गुनाह बढ़ गया है एक हद तक,
अब तो चक्र चलाना होगा।
इज्ज़त लुटती चौराहों पर,
फ़िर से चीर बढ़ाना होगा।
कब तक राह निहारे कान्हा...
अब तो तुमको आना होगा।।
✍️भूषण
#krashana
#leaf दर्द सीने में संभाला है एक पागल ने।
ख़ुद को दीवाना बताया है एक पागल ने।
कभी रास्ते मिले तो उसे ये कहना यारो...
तुम्हें गज़लों में उतारा है एक पागल ने।।
✍️भारत"भूषण"त्यागी
#notojo#shayri#Love#poerty
Kavi Bharat Bhushan Tyagi
#leaf दर्द सीने में संभाला है एक पागल ने।
ख़ुद को दीवाना बताया है एक पागल ने।
कभी रास्ते मिले तो उसे ये कहना यारो...
तुम्हें गज़लों में उतारा है एक पागल ने।।
✍️भारत"भूषण"त्यागी
#notojo#shayri#Love#poerty