Nojoto: Largest Storytelling Platform
keshavmishra2583
  • 45Stories
  • 45Followers
  • 550Love
    747Views

mishraji

हर हर महादव यदा यदा ही धर्मश्य ग्लानिर भवति भारत:

https://www.facebook.com/profile.php?id=100009484985350

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

चन्दनं शीतलं लोके,चन्दनादपि चन्द्रमाः |

चन्द्रचन्दनयोर्मध्ये शीतला साधुसंगतिः ||

अर्थात् : संसार में चन्दन को शीतल माना जाता है लेकिन चन्द्रमा चन्दन से भी शीतल होता है | अच्छे मित्रों का साथ चन्द्र और चन्दन दोनों की तुलना में अधिक शीतलता देने वाला होता है |

©mishraji #Motivation
7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः |

नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति ||

अर्थात् : मनुष्यों के शरीर में रहने वाला आलस्य ही ( उनका ) सबसे बड़ा शत्रु होता है | परिश्रम जैसा दूसरा (हमारा )कोई अन्य मित्र नहीं होता क्योंकि परिश्रम करने वाला कभी दुखी नहीं होता |

©mishraji #na #Trending #mahadev 

#PrideMonth
7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

नैनं छिद्रन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावक: ।
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुत ॥
(द्वितीय अध्याय, श्लोक 23)
हिंदी अनुवाद: आत्मा को न शस्त्र काट सकते हैं, न आग उसे जला सकती है। न पानी उसे भिगो सकता है, न हवा उसे सुखा सकती है।

©mishraji आत्मा नही मर सक्ता है
#Nojoto 
#follow 
#for 
#Lo 

#PoetInYou

आत्मा नही मर सक्ता है #follow #for #Lo #PoetInYou

10 Love

7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

काम, क्रोध, मद, लोभ, सब, नाथ नरक के पंथ।
सब परिहरि रघुबीरहि, भजहुं भजहिं जेहि संत।

  काम, क्रोध, अहंकार, लोभ आदि नरक के रास्ते पर ले जाने वाले हैं। काम के वश होकर आपने जो देवी सीता का हरण किया है और आपको जो बल का अहंकार हो रहा है, वह आपके विनाश का रास्ता है। जिस प्रकार साधु लोग सब कुछ त्यागकर भगवान का नाम जपते हैं आप भी राम के हो जाएं। मनुष्य को भी इस लोक में और परलोक में सुख, शांति और उन्नति के लिए इन पाप की ओर ले जाने वाले तत्वों से बचना चाहिए।

©mishraji
  इन सब चिज विनाश का मुल कारण है 
#nojohindi 
#Mishraji 
#gyan 
#Freedom 
#kalyug 
#all 
#follow

इन सब चिज विनाश का मुल कारण है #nojohindi #Mishraji #gyan #Freedom #kalyug #all #follow #not #PoetInYou

8 Love

7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

काम, क्रोध, मद, लोभ, सब, नाथ नरक के पंथ।
सब परिहरि रघुबीरहि, भजहुं भजहिं जेहि संत।

  काम, क्रोध, अहंकार, लोभ आदि नरक के रास्ते पर ले जाने वाले हैं। काम के वश होकर आपने जो देवी सीता का हरण किया है और आपको जो बल का अहंकार हो रहा है, वह आपके विनाश का रास्ता है। जिस प्रकार साधु लोग सब कुछ त्यागकर भगवान का नाम जपते हैं आप भी राम के हो जाएं। मनुष्य को भी इस लोक में और परलोक में सुख, शांति और उन्नति के लिए इन पाप की ओर ले जाने वाले तत्वों से बचना चाहिए।

©mishraji इन सब चिज विनाश का मुल कारण है 
#nojohindi 
#Mishraji 
#gyan 
#Freedom 
#kalyug 
#all 
#follow

इन सब चिज विनाश का मुल कारण है #nojohindi #Mishraji #gyan #Freedom #kalyug #all #follow #not #PoetInYou

9 Love

7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

सम्मान हमेशा  जे न मित्र दुख होहिं दुखारी। तिन्हहि बिलोकत पातक भारी॥
निज दुख गिरि सम रज करि जाना। मित्रक दुख रज मेरु समाना॥

रामचरित मानस में भगवान राम और सुग्रीव की मित्रता के संदर्भ में यह चौपाई मनुष्य को ज्ञान देती है कि मित्रता निभाने वाले की भगवान भी सहायता करते हैं। जो लोग मित्र या फिर दूसरों के दुख को देखकर दुखी नहीं होते, उन लोगों की मदद नहीं करते हैं। ऐसे लोगों को देखने से भी पाप लग जाता है। जो लोग अपने दुख को भूलकर दूसरों की सहायता करते हैं, ईश्वर स्वयं उसकी मदद करते हैं।

©mishraji मित्रता सबसे बहुमुल्य रिश्ता है 
#nojohindi 
#Mishraji 
#ramjiki jay 
#follow 
#for 
#loveu

मित्रता सबसे बहुमुल्य रिश्ता है #nojohindi #Mishraji #ramjiki jay #follow #for #loveu #PoetInYou

8 Love

7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

सरस्वती मंत्र

नमस्ते शारदे देवी, सरस्वती मतिप्रदे

वसत्वम् मम जिव्हाग्रे, सर्वविद्याप्रदाभव।

नमस्ते शारदे देवी, वीणापुस्तकधारिणी

विद्यारंभम् करिष्यामि, प्रसन्ना भव सर्वदा।

अर्थ: 
हे विद्याप्रदायिनी शारदा देवी! हमारी  जिव्हा के अग्र भाग में बसो तथा हमें समस्त विद्याओं का ज्ञान दो। हे वीणा तथा पुस्तक हाथ में लिए रहने वाली देवी शारदे, हम विद्यारंभ कर रहे हैं, आपको नमन करते हैं, हम पर आप सदा प्रसन्न रहें!

©mishraji 🙏

#AprilFoolsDay2021

12 Love

7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते 
शङ्खचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोऽस्तुते । 

अर्थ:
 श्रीपीठ में स्थापित, हाथों में शंख, गदा, चक्र वाली, देवताओं द्वारा पूजी जाने वाली महामाया महालक्ष्मी को हमारा नमन।🙏

©mishraji #AprilFoolsDay2021
7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

#RajasthanDiwas ॐ हनुमते दुःखभंजन, अंजनिसुत केसरीनंदन

रामदूत संकटमोचन, शत शत वंदन कोटि नमन

©mishraji #AprilFoolsDay2021
7c02e030d2267897768db1055f86237f

mishraji

सूर्यदेव मन्त्र

ऊँ भास्कराय पुत्रं देहि महातेजसे।  

धीमहि तन्नः सूर्य प्रचोदयात्।।


जपाकुसुम संकाशम् काश्यपेयम् महाद्युतिम्

तमोरिम् सर्वपापघ्नम् प्रणतोस्मि दिवाकरम्।

©mishraji 🙏

#AprilFoolsDay2021

14 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile