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chhavikarmkar1774
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chhavi kamakar

writer (Lyrics song Shaayri & poetry) यादें तो हैं ना (वह दिन) चलो , शुरू से शुरू करते हैं साथ में मुहाब्बत की दो बातें भी करते हैं)

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chhavi kamakar

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chhavi kamakar

आज ये धरती जगमग चमकेगा,
सूरज ,चांद -सितारे आसमां भी दिखेगा
ये भारतवर्ष है, दीपों से भरपुर उजाला

ये है हिंदुस्तान हमारा
देश पे मर मिटने वाला

यह है आर्यावर्त सदियों वाला
खुल के सारा इंसान झूमेगा

यह आज का इंडिया है 
 उठ के सारा जहां भी देखेगा
..........
हेपी दीपावली

©chhavi kamakar हेपी दीपावली

#Diwali

हेपी दीपावली #Diwali

7 Love

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chhavi kamakar

hontho Ki Surkhiyo Se
jaam Main Zehar bhar de
chot Dil ka Hain

Tabbiyat Ishq pe Hain Galib
aankhon Ki Surmiyo Se kehna
Mamla Zindagi ka Hain

Is Kadar Jhlka Do jaam ko
samndar pe jaise Lahar
Har pemane pe jaise
 
Gam-A -mohabbt ka Rang Bhar de

©chhavi kamakar ISHQ

20 Love

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chhavi kamakar

ISHQ SACHCHA JO MILTA NAHIN✓  
MGAR KYA KARE
  
SACHCHA ISHQ 
NIBHA TOH SAKTE HAIN

TAKDEER TOH RASTE CHUN LIYA HAIN
MAGAR KYA KARE

PAHUCH TOH NAHIN SAKTE
PAR CHAL TOH SAKTE HAIN

©chhavi kamakar PYAR KYA
TOH NEEBHANA ZAROOR

PYAR KYA TOH NEEBHANA ZAROOR #Love

22 Love

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chhavi kamakar

कुर्बानी ही सही
 लिखना मेरी तक़दीरों में है
❤️ को बनाई हैं जंग सांसें मेरी मां की दुआ ए है

हर घड़ी रात दिन बस तेरा ही ख्याल है
मन्नतें दरबार की मां कर रही मलाल है
अमर हो ना हैं फिर है दिल में सवाल नहीं
लोटेगें फिर से जमीं पर
फिर से कभी न कभी

तेरे हवाले करने चले ए वतन
फिर ये जंन्म मिलें ना मिलें
जितेंगे बा़जी कदम पे कदम
फिर ये कल हमपे रहें ना रहें

कुर्बानी ही सही 
लिखना मेरी तकरीरों में है

©chhavi kamakar भारत माता की 
जय

भारत माता की जय #Shayari

22 Love

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chhavi kamakar

आज का दिन बड़ी मुलाजिम है।।
हर जुबां पे एक ही बरसात है।।
भूल जाते तो है मगर।।
अक्सर वक्त पर ज़रुर याद आते है।।

©chhavi kamakar happy. new. year. 2022

happy. new. year. 2022

24 Love

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chhavi kamakar

जो तुम्हें नहीं चाहता हो,उनके पीछे भागना,
                                              बैकार है,
लेकिन मेरा भी एक सवाल हैं
         जो तुम्हें नहीं चाहता हो ना, वो सबसे
                                               बैकार हैं


काश उन्है पता होता
मेरी चाहत का
काश थोड़ी-सी चाहत मेरी उनकी तरफ भी होती
ये सवाल मेरा नहीं
ये सवाल सबका हैं।।

©chhavi kamakar सवाल मेरा नहीं
          सवाल सबका हैं।।

सवाल मेरा नहीं सवाल सबका हैं।।

28 Love

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chhavi kamakar

यादें तो हैं ना (वह दिन) part 4

                   जब माँ ,
                   हर रोज़ सुबह तुम्हें जगाती थीं,

                   रोज़ की तरह ,
                   फैले हुए चादर को ओढ़ाती थीं,,

तुम्हारे होने से माँ की जान आती थीं,
तुम्हारे खोने पर माँ की जान जाती थीं,,
                    यादें तो हैं ना वो दिन,
तुम्हारी माँ, इतना तुझपे क्यों मरती थीं,
क्योंकि ,    अपना जीवन दांव में देकर ,,

खुदा से तुम्हें,
उन्होंने दुआओं तुम को माँगी थीं,, 
                   यादें तो हैं ना ,
                                    ‌‌तु जिस पर इतना मरती थी,
कमेंट में बताओ ,
तुम्हारी माँ तुझपे कितना मरती थीं,,
बताओं ,
तू भी उन पर कितना मरती थीं,,
         ‌‌            यादें तो हैं ना
                                    तु जिस पर इतना मरती थी,,

        ‌

©chhavi kamakar यादें तो हैं ना (वह दिन) part 4
            तु जिस पर इतना मरती थी

यादें तो हैं ना (वह दिन) part 4 तु जिस पर इतना मरती थी

45 Love

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chhavi kamakar

यादें तो हैं ना (वह दिन) part 3
                
                कितना गहरा रिश्ता, था हमारा,
                जितना तिरंगे पे मरता ,था यारा,,  
मेरा चाँद के टुकड़े का ,था तु तारा,
हृदय की मय्यत से था, मैंने तुम्हें संवारा,,
                 यादें आती तो हैं ना (माँ) का नाम तुम्हारा,,
कितना गहरा रिश्ता,था तुम्हारा,
यादें तो हैं ना,
                  तु जिस पर इतना मरती थी,,

©chhavi kamakar यादें तो हैं ना (part 3)
            तु जिस पर इतना मरती थी,,

यादें तो हैं ना (part 3) तु जिस पर इतना मरती थी,,

41 Love

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chhavi kamakar

यादें तो हैं ना (वह दिन) part 2

               जब मेरी बातें खुशबू जैसी महकती थी,
               ना जाने क्यों झूठी वादें सच जैसी लगती थीं,,
मैं ठहरा वहीं, बस वक्त का वसंत गुजरती थी,
जाना वहीं था, जो कोई इतना तुझपे मरती थी,,
यादें तो हैं ना,
तु जिस पर इतना मरती थी,,

©chhavi kamakar यादें तो हैं ना (वह दिन) part 2
             तु जिस पर इतना मरती थी,

यादें तो हैं ना (वह दिन) part 2 तु जिस पर इतना मरती थी,

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