Nojoto: Largest Storytelling Platform
nojotouser7607432808
  • 137Stories
  • 3Followers
  • 1.5KLove
    58.4KViews

Rj_Rajesh_बली

  • Popular
  • Latest
  • Video
7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

क्या लिखूँ रखता हूं ख़ुद को खामोश और चिंतनशील 
ये सोचकर 
कभी लबों पर मीठे बोल फूटेंगे 
कभी मिलेगा हमें नसीब से ज्यादा 
छोटी छोटी उपलब्धियों या उपहारों पर 
मुस्कुराने का क्या फ़ायदा

जिन्दगी  एक  जंग  है , लड़ाई  हर  सांस  के  लिए 
कोई रखे तो कैसे रखे जगह,दिलों में एहसास के लिए 
चलो माना राजेश ,नहीं बचा सके वक्त सभी के लिए 
कुछ तो वक्त बचाना चाहिए था तुम्हे ,अपने खास के लिए 

अपनी ही उलझनों में उलझकर
भुल जाते हैं लोग अपना ही वायदा 
छोटी छोटी उपलब्धियों और उपहारों पर 
मुस्कुराने का क्या फ़ायदा??

खोखले मन से जो करता अट्टाहस 
ईश्वर हमें दें उनसे जूझने का साहस 
बुरे  दौर  में  भी  मन  जिगीषु  रहे 
इतनी हो तिरस्कार सहने की ताकत 

हमारी आंखों में यूं ही बची रहे आर्द्रता 
छोटी छोटी उपलब्धियों या उपहारों पर 
मुस्कुराने का क्या फ़ायदा

©Rj_Rajesh_बली #PoetInYou
7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

क्या लिखूँ  जख्मों और सपनों के बीच द्वंध,
मासूम आंखें  आंकें  किसे  कम।
अच्छा  रहता, दोनों  के  सामने ,
काश  पलकें   झुका   पाते  हम ।।

यादें कंकर फेंकती हैं,
आंसु मुझे सहेजतीं हैं ।
पृथक ना हो दिल के टुकड़े,
आरजू  मेरी  कहतीं  हैं ।।

जिंदगी मेरी गुमनाम क्यूं हैं ?
हर शख्स यहां परेशां क्यूं हैं ??
मिलती मुश्किल से मानव जीवन,
फिर जीवन में इतने इम्तिहाँ क्यूं है ???

ये सवाल भला मुझसे, क्यूं पूछते हो राजेश ??
क्यूं  है मानव  के  मन  में, मानव से ही  द्वेष ??
पूछ  ही  लिए  हो  तो, एक  कटु  सत्य  समझो ,
लालच में मानव अंधा है ,वर्चस्व में बसता क्लेश ।।

©Rj_Rajesh_बली #PoetInYou
7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

क्या लिखूँ जख्मों और सपनों के बीच द्वंध,
मासूम आंखें  आंकें  किसे  कम।
अच्छा  रहता, दोनों  के  सामने ,
काश  पलकें   झुका   पाते  हम ।।

यादें कंकर फेंकती हैं,
आंसु मुझे सहेजतीं हैं ।
पृथक ना हो दिल टुकड़े,
आरजू  मेरी  कहतीं  हैं ।।

जिंदगी मेरी गुमनाम क्यूं हैं ?
हर शख्स यहां परेशां क्यूं हैं ??
मिलती मुश्किल से मानव जीवन,
फिर जीवन में इतने इम्तिहाँ क्यूं है ???

ये सवाल भला मुझसे, क्यूं पूछते हो राजेश ??
क्यूं  है मानव  के  मन  में, मानव से ही  द्वेष ??
पूछ  ही  लिए  हो  तो, एक  कटु  सत्य  समझो ,
लालच में मानव अंधा है ,वर्चस्व में बसता क्लेश ।।

©Rj_Rajesh_बली #PoetInYou
7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

जख्मों और सपनों के बीच द्वंध,
मासूम आंखें  आंकें  किसे  कम।
अच्छा  रहता, दोनों  के  सामने ,
काश  पलकें   झुका   पाते  हम ।।

यादें कंकर फेंकती हैं,
आंसु मुझे सहेजतीं हैं ।
पृथक ना हो दिल टुकड़े,
आरजू  मेरी  कहतीं  हैं ।।

जिंदगी मेरी गुमनाम क्यूं हैं ?
हर शख्स यहां परेशां क्यूं हैं ??
मिलती मुश्किल से मानव जीवन,
फिर जीवन में इतने इम्तिहाँ क्यूं है ???

ये सवाल भला मुझसे, क्यूं पूछते हो राजेश ??
क्यूं  है मानव  के  मन  में, मानव से ही  द्वेष ??
पूछ  ही  लिए  हो  तो, एक  कटु  सत्य  समझो ,
लालच में मानव अंधा है ,वर्चस्व में बसता क्लेश ।।

©Rj_Rajesh #yogaday
7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

जख्मों और सपनों के बीच द्वंध
मासूम आंखें  आंकें  किसे  कम
अच्छा  रहता, दोनों  के  सामने
काश  पलकें  झुका  पाते  हम 

यादें कंकर फेंकती हैं,
आंसु मुझे सहेजतीं हैं
पृथक ना हो दिल टुकड़े
आरजू मेरी कहतीं हैं

जिंदगी मेरी गुमनाम क्यूं हैं
हर शख्स यहां परेशां क्यूं हैं 
मिलती मुश्किल से मानव जीवन
फिर जीवन में इतने इम्तिहाँ क्यूं है

ये सवाल भला मुझसे, क्यूं पूछते हो राजेश ??
क्यूं है मानव के मन में ,मानव से ही द्वेष ??
पूछ ही लिए हो तो, एक कटु सत्य समझो 
लालच में मानव अंधा है ,वर्चस्व में बसता क्लेश

©Rj_Rajesh #DearKanha
7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

Dear Diary जिन सपनों ने उड़ाई है आंखों से नींदें 
उन उम्मीदों के साथ मैं सोता ही क्यूं हूं ??

लोग जी लेते हैं अपने असत्यों के साथ
मैं अपनी सत्य खोजता ही क्यू हूं ??

ख़ुद से भरता हूं जब अपनी आंखें
फिर ख़ुद से अश्रु पोछता ही क्यूं हूं ??

कभी कभी सोचता हूं मैं
मैं इतना सोचता ही क्यू हूं ??

©Rj_Rajesh #DEAR_DIARY
7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

Dear Diary  जिन सपनों ने उड़ाई है आंखों से नींदें 
उन उम्मीदों के साथ मैं सोता ही क्यूं हूं ??

लोग जी लेते हैं अपने असत्यों के साथ
मैं अपनी सत्य खोजता ही क्यू हूं ??

ख़ुद से भरता हूं जब अपनी आंखें
फिर ख़ुद से अश्रु पोछता ही क्यूं हूं ??

कभी कभी सोचता हूं मैं
मैं इतना सोचता ही क्यू हूं ??

©Rj_Rajesh #diary
7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

हो जाना जब पैसे वाले,
बात करना मोहब्बत की
गरीबी में तो लोग,
सजदा करने को भी तैयार रहते हैं।
दुःख में हो कोई, तो गले लगाना
खुशियों की दावत तो अनजाने भी खाते हैं।

©Rajesh Yadav #Aditya&Geet

#aditya&Geet

7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

गांव में बसती सबकी शान, सबकी जान हैं।फिर,
क्यूं गांव के लोग बनते, अपने ही घर में मेहमान है ?

गुलेतियां मार-मार , उड़ाए जाते पंछी यहां से 
शिकारी कहते हैं, गांव की गलियां सुनसान हैं।

©Rajesh Yadav
7014de29f3d9485d599ae532bcf634f3

Rj_Rajesh_बली

हो जाना जब पैसे वाले,
बात करना मोहब्बत की
गरीबी में तो लोग,
सजदा करने को भी तैयार रहते हैं।
टूट चुका हो कोई, तो गले लगाना
खुशियों की दावत तो अनजाने भी खाते हैं।

मैं ये नहीं कहता, 
मोहब्बत गरीब के बस की नहीं 
सच तो ये है कि लोग,
गरीबों की अच्छाइयों का भी मजाक उड़ाते हैं।

©Rajesh Yadav #Aditya&Geet

#aditya&Geet

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile