अब जो सर नही तेरा मेरे कंधो पर...
उंगलियाँ कुछ बेरोज़गार सी लगती हैं... #कविता
10 Love
Amit Sahu
खुद को खुद की नजरों में
गिराना छोड़ दो अमित,
जो न समझे उसे समझाना छोड़ दो।
माना कि समर्पण जरूरी है प्रेम मे,
पर जो कद्र न करे,
उसे रिझाना छोड़ दो।। #कविता
12 Love
Amit Sahu
जो रचता है वही बचता है।
जो बचता है फिर वही इतिहास रचता है
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Amit Sahu
जो रचता है वही बचता है।
जो बचता है फिर वही इतिहास रचता है