Nojoto: Largest Storytelling Platform
shailendraanand4389
  • 613Stories
  • 358Followers
  • 8.4KLove
    33.9KViews

Shailendra Anand

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

रचना दिनांक 6 फरवरी 2025,
वार  गुरुवार
समय सुबह दस बजे
्््भावचित्र ्
््निज विचार ्
शब्द कलश प्राणतत्व पंचतत्व विधान सूरज्ञान दैवीय शक्ति पूंज है,
 शहर में मानसिक सम्प्रेषण अधिक गहरे होते जा रहे हैं ।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में बढता हुआ वायु प्रदूषित वातावरण में 
जल में प्रवाहित कैमिकल युक्त हो रहा,
 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का सकल प्रयास भी निष्फल हो रहा है।
आकाशीय पिंडों में गैसीय अवस्था विभिन्न विशैली गैसों का
 खतरनाक प्रदूषण जन जीवन में बिमारी से,
आम आदमी का जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है।।
ठीक जनसंख्या वृद्धि का बढ़ता दायरा और सीमित सीमाओं से,
 सनसाधन से स्वच्छ और साफ हवा पानी और हरे भरे लहलहाते खेतों में काम करने वाले किसानों और मजदूरों में एक अच्छा इंसान को राह दिखाने ,
वाले इस पैगाम में एक जीवंत हो प्यारा हिंदुस्तान हमारा जान से जहान है।। 
प्राण वायु में सजग प्रहरी तैनात हैं आत्मसंयम और जीवन सफल हो सके,,
 उतना ही सुन्दर छबि मनोमय प्यारी सी कविता रचना ग़ज़ल नज़्म अल्फाज़ नगीना लिखने वाले अच्छे ख्यालात अच्छे विचार वक्ताओं में आम जनजीवन में सकारात्मक परिवर्तन शील
समाज सभ्यता लाये ऐसा क़ांन्त्रिकारी कदम उठाए सदैव तत्पर प्रगतिशील लेखक ,
कवि ,गजलकार मानवीय सरोकार सृजन में मानसिक रूप से 
जीवन व्यतीत करते हुए जीवन सफल बनाएं।।
हम दिलों से पूजा करने वाले अच्छी शिक्षा दीक्षा
संस्कार परिवार से ताल्लुक रखने वाले अच्छे लगते है,,
यही सही समय पर गुरुणा करुणा मंत्रणा सिद्ध हो प्यारा हिंदुस्तान हमारा है।
्््कवि शैलेंद्र आनंद ््।
6 फरवरी 2025
6  फरवरी। 20 वाले अच्छे ख्यालात अच्छे विचार वक्ताओं में आम जनजीवहमारा है।
्््कवि शैलेंद्र आनंद ््।
6  फरवरी। 2025,,

©Shailendra Anand  मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस Extraterrestrial life मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स
कवि शैलेंद्र आनंद

मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस Extraterrestrial life मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स कवि शैलेंद्र आनंद

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

White रचना दिनांक,,5,, फरवरी 2025
वार बुधवार
समय सुबह।ै्््
भावचित्र ्
निज विचार ्
सद्कर्म वो करें जो करे,
सो काज संवारे जीवन प्रभु जी।1।
बिन वो माटी लफ्ज गुण गावत नृत्य करत ,,
भैरों चौरासी कोसी परिक्रमा को राह दिखाने वाले।2
। सातम तिथि नवरात्र ध्वनि न्यास कालका ऊं नमो कालिकायै नमः।3।
माघी नवरात्र पर जिंदगी में एक जीवंत प्रयास करें जनसेवा ही मानव सेवा है।4।
््तेरी तलाश तेरे ख्यालों में खोया हुआ आनंद मस्ती में अज़ीज़ हूं,,
 मां चामुण्डा देवीभ्यौ निरोगी काया माया से मोहित होकर अपने मकसद सम्बोधन विचार सच है। 6।
जो मानवता को परखना चाहते हैं,,
 तो दुनिया सुनती हैं आनेवाली पीढ़ी को राह दिखाने वाले इस देश में अवाम में खुशहाली आती रहे,7।
 पल अनमोल वचन क्षण पल में पहचान बनाने वाले आत्ममंथन करना चाहिए,,
जो कर्म भूमि पर जातक कर्म अपनी मातृभूमि पर सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीद हो।8।
 यह भरत से भारत प्रजातांत्रिक देश में बदल रहे,, परिवर्तन शील समाज सभ्यता संस्कृति में समकालीन परिदृश्य में नजर रखे मां शक्ति प्रदान करें।9।
             ‌््कवि शैलेंद्र आनंद ्
5फरवरी 2025

©Shailendra Anand #Sad_Status  मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर Extraterrestrial life success मोटिवेशनल कोट्स
कवि शैलेंद्र आनंद

#Sad_Status मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर Extraterrestrial life success मोटिवेशनल कोट्स कवि शैलेंद्र आनंद

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

रचना दिनांक ्4,, फरवरी,,2025,
वार मंगलवार,
समय,,शाम आठ बजे
््भावचित्र ््
््निज विचार ्
्शीर्षक ्
बंसत महोत्सव में रीतुपरिवर्तन का आगाज है,,
 जो धरती पर साकार लोक में भ़मण करने वाले,
 अच्छे ख्यालात रहे यह सुखद अहसास आत्मप्रेम 
आत्मसात करने वाले, अच्छे आत्ममंथन करना ही जिंदगी है ्।।
जो अच्छे लगते है कथन सच्चाई, यह दोस्ती निश्चल भाव से,
गुप्त नवरात्रि माघमासे शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि कात्यायनी देवी पुज्यन्ते ।।
दैवीय शक्ति दिव्यता कोटीश्यं प्रमाणितं आत्मप्रेम ब़म्ह कर्ममंत्र ,,
यंत्र देवत्व कलाओं से परिपूर्ण तंत्रसिद्ध तंत्रसाधना अर्चना करिष्यामि कर देख रहा है ।।
आनंद भोग अन्नपूरणेश्वरी देवीभ्यो नमः,,
 पेट में गैस कब्ज दूर रोगनाशक कवच मंत्र शक्ति पूंज आत्मिक शक्ति है।।
निरोगी जीवन में कुछ लगन से काया माया मोह ््मद से जलरंहा है,,
पूर्ण योग साधना तपस्या से प्रसन्न जिन्दादेव भव मां शब्द पिता में ईश प्राप्ति होती है।।
्््कवि््शैलेन्द़ आनंद ््
4 फरवरी 2025,,

©Shailendra Anand  मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स
कवि शैलेंद्र आनंद

मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स कवि शैलेंद्र आनंद

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

White रचना दिनाक 3  फरवरी 2025
वार सोमवार
समय सुबह दस बजे
भावचित्र ््
्निज विचार ्

लिखे दिखे तो समझ लीजिए
 विष नही तो अमृत है जल जीवन है,
जो धरती पर साकार लोक ईश्वर है 
और यह सुखद अहसास हो प्यारा,
 साकी से,चाहूं मयखाना में वो शवाब ,
रुह से रुह में  वह खो गई ।
तस्वीर प्यार की चंद ग़ज़लें नज़्में ख्वाब बन गई,
 ये दिल आयना नज़रिया बदल नहीं सकता,
 अरमान जगाती हैं वो  जो सपने की नींद सुलाती है। 
हकीकत में ऐसा कुछ नहीं देखा जो जीना चाहते हैं ।
और उनका कामनो दर्शन मनो दर्पण प्रेम शब्द से जन्मा है
जीवन सफ़ल परीक्षण की उड़ानें भरते नजर आएंगी,
हर युवा शक्ति को परखना चाहते हैं।।
यह एक इन्सान का मकसद है,
 ईमान धर्म कर्म की शिला है,
जीयो और जीने दो का उदघोष जीवन का सार है।
््तेरी तलाश में रहता हूं मेरी स्वरचित रचनाएं हैं,
दिल से दिल को जोड़ने वाली अग्नि परीक्षा प्रेम श्रद्धा का पुजारी हूं।
आनंद में मस्त रहो मस्ती छाई जमाने में क्या रखा है।
्कवि शैलेंद्र आनंद ्
3 फरवरी  202

©Shailendra Anand #Thinking  success मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी Extraterrestrial life मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स
 ्कवि शैलेंद्र आनंद ्

#Thinking success मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी Extraterrestrial life मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स ्कवि शैलेंद्र आनंद ्

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

रचना दिनांक,  2   फरवरी 2025
वार रविवार
समय दोपहर बारह बजे,
्भावचित्र ्
    ् निज विचार ्
     ्शीर्षक ्
   ््एक घट में लूफ्त है प्राण वायु में छुपी हुई्
,           एक पिता और पुत्री की आत्मकथा ्
्््््
सच कहूं तो ईमान लिखूं,
प्रेम शब्द से जन्मा विचार
 सच में बहुत सुंदर है।1।
एक पिता और पुत्री को समझना ,
पढ़ना किसी किरदार से कम नहीं है।2।
जो जिंदगी कर्म भूमि पर अप्रत्यक्ष रूप से,
जीवन खफ़ा देता है।3।
बदले में उफ़ भी नहीं करता है,
क्योंकि धड़कनों में गुंथी हुई ,
घटनाओं से एक पिता की सम्पत्ति ,
अपनी पूत्री होती है,।4।
जो उसकी विवशता का,
नहीं सम्मान का स्मृति चिन्ह होता है।5।
अपनी सोच का दर्शन ही,
एक सिक्के के दो पहलू होते हैं।6।
जो कर्म की धरातल परिवार में,
 मध्य नवसंस्कृति से,
एक जुझारू कन्या पूंज्यन्ति ,,
भगवती गंगा गौरी सकल जगत में।7।
संघर्ष से लड़ती रहती वो वीरांगना
शस्त्र शास्त्र ज्ञान कलम दवात है।8।
 स्याही नहीं यह लफ्ज़ निकले,
नयन सजल ढलके अक्स चेहरे पर,।9।
 सेआयना नज़रिया घुमता आयना,
 मजमा बन जाता है जिंदगी में।10।
ना मालूम है वो ईश कृपा से,
 खुली पुस्तक हैं जीवन में मेरी।11।
आनंद सफर में आकर सब में निहित,,
निष्ठा मानव जीवन में टुटता बिखरता ,।12।
अपनी मिट्टी अपना जीवन यापन ,
तंगदिल मिजाज से अपनी रूह में ,,
अपनो से ही अपनो में समा गया।13।
        ् कवि शैलेंद्र आनंद ्

©Shailendra Anand  मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स Extraterrestrial life
कवि शैलेंद्र आनंद

मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स Extraterrestrial life कवि शैलेंद्र आनंद

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

रचना दिनांक ्1  फरवरी 2025
वार शनिवार
समय सुबह पांच बजे ्
्भावचित्र ्
्निज विचार ्
्शीर्षक ्
्शहीद दिवस 
    भारत माता पूजन हैं ््
खता है कि वतन पर,
 वो मर मिटा वो शख्स ,
 जो जीता है वो वतन के लिये 
और वो मरता है वतन के लिये ।1।
लेकिन इन्सान को इन्सान समझते हुए,,
 यह तहज़ीब अमल में लाई 
यही सबब था ,।2।
कभी देश के महानायक 
शहीदों के लहू इस सरजमीं पर,,
आजाद भारत में शहीद दिवस 
तीस जनवरी पर ,हे राम स्मरण करते हुए ,।3।
 जीवन खपा दिया इस वतन पर,, 
लिया कुछ नहीं दिया सब कुछ।।4।
मगर खुद ख्याल में 
ैॅ्ॅमै कुछ नहीं मां भारती का लाल हूं,,
और लाल,पाल,बाल के सपनों का भारत प्रजातांत्रिक देश है।5।
 जहां चाह है वहां राह दिखाने वाले, देश भक्त को शहीद दिवस गांधीजी को स्मरण दिवस ,,
पर राष्ट्राभिनंदन करते हैं।6।
सत्य अहिंसा और,
 अशोक चक्र में,,
 सत्य मेव जयते में ही मेरा भारत महान है।7। 
यही सब कुछ मेरे 
भारत की आन बान शान है,,
जो राजघाट पर जिंदगी में हेराम  का जीवंत अमिट अन्तिम छाप छोड़ी है।8।
जो आज कर्म भूमि पर मर्म समझ कागज नहीं वह शिलालेख है ,,
वह गौडसे जैसे विचार पर एक नापाक हरकत की वो लफ्जो एक चिंगारी है।9।
समझ सका है यह अनोखा खिलौना देशवासी शिक्षित बने,, और अपने विचार रखे ताकि हम अनुसरण करें जनसेवा ही मानव सेवा धर्म कर्म हमारा देश धर्म और संविधान में न्याय पाओ मर्यादा पुरुषोत्तम हे राम ही 
सच्चा ज्ञानदर्शन मार्गदर्शन करने वाला है।10।
       ्कवि शैलेंद्र आनंद ्

©Shailendra Anand  मोटिवेशनल कोट्स ऑफ़ द डे मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस Extraterrestrial life
कवि शैलेंद्र आनंद

मोटिवेशनल कोट्स ऑफ़ द डे मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस Extraterrestrial life कवि शैलेंद्र आनंद

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

रचना दिनांक 31जनवरी 2025
वार शुक्रवार
समय सुबह दस बजे
्भावचित्र ्
्निज विचार ्
््शीर्षक ््
्््माघ मास शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि गुप्त नवरात्रि रुप,,
 मां ब़म्हचारिणी दैवीय शक्ति नमोस्तुते ््
््जीव दया और करुणा मंत्रणा सिद्ध हो प्यारा सा 
जीवन फूलों सा कली में मानव धर्म ही जिंदगी है ््
कंद मूल फल प्राणतत्व पंचतत्व में सूरनाद है,, 
मन की सुन्दरता से अपनी रूह में 
जो जलसरिता के शरीर तरंग  में ,
मेघ बरसते इस पुण्य धरा पर क़ंदन करते।
 बिजली कड़कती मानो किसी अनहोनी का अंदेशा लगता है
अनावृष्टि से मेघ बरसते बादलों से घिरा हुआ,
 धुंध में ध्वनि से धुन मधुर लय  राग में तौडी सूर में 
आरोह अवरोह में बन्दिश सुनाते अपनी लय में
ताल त्रिताल में तबला वादन से सांज सांजिन्दे  बजा रहे
  हम सरस्वती आराधना करने वाले हैं ्
्कवि शैलेंद्र आनंद ्
31 जनवरी 2025,,

©Shailendra Anand  भक्ति संगीत Extraterrestrial life Kalki
कवि शैलेंद्र आनंद

भक्ति संगीत Extraterrestrial life Kalki कवि शैलेंद्र आनंद

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

रचना दिनांक 30 जनवरी दोहजार पच्चीस
वार गुरुवार
समय पांच बजे
्भावचित्र ्
निज विचार ्
 छाया चित्र में कला और की सद सम,,
 ईश्वरीय शक्ति से, ही भव्य आकाशीय पिंड की ,,
अनेकानेक अमृत बरसाती पूर्णमासी गहराईयों 
और अमावस्या की रात काली घनघोर अंधेरा में आंखों में,
 सामान्य मनुष्य मनुज देह में विलीन नींद का छा जाना ही , 
जिंदगी की मानसिक रूप से अर्ध चेतना ऊंघना ,,
इत्यादि क़िया क़ियात्मक तथ्यों पर निष्ठा से सजाया गया है ।।
धंरती से अपनी दिशा लेकर अग्रसर हो जाते,,
नभमण्डल से औषधीय गुणों से,
 युक्त पादप प्रजातियां प्रजनन क्षमता जन मन जन सो मोहि
 पावा मोहि जानि शरण जन दशरथ श्रापित हुए,
 श्रवण कुमार वध अर्ध चैतन्य हुए दशरथ श्रापित बने ,,
श्रवण कुमार पूत्र वृध्दमातृपितृ के श्राप से,
 कर्म भूमि पर कारण बने रामवनवास जगत में
एक मर्यादा पुरुषोत्तम नरलीला कर जनमानस में
एक सजग और सचेत कर्तव्यपूर्ण आदर्श आधार बने।।
यही सही और सटीक कल्पना ही छाया चित्र में दिखाया गया,
 जलवा जनजीवन जनजाति और नर, मुनि श्रृषि, संन्यासी, 
वानप्रस्थी,योगी, वानर कपि भजै सदा ही जय जयमानव कल्याण ही 
जिंदगी में एक जीवंत प्रयास करें जनसेवा ही मानव सेवा है।। 
्््कवि शैलेंद्र आनंद ्
30जनवरी 2025

©Shailendra Anand  प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स success मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स
कवि शैलेंद्र आनंद

प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स success मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स कवि शैलेंद्र आनंद

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

White रघना दिनांक 29 जनवरी दो हजार पच्चीस
वार बुधवार
समय, सुबह पांच बजे
््््शीर्षक ््
्््गांव की और खेतों की हरियाली से आच्छादित कर रहे बढ़ते हुए,,
जीवन में किसानों के खैतो के बीच झरने,
और ताल तलैया तालाब नदियां से पहाड़ियों पर स्थित,
 बरसात का पानी अपने खुद जलस्त्रोत बनाते हुए।।
 झील और बावड़ियों से खेतों में अच्छी उपज और 
फलदार वृक्ष उगाएं काजू बादाम,
 और नींबू और शहद किशमिश से अपनी रूह मे खो कर दिया है ,,
और अपने कर्म का लेखा जोखा प्रस्तुत कर लिखी गई है।।
 प्रेम शब्द की कर्मकीगीता प्रत्येक जीवजगत का संसार सचं है ,,
जीवन का स्वरूप प्रत्येक व्यक्ति का आयना नज़रिया,
 सहज महज़ एक कर्म की गीता है।।यह महज संयोग नहीं है,,
व्यक्तित्व चिरित्र से कर्म मर्म समझ गई हरक्षण हरपल तैयार रही है ।।
 प्रेम शब्द की रामानुज से अपनी रूह मे खो गई,
परिणीती अपने व्यक्तित्व रामायण है।।
हरित फलित जो भी मानव जन गण मंगल दायक हो,
जो कर्म भूमि वर्चस्व पर लिखा गया है प्यारा हिंदुस्तान हमारा है।।
माना कि हर नागरिक की त्याग तपस्या खुद से खूद में खोकर सपनो में कहती हैं,,
 त्वरित निर्णय की शब्दावली में निष्कर्ष नियन्त्रण की रामायण है 
हरक्षण हरपल अग्नि परीक्षा देते प्रेम शब्द आहूति से,,
 स्वहोम करता अपने विचार कर्म की गीता से कर्म भूमि पर कागज़ कलम दवात से लिखकर 
चित्र मानव जीवन, ज्ञान दर्शन कर देख रहा हूं मैं जिंदगी का स्वरूप माना गया,,
 ईश्वर प्रदत्त विषय कर्म से भाग्य विधाता सर्वग्य भाव में निश्चल सत्य अदृश्य शक्ति दिव्यता की खोज में आंखें डुब गई।।
 मेरे जीवन की ओर समझ में आया है जो धरती पर साकार लोक में भ़मण करते हुए,,
 जीवन का चरित्र चित्रण जो कर पाया है वहीं असल जिंदगी में कारण विचार सच की मूल भावना से,
 मन को परखना तन रगड़ते रहने वाले इस पैगाम में खोकर,
 सपनो की ओर से गीता और रामायण में एक स्वर पुकार नाद प्रेम शब्द ही जिंदगी की गीता है।। 
््कवि शैलेंद्र आनंद ्
29 जनवरी  दोहजार पच्चीस,,

©Shailendra Anand #sad_quotes  मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स मोटिवेशनल कोट्स 
 Extraterrestrial life
कवि शैलेंद्र आनंद

#sad_quotes मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स मोटिवेशनल कोट्स Extraterrestrial life कवि शैलेंद्र आनंद

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

White रचना दिनांक,,28जनवरी। 2025
वार मंगलवार
सुबह  पांच बजे
्भावचित्र ्
््निज विचार ्
्शीर्षक ्
्््मुसाफिर हूं यारों में इस जीवन का जिन्दगी का आयना नज़रिया
 सब कुछ ,समय का खैला जणममरण का खैला है्््
ना सुबा ना शाम का पता है ना इस घड़ी विलक्षण प्रतिभा का अंदेशा है,,
जब तुम हो जो भी हो लगता है मेरे हो ना हो बस इतना है,,
कोई मेरा अपना इस जहान में खुद बखूद इस जगत का खुदा है।।
तेरे मेरे बीच में कोई इबादत और प्रेयर का मसला नहीं है,,
ये दिल का मामला है जो चाहे हम दोनों का दिली याराना है।।
यै दोस्ती निश्चल भाव से पुजा अर्चना का ढोंग ढकोसला नहीं है,,
हक और ईमान का वास्ता लेकर आये दिन,
 हममें रोज झगड़ा फसाद चलता रहता है।।
हम देखते नहीं है कि समय घड़ी पल क्षण घटी अंक्षाक्ष क्या है,,
दोनों का आपसी समझ प्रेम और बिछोह प्यार में आंखें निरन्तर,,
 अबोध बालक सी बात बात पर जिंदगी से जुड़ी 
और मुमकिन हो ना हो तो भी इन्सानी हक हो या फिर रुहानी रुह से,,
जस्बात वैचारिकी मंथन चिन्तन मनन करते हैं हम भाषाई आधार पर नहीं ।।
मसला है कि तू है तो देख आम हजरात में दीन दुनिया में दुखियों में यतीम बेसहारा लोगों में,,
अपाहिज तूने बनाये तेरे सजदे की कमी पेशी से छूट अता फरमाते हुए सकून फरमाते हुए।।
उनके हालात पर यकीनन रहम की गुजारिश करता हूं।।
तू मेरा है मैं तेरा हूं ना मैं तेरा कलमा पढ़ता है ना तेरी इबादत करता हूं ।।
ना ही तेरी सजदा में मूर्ति करता हूं ना कभी दहलीज पर जिंदगी में चिराग लगता हूं,,,
मैं तो दुनिया में कलम दवात कागज पर लिखकर चित्र विचित्र बात यह है।।
 यै दोस्ती निश्चल भाव से पुजा करने वाली अग्नि परीक्षा प्रेम श्रद्धा प्यार समर्पण है,,
माना कि तुम मेरे लिए कैंडल मार्च से शुरू हुई चर्च में प्रेयर से ओह माय गॉड पार्टिकल
 थ्योरी यानी कि ओह माई गॉड ऑफ में मेरी स्वरचित प्रेयर में शक्ति में वृद्धि हो
जो इन्सान कर्म में विश्वास में एक तेरा इशु से अपनी रूह मे खो कर प्यार करने वाले अहसास हो,
 प्यारा सा जीवन यै तेरे ख्यालों में खोया हुआ आनंद मस्ती छाई हुई ,,
शैलेंद्र आनंद की ओर से जन्मा विचार सच है।।
्कवि शैलेंद्र आनंद ्
28जनवरी2025,,

©Shailendra Anand #love_shayari  मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स Extraterrestrial life मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस
कवि शैलेंद्र आनंद

#love_shayari मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स Extraterrestrial life मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस कवि शैलेंद्र आनंद

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile