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amitamishra7971
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Amita Mishra

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Amita Mishra

वादा करो हमें तुम हर वादा निभाओगे,

दूर रहकर भी हमे अपने करीब पाओगे

इश्क़ किया है हमने तुमसे बेइंतहा सनम

हमारे जैसा महबूब फिर कहाँ से पाओगे।।

©Amita Mishra साथ रहने का वादा करो

#together

साथ रहने का वादा करो #together #लव

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Amita Mishra

तू मेरा हो नही सकता,मैं तेरी हो नही सकती।
इस मोहब्बत का क्या जो एकदूजे से हो गया।।

©Amita Mishra तेरा मेरा प्यार
#Love

तेरा मेरा प्यार Love #लव

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Amita Mishra

रिश्तों की गर्माहट और लोहड़ी की आहट 
तिल, गुड़ के लड्डू
भांगड़ा करते लोग 
आग के चारो तरफ 
फेरा लगाना 
प्रेम के सात फेरे जैसे  लगते है
प्रेम, मिठास खुशी लिए
 इस पर्व की लख लख बधाइयां

©Amita Mishra लोहड़ी की शुभकामनाएं

#Lohri

लोहड़ी की शुभकामनाएं #Lohri #समाज

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Amita Mishra

निकल पड़ता है जो रोज कमाने दो वक्त की रोटी, 
आराम जो उसके हस्से में आती ही नही,
 वो दुख जिसे किसी को बता सकता नही, 
नीला रंग ही निर्धारित है जिसके लिए,
गुलाबी रंग, रसोई का काम ये सब 
जिसकी चाहत नही होनी चाहिए,
उसे तो बस बचपन से बड़ा बना दिया जाता है,
दे दी जाती है घर सारी जिम्मेदारी,
जिसके बोझ के तले दबकर रह जाती है 
उसकी ख्वाहिशें, उम्मीद, प्यार 
और सबसे बड़ी उसकी चाहत,
हां तभी तो वो मर्द कहलाता है, 
जिस पर बंदिशें होते हुए भी स्वतंत्र कहलाता है।

©Amita Mishra mensday

#internationalmensday
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Amita Mishra

सतगुरु नानक सब के काज सवारों,
ज्ञान देकर भव सागर के पार उतारो,
मेहर तेरी सब पर बरसे प्रार्थना स्वीकारो,
गुरुनानक जी की वाणी को जीवन मे उतारो,
नही कोई ऊंचा, नीचा सब को एक समान कहो,
प्रकाश पर्व पर मन को प्रकाशित करो।

🙏वाहे गुरु दा खालसा वाहेगुरु दी फतेह 🙏

©Amita Mishra gurunanak jyanti

#gurpurab

gurunanak jyanti #gurpurab #समाज

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Amita Mishra

"मैं बच्चा बन जाऊं"
माँ मुझकों तू बच्चा बना दे फिर मैं पढ़ने जाऊं,
आकर खेलू आंगन में तेरे आँचल में छिप जाऊं,
भाई बहन संग करू शरारत पिटाई भी खाऊ,
तेरे आंसू पोछकर फिर मैं चुप हो जाऊं,

अटकन बटकन, पोशम्पा का खेलकर आऊं,
घोड़ा बादाम छाही और रेलगाड़ी का मैं इंजन बन जाऊं,
कितने शौक निराले थे तब बेमतलब की बातों का,
हकीकत में सपने लगते थे बेबुनियादी बातों का,
माँ तू फिर सपनों की दुनियां दिला दे, 
मैं बच्चा बन जाऊं,

घर आते ही मम्मी-मम्मी करके मैं चिलाऊ,
भागकर रसोई में एक साथ सब चट कर जाऊं,
चाय, नाश्ता, सब कुछ तेरे हाथों का ही भाता है,
माँ मुझको फिर वही स्वाद चटा दे भागे-भागे आऊं,

जब बच्चे थे देखा करते थे बड़े होने सपने,
सब कुछ अपना था, लगते थे सब अपने,
हर रात दीवाली हर दिन बाल दिवस सा लगता था,
माँ मुझकों मेरी वही पुरानी ड्रेस दिला दे,
मैं बच्चा बन जाऊं,

चंदा मामा की कहानी, लोरी सुना दे वही पुरानी,
गर्मी की छुट्टी में मैं फिर दादी-नानी के घर जाऊं,
आंगन में सो कर देखू मैं तारे, ठंडी में रजाई ओढ़ा दे,
माँ मुझकों फिर से बचपन वाले दिन लौटा दे,
मैं बच्चा बन जाऊं।।

©Amita Mishra मैं बच्चा बन जाऊं

#ChildrensDay

मैं बच्चा बन जाऊं #ChildrensDay #समाज

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Amita Mishra

सर्दियों की सर्द रातों में फिर ख़्वाब का आना हुआ।
नवंबर का महीना फिर तेरा दीवाना हुआ।
गुनगुनी सी धूप में गुदगुदाती तेरी यादें।
ये सबब फिर इश्क का बहाना हुआ।

©Amita Mishra इश्क

#4linepoetry
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Amita Mishra

साफ सुथरा हो घर आंगन शुद्व हो मन।
निर्जल रहकर करते सूर्य देव को प्रसन्न।
खरना, नहाय खाय, के नियम का करते पालन।
ठेकुआ, गन्ना, नारियल फल करते अर्पण।
डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दे करते जल अर्पन।
सुख, समृद्धि, मिले पुत्र, पौत्र सब सुखी रहे,
कठिन तप करके मांगते ये वरदान।
हे सूर्य देव! हे छठी मैया! करना जग कल्याण।
भूल चुक हो गयी तो देना क्षमा दान।
प्रार्थना यही आपसे देना सबको मनचाहा वरदान।

©Amita Mishra chhath puja
#chhathpuja
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Amita Mishra

हे गोर्वधनधारी, गिरधारी विपदा हरो हमारी,
मोह, माया से घीरे हुए है सब नर नारी,
अब आओ हे मोहन सुन लो पुकार हमारी,
तुम बीन प्यासी अखियां, दर्श दिखा वो बांकेबिहारी,
फिर उठा लो भार धरा का सुखी हो हर प्राणी।

©Amita Mishra हे गोवर्धनधारी

#govardhanpuja

हे गोवर्धनधारी #govardhanpuja #समाज

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Amita Mishra

देश में हो या परदेश हो पर दिल मे हिंदुस्तान है।
फिर क्यों घर मे आता विदेशी समान है?

जिस माटी को खाकर कृष्ण ने माँ को ब्रहाण्ड दिखाया था।
उसी माटी का दीप जलाकर आओ लक्ष्मी माँ को बुलाते है।

जिस भूमि पर जन्म लिया वो जन्मभूमि हमे प्यारी है।
चीनी समान खरीदना देश ही गद्दारी है।

स्वदेशी दीवाली हो खुशियों वाली
आप सभी को दीवाली की शुभकामनाएं

©Amita Mishra स्वदेशी दीवाली

#Diwali

स्वदेशी दीवाली #Diwali #समाज

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