मेरी प्यारी बंटी....एक लड़की के लिए उसके जीवन का एक बहुत ही खास पल होता हैं उसके लिए उसका शादी और इसे निभाना अपने आप में एक कला हैं, तुम्हें और श्याम दोनों को शादी की सालगिरह पर बहुत सारा स्नेह, प्यार, आशीष और बधाई...इसी तरह से और इससे भी कहीं ज्यादा उमंग, उत्साह और ऊर्जावान से भरपूर दोनों मेरे बहुत प्यारे, हमेशा खुश रहो.....खूब तरक्की करो.....और हर रोज़ अपनी शक्तियों को ज्यादा से ज्यादा समृद्ध बनाओ, हर रोज़ नया सीखने का जिज्ञासा बढ़ाओ.....और हर रोज़ कुछ नया सीखो.....सूरज जैसा तपो.....और अपने वा #Shayari
14 Love
Prem Nirala
कि, पर्वत चिर नदियों को बहना होगा,
परिंदों की तरह आसमान चिरना होगा
कि, धरती की तपिश क्या तुम्हें मालूम नहीं?
रे मेघ, घनघोर घटा बन तुम्हें बरसना होगा!
__प्रेम__निराला__ #Shayari
9 Love
Prem Nirala
कि, आँखों की बात लिख दूँगा,
देर, सवेर कई शाम लिख दूँगा
अपनी चंचल मन की बात कहना तुम
कठिन प्रेम की कई रात लिख दूँगा,
माना की प्रेम में अभिनय अच्छा कर लेती हो तुम
इतना बड़ा साहस कैसे कर लेती हो तुम, #Shayari
कि, मैं मानता हूँ की अब वो दौर बदल गए,
तेरे मोहल्ले में मेरे साइकिल की घंटी के शोर बदल गए!
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__प्रेम __निराला __
#standout
10 Love
Prem Nirala
कि, वक्त बेवक्त अब हम तुम्हें याद आएंगे,
बारिश के बाद अब चांद कभी कभी आएंगे
कि, ये ख़्याल, खौफ़, खफा हमसे ही हैं न
अब किस बहाने छत पे गीले कपड़े सूखाने आएंगे
कि, बंद नज़रों का ये शोर कैसा हैं प्रेम,
आषाढ़ के बाद बारिश में अब नए मिट्टी आएंगे! #Her#Shayari
10 Love
Prem Nirala
#New_Poetry_एक_पिता_
मुद्दतों से वो रिश्तों की डोर में एक गांठ लगाता हैं
हाँ वो ही इंसान दुनियाँ जिसे एक पिता बताता हैं
ख़ामोशी उसकी, बेटियों को देहलीज भी पार कराता हैं
#PARENTS#निराला_
11 Love
Prem Nirala
एक रोज़ इश्क़ में वो हमसे अपनी परेशानियाँं सुना बैठे
मोहब्ब़तों का मारा हम भी अपनी नादानियाँ दिखा बैठे!
#shaadi
10 Love
Prem Nirala
Aaj maine har faisla tum par chora hai....
Ek taraf khuli aazadi toh dusri taraf shaadi ka joda hai....
Aur ye mat sochna ki tumse bichadkar sawar jaungi main....
Tumse bichadkar mar jaungi main 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
#holdinghands
9 Love
Prem Nirala
कि, हम मुद्दतों से खुल नहीं पाए प्रेम,
इस बेबसी का मंज़र तुम्हें कैसे बताए प्रेम
खुद में होता तो बयार कर देता,
कि, बैठ कर परिंदों को प्यार कर देता
हम मुश्किलों से एक दफ़ा तेरी गिरफ़्त से निकले थे,
कि, दफ़्तर जाने को इस उम्मीद में तेरी और से निकले थे! #Shayari#standout