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satishghorela2906
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Satish Ghorela

गुरु ऐसा ज्ञान दो जहां कटते यमके फंद हो। इगराह खेड़े पे तपते स्वामी सूर्यानंद हो।।।सतगुरु भावानंद जहां रहते रजामंद हो।।अब तो वहां चलना जहां धर्म का प्रचार हो।।।ढाणी खान बहादुर जिला लगता हिसार हो।।ढोलक पेटी बाजे जहां गाता सतीश कुमार हो।।।#### वेल्डिंग का काम सीखना शुरू किया और अपना जीवन का उद्देश्य जारी रखा आज हमारा you tube channel भी है MF LIVE 9812607572 मेरा दूरभाष नम्बर आज मेरा बरवाला जिला हिसार हरियाणा में भगत जी वेल्डिंग व स्टील वर्क्स के नाम से अपनी दुकान करने के साथ साथ सत्संग भजन करने का परमात्मा ने मौका दिया ।। जय श्री राम।।।।

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Satish Ghorela

अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला

अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला #Poetry

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Satish Ghorela

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Satish Ghorela

क्या देह का घमंड हैं ये माटी की है काया
अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला

क्या देह का घमंड हैं ये माटी की है काया अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला #Poetry

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Satish Ghorela

सोच समझ ले प्राणी तेरा असली कहां ठिकाना अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला

सोच समझ ले प्राणी तेरा असली कहां ठिकाना अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला #Poetry

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Satish Ghorela

अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला 9812607572

अपनी लेखनी अपनी वार्ता लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला 9812607572 #Mythology

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Satish Ghorela

#अपनी लेखन अपनी वार्ता#लेखक भगत सतीश कुमार घोडेला #9812607572

#अपनी लेखन अपनी वार्तालेखक भगत सतीश कुमार घोडेला 9812607572 #Poetry

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Satish Ghorela

एक बार एक सुनार की आकस्मिक मृत्यु के बाद उसका ख़ानदान मुसीबत में पड़ गया औऱ उसके पूरे परिवार को भोजन के भी लाले पड़ गए।

एक दिन मृत सुनार की पत्नी ने अपने बेटे को नीलम का एक हार देकर कहा बेटा! इसे अपने चाचा की दुकान पर ले जाओ, कहना ये बेच कर कुछ पैसे दे दें ।

 बेटा वो हार लेकर अपने चाचा के पास गया ।

चाचा ने हार को अच्छी तरह देख और परख कर कहा बेटा! माँ से कहना कि अभी मार्केट बहुत मंदा है। थोड़ा रुक कर फ़रोख़त करना, अच्छे दाम मिलेंगे।फ़िर उसे थोड़े से रुपये देकर कहा कि तुम कल से मेरे दुकान पर आकर बैठना।

अगले दिन से वो लड़का रोज़ दुकान पर जाने लगा और वहाँ हीरों-जवाहरात की परख का काम सीखने लगा ।कुछ ही दिनों में वो बड़ा माहिर बन गया, लोग दूर दूर से अपने हीरे व जेवरात की परख कराने उसके पास आने लगे।

एक दिन उसके चाचा ने कहा: बेटा अपनी माँ से वो हार लेकर आना और कहना कि अब मार्केट में बहुत तेज़ी है, उसके अच्छे दाम मिल जाऐंगे ।

दूसरे दिन माँ से हार लेकर जब लड़के ने उसे परखा तो पाया कि वो तो नक़ली है।फिर उसने कुछ सोचकर उस हार को घर पर ही छोड़ दिया और दुकान लौट आया ।

चाचा ने पूछा: हार नहीं लाए?

 उसने कहा: वो तो नक़ली था ।

तब चाचा ने कहा "जब तुम पहली बार उस हार को लेकर आए थे, उस वक़्त अगर मैंने उसे नक़ली बता दिया होता तो तुम सोचते कि आज हम पर बुरा वक़्त आया तो चाचा हमारी चीज़ को भी जाली बताने लगे, आज जब तुम्हें खुद ज्ञात हो गया तो पता चल गया कि हार नक़ली है।

सच तो यही है कि इल्म के बग़ैर इस दुनिया में ऐसे ही ग़लतफ़हमी का शिकार होकर पारिवारिक औऱ बेहद क़रीबी रिश्ते बिगड़ते हैं।

©Satish Ghorela
  जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण

जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण #Poetry

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Satish Ghorela

.           बोले गए शब्द

एक बार एक किसान ने अपने पडोसी को भला बुरा कह तो दिया, पर बाद में उसे अपनी गलती का एहसास हुआ तो वह एक संत के पास गया. उसने संत से अपने शब्द वापस लेने का उपाय पूछा.

संत ने किसान से कहा , ” तुम खूब सारे पंख इकठ्ठा कर लो, और उन्हें शहर  के बीचो-बीच जाकर रख दो .” किसान ने ऐसा ही किया और फिर संत के पास पहुंच गया.

तब संत ने कहा , ” अब जाओ और उन पंखों को इकठ्ठा कर के वापस ले आओ”

किसान वापस गया पर तब  तक सारे पंख हवा से इधर-उधर उड़ चुके थे. और किसान खाली हाथ संत के पास पहुंचा. तब संत ने उससे कहा कि ठीक ऐसा ही तुम्हारे द्वारा कहे गए शब्दों के साथ होता है, तुम आसानी से इन्हें अपने मुख से निकाल तो सकते हो पर चाह कर भी वापस नहीं ले सकते.
कुछ कड़वा बोलने से पहले ये याद रखें कि भला-बुरा कहने के बाद कुछ भी कर के अपने शब्द वापस नहीं लिए जा सकते. हाँ, आप उस व्यक्ति से जाकर क्षमा ज़रूर मांग सकते हैं, और मांगनी भी चाहिए, पर मनुष्य की प्रकृति कुछ ऐसी है की कुछ भी कर लीजिये इंसान कहीं ना कहीं आहत हो ही जाता है.
जब आप किसी को बुरा कहते हैं तो वह उसे कष्ट पहुंचाने के लिए होता है पर बाद में वो आप ही को अधिक कष्ट देता है. खुद को कष्ट देने से क्या लाभ, इससे अच्छा तो है कि चुप रहा जाए.
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आप सभी का दिन शुभ हो 🙏🏻😊

©Satish Ghorela
  जय श्री कृष्ण

जय श्री कृष्ण #Poetry

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Satish Ghorela

जय श्री राम जय श्री कृष्ण

जय श्री राम जय श्री कृष्ण #Life

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Satish Ghorela

jai shri raam 
apni lekhni apni warta 
9812607572

jai shri raam apni lekhni apni warta 9812607572 #Motivational

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