मनुष्य जीवन में जो भी फलस्वरूप भोगता है
उसका कारण और कारक वो स्वयं होता है
पर इसे स्वीकार करने के बजाय
परिस्थिति और भगवान को दोष देता है।।
पर परिस्थितियां हमारे कर्मो का फलस्वरूप है ।।।।
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Human beings enjoy whatever results in life.
Its cause and factor is itself.
Mann Sagar
#जीतना- हारना
हार कर जीतना
जीत तो जीत है
हार से सीखना
कोई करता गुमा
अपनी जीत पर
हमे अपनी हार से
कुछ नया सीखना।।
तुम कहते हो ...
न मैं ,तुझे याद करू
न तुझे ही याद आऊँ मैं
न तुझे भूलना
न तुझे याद आना
दोनो मेरे बस में नहीं
कहते हो ज़िन्दा भी रहो
और सांसे लेना भूल जाऊँ मैं ....
Mann Sagar
हर बाते ये कहना जरूरी नही
तुम मानो न मानो मुहब्बत तो हैं
चाहे जुबा से ये कह दो के चाहत नही
तेरी आँखो से ये छलका मुहब्बत तो हैं
हर बाते ये कहना जरूरी नही
तुम मानो न मानो मुहब्बत तो हैं
न कुछ चाहू , न मांगु तुझसे ये दोस्त
दिल मे जो घड़के ,तेरी चाहत तो हैं
Mann Sagar
तु चली गई तो याद आया
कुछ रह गया ,कुछ छूट गया
जो बाते तुझसे करनी थी
हर बात जरूरी ,छूट गया
तु चली गई तो याद आया
कुछ रह गया ,कुछ छूट गया
तेरी आँखे ,मन का मैखाना थी
तेरे लब , मधु रस के प्याले थे
Mann Sagar
प्यार करता नही मैं
ये तुम ही को बताना
ज़िन्दगी तुम बिन अधुरी है
ये तुम ही से छुपाना
अजीब है , ये मोहब्बत के रास्ते
जनता हूँ तुम मिलोगे नही ...2
पर दिल के कदमो का
तेरी ओर बढ़ते जाना ... #कविता
प्यार करता नही मैं
ये तुम ही को बताना
ज़िन्दगी तुम बिन अधुरी है
ये तुम ही से छुपाना
अजीब है , ये मोहब्बत के रास्ते
जनता हूँ तुम मिलोगे नही
पर दिल के कदमो का
तेरी ओर बढ़ते जाना ...