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navkiranrai9058
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navkiran rai

writing poems makes me happy मेरी हसीं ही मेरा वजूद हैं।

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navkiran rai

तुम्हे बच्चे की तरह मोहब्बत करते रहे
और तुम
नादान समझ कर हम्हे छोड़ गये

©navkiran rai #Smile
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navkiran rai

दिवारों को ही सुना दिया 
किस्सा ए मोहब्बत का
कौन कम्बखत कागज के आंसू साफ करता

©navkiran rai #rayofhope
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navkiran rai

प्रकृति की गोद में पसंद है खुशियाँ तुझे अगर
तो बन कारण तू भी किसी की खुशी का
पसंद जो वफादारी है तुझे
तो कर तू भी वफादारी हर यारी में

©navkiran rai #AdhureVakya
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navkiran rai

कहते है कि 
मर्द को दर्द नहीं होता
और औरत की मर्द से उमीद होती है कि 
मर्द को उसके(औरत) दर्द का एहसास हो।

©navkiran rai #Love
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navkiran rai

 🔥🔥🔥

🔥🔥🔥 #nojotophoto

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navkiran rai

#OpenPoetry जात और धरम जब भी बीच में आया
कम्बखत हस्ते हुए बहुत से चेहरों को इसने रुलाया @navkiran
उठ ना सके ये सब से ऊपर 
वो और जात का है
ये हर किसी ने दोहराया
रोता हुआ दिल किसी ने ना देखा मेरा
भुल जा उसको 
ये हर किसी ने समझाया
कोशिश ना करी मुझको समझने की
हर किसी ने समझा पत्थर
और हुक़म चलाया
दुनिया की जंजीरों से खुद बन्दे थे
और इल्जाम किस्मत पे लगाया
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navkiran rai

बुझ गये दिये बिना हवाओं के

हाँ किसी का तो कसूर है

पता तो करो जरा

इनको बुझाने में कौन मगरुर है।

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navkiran rai

जिस्म तो मिट्टी की ढेरी है
होगा आग के हवाले, 
या किसी कबर में
कम्बखत क्या पता 
और कितनी देरी है
छोड़ दे खयाल इसका
जलील करवाएगा
"राए"ले डूबेगा तुमको भी
जल्दबाजी से अच्छी कुछ देरी है।

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navkiran rai

हाँ,हो गया हुँ बदनाम सा
क्या करू?
मलाह नही पसन्द था मुझे किश्ती का
मगर समुन्दर पार करना जरुरी सा हो गया था
मेने किश्ती बदल ली बीच समुन्दर में
तब से ना जाने क्यू बदनाम सा हो गया हूँ।

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navkiran rai

#OpenPoetry    @navkiranrai 
दिल कहता है 
कुछ लिख ऐसा
यो हर कोई ना समझ सके
पढ़ पढ़ के ना थके
हो इश्क़ में यो डूबे
और यो गया ना हो
गली कभी इश्क़ की
पढ़े बार बार  
तांकि इसको समझ सके।
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