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abhinavawasthi7284
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Abhinav Awasthi

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Abhinav Awasthi

Soldier quotes in Hindi  गिनती-
 हम मरते हैं तब गिनती होती है ;
दुख होता है लोगों को , पर गिनती के हिसाब से
दो तीन पर कम और दस पचास पर थोड़ा ज्यादा..
 सारे समाचार वाले हमको ही तो दिखाते हैं ..
हम जिंदा रहते हैं अखबारों की कतरन में..
 अफसोस! अगले दिन हम रद्दी हो  जाते हैं..
 हांँ हम देश के लिए लड़ते हैं ,
लोग तो हमसे हमारे काम का सबूत भी मांग लिया लिया करते हैं
पर हमारे मरने का दुख भी अंदर तक होता है क्या ?
या बस गिनती हो जाती है.. Ginti

Ginti

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Abhinav Awasthi

वक्त जगह शामो सुबह सब बदल जाने दो
मुझे सिर्फ मेरी दीदी के पास जाने दो

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Abhinav Awasthi

इंद्रधनुष के सातो रंग ;मिलकर ले आवें खुशहाली,
एक नया सावन जीवन में ; लेकर आवे हरियाली,
हर क्षण हर पल रंग भरे ;जीवन बन जावे रंगोली,
कोयल  बोले कुहूँ -कुहूँ ; गूंज उठे  है किलकारी ,


जन्मदिवस जब आता है ;  जीवन का लक्ष्य बताता है,
नया जोश और नई उमंग सांसों में वह भर जाता जाता है,
हो हर्ष सदा उल्लास रहे; ये सुर जीवन के साथ रहें,
मेहँदी की बढ़ती लाली हो, कुछ ऐसी जीवन की प्याली हो..
मेहँदी की बढ़ती लाली हो, कुछ ऐसी जीवन की प्याली हो..
                                                                              
                                   -अभिनव
Happiest Bdday Bash 🎂🎂🎂

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Abhinav Awasthi

सजा-ए-मौत का नहीं सजाए मांँ का पैगाम है ।
सिर्फ निर्भया का नहीं ये भारत मां का इंसाफ है।।

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Abhinav Awasthi

माँ-
सबके मन का पूरा करके खुद का मन बहलाती माँ,
घर-आँगन में अंदर-बाहर अनुराग ज्योति जलाती माँ,
अपने सुख-दुख को खूटी पर टाँगने वाली होती माँ,
चूल्हे की जलती रोटी सी तेज आँच में जलती माँ,
भूख प्यास पर प्राण न्योछावर करने वाली होती माँ,
हर रोटी के कौरों का जो मोल बता दे वो है माँ,
खुद हर व्रत को रखकर भी; जो हमें खिलावे वो है माँ,
दुख हमारे लेकरके जो खुश हो जावे वो है माँ,

अँखियन के काजल में जो प्यार पिरोवे वो है माँ,
मार-पीट कर पल्लू से जो आँखें पोछे वो है माँ,
हर ज़ख्म ;हर एक चोट पर वारी-वारी जाए माँ,
सारी रातें जग कर भी जो हमें सुलावे वो है माँ।

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Abhinav Awasthi

माँ-
सबके मन का पूरा करके खुद का मन बहलाती माँ,
घर-आँगन में अंदर-बाहर अनुराग ज्योति जलाती माँ,
अपने सुख-दुख को खूटी पर टाँगने वाली होती माँ,
चूल्हे की जलती रोटी सी तेज आँच में जलती माँ,
भूख प्यास पर प्राण न्योछावर करने वाली होती माँ,
हर रोटी के कौरों का जो मोल बता दे वो है माँ,
खुद हर व्रत को रखकर भी; जो हमें खिलावे वो है माँ,
दुख हमारे लेकरके जो खुश हो जावे वो है माँ,

अँखियन के काजल में जो प्यार पिरोवे वो है माँ,
मार-पीट कर पल्लू से जो आँखें पोछे वो है माँ,
हर ज़ख्म ;हर एक चोट पर वारी-वारी जाए माँ,
सारी रातें जग कर भी जो हमें सुलावे वो है माँ।

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Abhinav Awasthi

दोस्ती :-
अचल, अविरल निस्वार्थ भाव हो;
अडिग, अमिट विश्वास भाव हो;
सरल, सहज सद्भाव भाव हो;
टकराव हो पर  स्वीकार्य भाव हो;
झगड़ा हो पर हास्य भाव हो;
नासमझी में समझ भाव हो;
दौड़-भाग में स्थायी भाव हो;
संपर्क सहायक हाव-भाव हो;
मिलें- बिछडें  या रहेंं जहाँँ भी,
दोस्त रहें दोस्ती भाव हो,
दोस्त रहें दोस्ती भाव हो। #dosti
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Abhinav Awasthi

चंद कच्चे मकान ग़र पक्के हो जाएं,
किराएदार भी मकान मालिक हो जाएं,
दिन और साल बदलने से बस ये वक्त गुज़रा है,
ग़र तकदीर बदल जाए.. तो फिर बात बन जाए...
 नव वर्ष की मंगल कामना#2020
                - अभिनव Happy new year

Happy new year

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Abhinav Awasthi

न लाठी की मार से ..
न पत्थर की धार से..
ये मज़हब की आग है..
बुझती है बस प्यार से... #CAB Violence

#CAB Violence

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Abhinav Awasthi

#Pehlealfaaz समय- 
 शनै- शनै फन डोलता है,
 तीव्र स्वर से चींखता  है,
 दौड़ता है भागता है ,
प्रचंड अग्नि में तपा रहा है,
 सच में समय से खेलते हैं?
 या वक्त हमें खिलवा रहा है... समय

समय #Pehlealfaaz

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