाने   अगर दिया  होता
सौदा  होता न  मुँह छुपाई का

दर्द  तुमने "ज़ुबैर" क्या   देखे
देखा बस फ़ैसला  तबाई  का

लेखक - ज़ुबैर खान........✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN हौसला

हौसला #कविता

15 Love

4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

122 122 122 12
 दुआएं  लगे मां   की  एसे  तुझे
 छुपाती   रहे   हर  बला से तुझे

 क़दम भर चले तू जहाँ पे कहीं
 रुकी  सांसें अटकी  बतायें तुझे

 वो ममता की मूरत है तेरे लिए
 इबादत  वो जन्नत  है  तेरे लिए
 छुपाती  है आंचल मैं कैसे तुझे

लेखक - ज़ुबैर खान......✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN Mother

14 Love

4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

122 122 122 12
तेरा साया जब से   हुआ   है  हमें
मुझे   जिंदगी   के   नज़ारे   मिले

रहा  तू वफ़ा कर चला  तू   कहाँ 
चले आओ तसवीर तक़दीर   से
दुआ दे दो  बाबा  वही   दूर   से
दुआ दे दो  बाबा  वही   दूर   से

कभी भूलके   आते  जाते  नहीं
ख़ता  हो  गई  क्या बुलाते नहीं
लगा है  सुना  पन  यही जिंदगी
चुपाके ये चेहरा  कहाँ  तुम  गये


लेखक - ज़ुबैर खान......✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN Grand father

Grand father #कविता

9 Love

4786815f17c6ed88928fb83d4e0722be

SZUBAIR KHAN KHAN

2122 1212 22/112
कोई  मंजिल   हमें  नहीं    मिलती
जानता  मैं  नहीं  है   क्या   ग़लती

की  है  कोशिश  फुज़ूल  ना  कोई
लगता  इसमें  खुदा  की   है  मर्ज़ी

फूल  दरगाह    पर      चढ़ाए    हैं
हुक़्म  से रब  के  वो   गई    अर्ज़ी

वो फ़क़ीरो  को  शाह  ही   रखता 
आलम-ए-क़ुद्स  जाने  हैं  क़ुदसी

फिर  बलाए  "ज़ुबैर" पर   क्यों  है
आते  जाते  हुए    लगे    ख़टकी

लेखक - ज़ुबैर खान.....✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN Manzil

13 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile