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ruchisharma9838
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Ruchi Sharma

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Ruchi Sharma

होली की हार्दिक शुभकामनाएं ।।

रंगों की बहार, पिचकारी की फुहार,
गुझियों की मिठास, आया होली का त्यौहार ।।

टेसू के फूल, होली का उद्धण्ड,
उड़े रंग अबीर गुलाल, आया होली का त्यौहार ।।

होलिका पूजन, बुराईयों का अन्त,
सच्चे भक्त प्रहलाद, आया होली का त्यौहार ।।

भुला राग द्वेष, भुला पुरानी बात,
मिल लो गले कि, आया होली का त्यौहार ।।

© रुचि शर्मा
17-Mar-2022 #happyholi #festivalofclours
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Ruchi Sharma

#गुलाबी सर्दी ।।

#गुलाबी सर्दी ।। #Poetry

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Ruchi Sharma

#RajasthanDiwas Happy Birthday Ankit !!

जीयो हमेशा शान से,  
आगे बढ़ते रहो अभिमान से ।
हर शौक, हर इच्छा पूरी हो,
अपनों से कभी भी ना दूरी हो ।
हमेशा ऐसे ही प्यारे रहो, 
हमारे ऐसे ही दुलारे रहो ।
जन्मदिन बहुत मुबारक हो, 
अपनों का तुमपर आशीष हो ।
दुआ हमारी कबूल करो, 
हमेशा ऐसे ही खुशहाल रहो ।
कार्य इतने अच्छे करो , 
स्वर्णाक्षरों में नाम अंकित हो ।
मुबारकबाद हो तुम्हें ये नया साल, 
लायें खुशियाँ अपरम्पार ।।

2-April-2021 #happybirthday #2April #family
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Ruchi Sharma

किताबों में बन्द सपनों को, आजाद कर दो,
और उनको उनकी, उड़ान उड़ने दो ।।

© रुचि शर्मा
09-Aug-2020 #hindipoetry #dreams #letitfree
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Ruchi Sharma

अरसा बीत गया ।।

अरसा बीत गया, तुम्हें देखे हुए। 
अरसा बीत गया, तुम्हारी आवाज़ सुने हुए ।
अरसा बीत गया, तुम्हें महसूस किये हुए ।
अरसा बीत गया, तुम्हारी परछाई भी छुये हुए ।

तुम्हारे कंगन की खनक, मुझे हर रोज़ उठाती थी,
तुम्हारे कानों की बाली, बनाती थी नित नयी कहानी, 
तुम्हारे पांव की पजेब, करती थी मेरे दिल से खेल,
तुम्हारी खिलखिलाती हँसी, मुझे हर रोज़ गुदगुदाती थी ।।

अरसा बीत गया, 
उस सुब्ह का इन्तजार करते हुए,  
नये किस्सों का इन्तजार करते हुए,
उस दिलकश झन्कार का इन्तजार करते हुए,
उस हँसी ठिठोली का इन्तजार करते हुए ।।
आ जाओ अब, खत्म करो ये तकरार,
अरसा बीत गया, तुम्हारा इन्तजार करते हुए ।।

24-May-2020 #arsa beet gaya

#arsa beet gaya #poem

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Ruchi Sharma

#notodomesticviolence
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Ruchi Sharma

बिछड़ा यार मेरा ।।
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ज़रा देखूँ तो सही मेरा वो यार कहाँ है,
जो दोस्तों के लिये कुछ भी कर जाता था,
उसका अब वो प्यार कहाँ है ।
क्या उसको भी याद हैं वो कालेज की बातें,
क्या उसको भी याद हैं वो होस्टल की रातें ।
क्या उसको भी याद है,
हम कभी ना जुदा होंगे वो कसमे वादे ।
कोई नाराज़गी ही सही वो आ कर तो बता दे,
अपने इस दोस्त से क्या ख़ता हुई ये ही समझा दे ।
अपने इस दोस्त को अपना ज़रा हाल बता दे ,
अपने इस दोस्त को अपने ज़रा गले से लगा ले ।
किसी को मेरा यार मिले तो, 
उसको मेरा ये पैगाम पहुँचा दे,
उसको मेरे दिल का पता बता दे,
उसको ये बता दे हम वहीं खड़े हैं,
वो आ कर हमारे कदम से कदम मिला ले ।।

© रुचि शर्मा
23-02-2020 #friendship #missingfriend #college #grownup
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Ruchi Sharma

शिव तुम्हारा तांडव कहाँ है,
सोलह सोमवार उसने भी किये थे ,
उसका पिया तुम जैसा हो ये ख्वाब उसने भी जिये थे,
हर रास्ता जो तुम्हारे धाम को जाता हो, 
उस रास्ते  पर नंगे पांव उसने भी चले थे,
थामी जिन्दगी अपनी तुम्हारे हाथ में थी,
तुम्हारा अब वो आशीष भरा हाथ कहाँ है,
शिव तुम्हारा तांडव अब कहाँ है ।।

© रुचि शर्मा
20-02-2020 #shiv #prayer #hindipoetry #thought
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Ruchi Sharma

खुद से खफ़ा क्यों रहते हो ।।
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खुद से खफ़ा क्यों रहते हो, हम से जुदा क्यों रहते हो ।
आ जाओ हमारे करीब अब, खुद को सज़ा क्यों देते हो ।
ज़हन में इस कदर बसे हो, मन मस्तिष्क में रचे हो,
ना देखो इधर तो टूट जायें, तुम ही हमारे हमसफर हो ।

तुम हमारे जीवन का चांद हो,तुम हर महफि़ल की जान हो,
बेपन्हा इश्क करते हैं तुमसे,तुम हमारे जीवन का चिराग हो ।
तुम हमारी आँखों का नूर हो,तुम इस जिस्म की रूह हो,
तुम्हारी हँसी के कायल हम,तुम हमारे जीवन का सुरूर हो ।

तुम सर्दी की पहली धूप हो,तुम बरखा की पहली बूँद हो, 
नतमस्तक हम तुम्हारे सामने,तुम हमारे जीवन का वजूद हो ।
हम से खफ़ा क्यों रहते हो,खुद से जुदा क्यों रहते हो ।
आ जाओ हमारे करीब कब,हम को सज़ा क्यों देते हो ।

© रुचि शर्मा
18-02-2020
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Ruchi Sharma

पहले चंद मिनट नहीं लगते थे, 
महफिलें सजाने में ।
आज महफिलें सजानी पड़ती हैं,
चन्द लम्हे साथ गुजारने के लिये ।।

© रुचि शर्मा
29-01-2020 #hindipoem #lamhe #time #gathering
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