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anilkumar8714
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Anil Kumar

मैं कोई शायर नही हूं यारों । जो दिल कहता है उसे लिख देता हूँ ।

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Anil Kumar

तोड़ दो उस रिश्ते को जो अपनी ग़लतियो को छुपा लेते हैं ,
और दूसरों में  जबरदस्ती गलतियां ढूंढने की कोशिश करते हैं। 
उनसे बस इतना कह दो की पहले अपने गिरेबान में झांक के देखें 
फिर पता चलेगा कि गलती किसकी थी और 
गलत कौन था । गलती .०●

गलती .०●

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Anil Kumar

बहुत मतलबी है ये 
दुनिया 
मतलब पड़े तो बाबू-भैया
और मतलब निकल जाए तो  कौन है तू 
और 
क्या किया है मेरे लिये तू । मतलबी दुनिया .०●

मतलबी दुनिया .०●

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Anil Kumar

ग़लती तुम्हारी हो 
या 
ग़लती हमारी हो 
पर 
जो रिश्ता टूटा 
वो 
तो हमारा था । रिश्ता .०●

रिश्ता .०●

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Anil Kumar

आग लगा दो ऐसे रिश्तों को 
जो
एक तरफ की बातें सुन के 
फैसला करते हैं। 
इससे तो अच्छा ना वो रिश्ता रहे 
और ना ही
 ऐसे रिश्तेदार । तोड़ दो ऐसे रिश्ते .०●

तोड़ दो ऐसे रिश्ते .०●

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Anil Kumar

आज तोड़ दिया मैंने वो हर रिश्ता नाता, जिसको संभाला था वर्षों से मैंने। 
एक डायन ने मेरे परिवार मे नफ़रत के बीज क्या बोए ।
आज अपनों ने ही लगा दिया इल्ज़ाम मुझपे। इल्ज़ाम .०●

इल्ज़ाम .०●

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Anil Kumar

होती है शाम जब,
पंछी भी घर लौट जाते हैं ।
इरादें हो मजबूत जब,
चट्टानें भी तोड़ जाते हैं। इरादें .०●

इरादें .०●

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Anil Kumar

तू रहती थी मेरे साथ जब ,
वो लम्हा ही कुछ और था ।
होती थी सुबह से शाम जब,
तू रहती थी मेरे साथ तब । लम्हा .०●

लम्हा .०●

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Anil Kumar

भगवान बचाए तीनों से,
डॉक्टर, पुलिस
और
हसीनों से ।
 भगवान बचाए.०●

भगवान बचाए.०●

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Anil Kumar

मै अकेला और तू भी अकेला
तो 
तू क्यों रोता है अकेला,
मत रो ऐ दोस्त 
वो होगी आज महफ़िल में भी अगर,
कल रोयेगी वो महफ़िल में भी होकर। महफ़िल .०●

महफ़िल .०●

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Anil Kumar

ये कुदरत भी इम्तिहान ले रही है गरीबी का
जो एक वक़्त की रोटी के लिए 
दिन रात मेहनत करता था। 
आज वो बाढ़ और कोरोना की वजह से 
बहुत लाचार और बेबस हो गया है।
रहम करो भगवान
इंसान हैं हम, कोई मशीन नही 
जो दर्द और तकलीफ़ न समझें। रहम करो भगवान.०●

रहम करो भगवान.०●

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