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ashutoshmishra8689
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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

दलदल में नया मकान बनाऊं कैसे 

मैं तुम्हे छोड़ आगे बढ़ जाऊ कैसे 

शायद रहा होगा आसान तुम्हारे लिए 

बरसात मे नया आसरा ढूंढना 

मगर मेरा मसला ये है की 

आँसूओ की बारिश मे तुम्हारी यादों को जलाऊ कैसे,

©Ashutosh Mishra(निर्वाण) दलदल में नया मकान बनाऊं कैसे 

मैं तुम्हे छोड़ आगे बढ़ जाऊ कैसे 

शायद रहा होगा आसान तुम्हारे लिए 

बरसात मे नया आसरा ढूंढना

दलदल में नया मकान बनाऊं कैसे मैं तुम्हे छोड़ आगे बढ़ जाऊ कैसे शायद रहा होगा आसान तुम्हारे लिए बरसात मे नया आसरा ढूंढना #Love #Joker

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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

हमने तुम्हे कुछ बताया था अपना समझकर

 हमे कहां मालूम था तुम पंचायत शुरू कर दोगे 


अगर तुम्हे साथ नही देना था तो नही देते 

हमे कहां मालूम था तुम हमे गिराने की कवायत शुरू कर दोगे.

©Ashutosh Mishra(निर्वाण) हमने तुम्हे कुछ बताया था अपना समझकर

 हमे कहां मालूम था तुम पंचायत शुरू कर दोगे 


अगर तुम्हे साथ नही देना था तो नही देते 

हमे कहां मालूम था तुम हमे गिराने की कवायत शुरू कर दोगे.

हमने तुम्हे कुछ बताया था अपना समझकर हमे कहां मालूम था तुम पंचायत शुरू कर दोगे अगर तुम्हे साथ नही देना था तो नही देते हमे कहां मालूम था तुम हमे गिराने की कवायत शुरू कर दोगे. #Poetry #Sea

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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

जब इंसान खुद पर आ जाए तो पहाड़ भी पिघलने लगते है

मगर एक कड़वा सच ये भी है

जब आप अपनो से भी ऊपर उठ जाओ 

तो अपने भी जलने लगते है..

©Ashutosh Mishra(निर्वाण) जब इंसान खुद पर आ जाए तो पहाड़ भी पिघलने लगते है
मगर एक कड़वा सच ये भी जब आप अपनो से भी ऊपर उठ जाओ 
तो अपने भी जलने लगते है

#RIPSidhuMoosewala

जब इंसान खुद पर आ जाए तो पहाड़ भी पिघलने लगते है मगर एक कड़वा सच ये भी जब आप अपनो से भी ऊपर उठ जाओ तो अपने भी जलने लगते है #RIPSidhuMoosewala #Society

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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

नया लिखकर पुराना हमेशा फाड़ देता हूं 

बस कुछ इस तरह जीवन को हमेशा नया उपहार देता हूं

मै उलझ ना जाऊं कही रिश्तों के गहरे भंवर में 

बस घर से निकलने से पहले हमेशा नजर अपनी उतार देता हूं..

©Ashutosh Mishra(निर्वाण) नया लिखकर पुराना हमेशा फाड़ देता हूं 
बस कुछ इस तरह जीवन को हमेशा नया उपहार देता है
मै उलझ ना जाऊं कही रिश्तों के गहरे भंवर में 
बस घर से निकलने से पहले हमेशा नजर अपनी उतार देता हूं..
#Thoughts

नया लिखकर पुराना हमेशा फाड़ देता हूं बस कुछ इस तरह जीवन को हमेशा नया उपहार देता है मै उलझ ना जाऊं कही रिश्तों के गहरे भंवर में बस घर से निकलने से पहले हमेशा नजर अपनी उतार देता हूं.. Thoughts #Shayari

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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

अगर हो मौका पास मेरे
 
बस मुझे तुम्हारा होना है 

 मेरा पसंदीदा तकिया भींग चुका है

 पूरी तरह आसुओं से 

 मुझे बस एक बार तुम्हे गले लगाकर रोना है ....

©Ashutosh Mishra(निर्वाण) अगर हो मौका पास मेरे
 
बस मुझे तुम्हारा होना है 

 मेरा पसंदीदा तकिया भींग चुका है

 पूरी तरह आसुओं से

अगर हो मौका पास मेरे बस मुझे तुम्हारा होना है मेरा पसंदीदा तकिया भींग चुका है पूरी तरह आसुओं से #Poetry #leaf

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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

जितना दुखो से विरह से मेरा सामना होता रहेगा 

दुनिया को बेहतर और बेहतर मेरा जानना होता रहेगा

©Ashutosh Mishra(निर्वाण) जितना दुखो से विरह से मेरा सामना होता रहेगा 

दुनिया को बेहतर और बेहतर मेरा जानना होता रहेगा

#standout

जितना दुखो से विरह से मेरा सामना होता रहेगा दुनिया को बेहतर और बेहतर मेरा जानना होता रहेगा #standout #Poetry

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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

#Love #sheistheone
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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

घर कबका छूट गया

लोग परदेशी हमे अब कहते है 

क्यों गांव की गलियों ढूंढते हो हमे

आजकल हम शहर की थडियो पर रहते है..

©Ashutosh Mishra(निर्वाण) घर कबका छूट गया
लोग परदेशी हमे अब कहते है 
क्यों गांव की गलियों ढूंढते हो हमे
आजकल हम शहर की थडियो पर रहते है #Moon #Salesman #farfromhome #lifesucks

घर कबका छूट गया लोग परदेशी हमे अब कहते है क्यों गांव की गलियों ढूंढते हो हमे आजकल हम शहर की थडियो पर रहते है #Moon #Salesman #farfromhome #lifesucks

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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

सफर रेगिस्तान का हरियाली तक आ पहुंचा है 

जो था गुमनाम कभी अब घर आ पहुंचा है 

यादें जज्बात ख्याल सभी एक साथ इकट्ठा हो चुके 

चलिए अब वक्त हो चला जाम का ख्याल गले तक आ पहुंचा है..

©Ashutosh Mishra(निर्वाण) सफर रेगिस्तान का हरियाली तक आ पहुंचा है 
जो था गुमनाम कभी अब घर आ पहुंचा है 
यादें जज्बात ख्याल सभी एक साथ इकट्ठा हो चुके 
चलिए अब वक्त हो चला जाम का ख्याल गले तक आ पहुंचा है

#ReachingTop

सफर रेगिस्तान का हरियाली तक आ पहुंचा है जो था गुमनाम कभी अब घर आ पहुंचा है यादें जज्बात ख्याल सभी एक साथ इकट्ठा हो चुके चलिए अब वक्त हो चला जाम का ख्याल गले तक आ पहुंचा है #ReachingTop

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Ashutosh Mishra(निर्वाण)

#krishna_flute #Ma #Ma #happymothersday
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