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rakhisinha1608
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Rakhi Anamika

लिखती हूँ अंजाम इश्क़ का, यह दर्द की नुमाइश नहीं है। आप न गुजरे इस मंजर से, बस मेरी ख्वाहिश यही है।

https://www.youtube.com/@rakhianamika7501

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Rakhi Anamika

White हम कह दें तो मजा क्या प्यार का... 
मजा तो तब है जब तुम मेरी खामोशी को सुन लो..

©Rakhi Anamika #love_shayari
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Rakhi Anamika

शहर की हवा में है, 
एक अधूरी सी उम्मीद.. 

हकीकत है गाँव में, 
करती ख्वाबों को ताकीद..

©Rakhi Anamika #sach
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Rakhi Anamika

White तुमने चाहा तो बहुत हमे, 
मगर मोहब्बत की अहमियत इतनी सी रही.. 
हमे तन्हा छोड़ गये, 
वरना हम भी होते तुम्हारे पास वहीं..

©Rakhi Anamika #Sad_Status
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Rakhi Anamika

White जिन्दा हूँ तभी तो शिकायत है, 
जिन्दगी खत्म हुयी तो, 
खत्म हो जायेगा यह सिलसिला भी...

©Rakhi Anamika #Thinking
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Rakhi Anamika

White अंधेरे में छोड़ देते हैं लोग साथ यहाँ, 
रोशनी की नहीं करता कोई बात यहाँ..

©Rakhi Anamika #sad_quotes
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Rakhi Anamika

White जिनका लक्ष्य था सागर, 
वे रूक गये प्राप्त कर गागर।
हश्र प्रेम का था उन्हें ज्ञात, 
परन्तु बढ़ते रहे निःस्वार्थ।
पीड़ा ही बनना था प्रिय श्रृंगार, 
तो हर्ष क्यों मिला था अपार?
क्यों क्षण भर का हुआ लोभ, 
क्यों दृष्टि का वार हुआ अमोघ? 
बाधित हुयी प्रत्येक इच्छा, 
अंतहीन रह गयी प्रतिक्षा.....

©Rakhi Anamika #love_shayari
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Rakhi Anamika

White मध्यम रात्रि, मध्यम रजनीकर.. 
मध्यम तरंग लिये सरोवर.. 
मध्यम गति हृदय की.. 
ढूंढती प्रियवर..

©Rakhi Anamika #good_night
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Rakhi Anamika

गुड़ में जैसे मिलता तिल, 
वैसे तुम्हे देख खिलता दिल, 
हवा में जैसे उड़ती पतंग, 
तुम्हे देख जगती तरंग...

©Rakhi Anamika #makarsankranti
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Rakhi Anamika

Black यह दृश्य.. अहा कितना मनोरम! 
पृथ्वी एवं नभ का अद्भुत संगम.. 

तुम निकट हो रहे प्रतित,
हृदय क्यों न हो विचलित?

©Rakhi Anamika #Thinking
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Rakhi Anamika

Unsplash इन पुस्तकों में कहाँ तक सिमटेंगी, 
भावनायें असीमित.. 
शब्दों में आबद्ध नहीं हो सकती, 
हृदय की हार-जीत..

©Rakhi Anamika #library
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