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drrakhisharma8207
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"Midnighter"

A Homoeopath who believes in that saying, if life gives you pain turn them into words and write a poem.be poetic not pathetic. ❤️

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"Midnighter"

वो कहते हैं! 
कवितायें शब्दों में नहीं, 
उनके अन्तराल में मिलती है।

मैं कहती हूँ!
कवितायें शब्दों के अन्तराल में नहीं,
अनकहे, अनसुलझे हालों में मिलती है।

बेबस, पर मुस्कराते गालों में मिलती है।

अनगिनत, सवालों और बेतुके मलालों में मिलती है।

कभी ऊँचे पहाड़ों में,  
कभी शहर के अंधेरे गलियारों में मिलती हैं। 

कभी हंसते, कभी रोते
इंसानों में मिलती है।

कभी बेहिसाब बातों
तो कभी बेहिसाब ख़यालों में मिलती है।

कविताएँ ढूंढी नहीं जाती,
कवितायें गढ़ी जाती हैं। 
आहिस्ते - आहिस्ते, 
एक शब्द
और उस शब्द के अनगिनत भेदों में।

©"Midnighter"
  #Searching
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"Midnighter"

Haqeeqat h sabkuchh, 
Aur Haqeeqat hai kuchh bhi nhin.. 

Kya kaha? kya bacha h mera?
Kuchh bhi nhin.. 

Saansein? Dheemi h ab.. 
Dhadkanein? Thoda thithak kr chalti hain. 

Ummeed? Baqi nhin.. 
Shikayat? Kisi se nhin.. 

Zindagi? Roothi hai shayad.. 
Maut? Wqt nahin.. 

Ilzaam? Bahut hain.. 
Gunaah? Kuchh bhi nhin.. 

Mohabbat?
Mohabbat??
Mohabbat???. 
Inna lillahi wa inna ilayhi raji'un.”

©"Midnighter"
  #BrokenBridge
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"Midnighter"

White 

दिन, दोपहर और शाम मेरे हिस्से नहीं आए 
ना खिलती धूप की गुनगुनी गर्मी। 

हाँ मेरे हिस्से आए,रात का अंधेरा, 
सुबह के मोती और सर उठाता नन्हा सूरज। 

बस इस तरह मैं रातों की रही और दिन मर गए मेरे 🙂

©"Midnighter"
  #Moon
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"Midnighter"

लगा श्याम रंग माथे पर, 
कृष्ण धुन पर नाची रे।
साध्वी बनी जोगन बनी,
सत्य की टोह बाची रे। 
कछु ना भाये सिवा तेरे, 
बात मेरी साची रे। 
मीरा तेरी याद में गिरधर 
दर दर नैना प्यासी रे। 
प्रीत लगा तोसे मुरलीधर 
मीरा बन गयी दासी रे। 
कृष्ण तन कृष्ण मन, 
कृष्ण को ही सब समर्पण। 
हुई बावरी मीरा देखो,
विष पी कर भी हासी रे।

©“Midnighter” #Holi
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"Midnighter"

रेशा 

यादों के हवाले से, 
एक रेशा सम्भाल रक्खा था। 

जिन यादों ने दीं बेतहाशा चीखें, 
उन्हें यूँ ही टाल रक्खा था। 

आज फ़िर कुरेदा है, 
ज़ख्म अपना। 
देखो! खून रिस रहा है। 

उन्हीं यादों का रेशा, 
जो सम्भाल रक्खा था ।

अब बेहद चुभ रहा है। 💔

©“Midnighter” रेशा
Midnighter

रेशा Midnighter #Poetry

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"Midnighter"

RESHA 

Yaadon ke hawale se, 
Ek resha sambhal rkkha tha. 

Jin yaadon ne di, 
betahasha cheekhein, 
unhein yun hi taal rkkha tha. 

Aaj phir kureda hai zakhm apna, 
Dekho khoon ris raha hai. 

Unhin yaadon ka resha
jo sambhal rkkha tha, 

Ab behad chubh raha hai. 💔

©“Midnighter”
  Resha
Midnighter ❤️

Resha Midnighter ❤️ #Poetry

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"Midnighter"

ʜᴇ ᴘɪᴄᴋᴇᴅ ᴍᴇ ᴜᴘ ᴡʜᴇɴ ɪ ᴡᴀꜱ ɪɴ ʙʀᴏᴋᴇɴ ᴘɪᴇᴄᴇꜱ
ᴀɴᴅ ᴛʜᴇɴ ʜᴇ ᴄʀᴜꜱʜᴇᴅ ᴍᴇ, ᴜɴᴛɪʟ ɪ ʙᴇᴄᴀᴍᴇ ᴛʜᴇ ᴅᴇʙʀɪꜱ 
ᴏꜰ ꜱᴄʀᴇᴀᴍɪɴɢ, ᴛᴇᴀʀꜱ, ʟᴏɴᴇʟɪɴᴇꜱꜱ ᴀɴᴅ ʙʀᴏᴋᴇɴ ʜᴇᴀʀᴛ.  
ɴᴏᴡ ɪ'ᴍ ᴊᴜꜱᴛ ᴀ ᴅᴜꜱᴛʙɪɴ ᴏꜰ ꜱᴏʀʀᴏᴡ
ᴀɴᴅ ɢʀᴀᴠɪᴀʏᴀʀᴅ ᴏꜰ ᴍʏ ᴏᴡɴ ᴅɪᴇᴅ ꜰᴇᴇʟɪɴɢꜱ.

©“Midnighter”
  #Death
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"Midnighter"

सुनो! आज दिपावली है, ज़रा जल्दी लौट आओ
घर की दीवारों पर, हमें प्रेम रंगना है
और आत्मीयता की किरणें,उकेरनी हैं मधुरता से
चौखट की जिम्मेदारी मेरी, 
मखमली शब्दों से सी कर बनाऊँगी, 
एक प्यारा तोरण आम के पत्तों से 
और शुभ लाभ चिन्हित,कर घर के हर कोनों पर 
हम रचेंगे रंगोली जैसे, ईश्वर रचते हैं हमें 
हर रंग, गुण, रूप, पात्र और पहनावे से सुसज्जित 
विभिन्न क्रीड़ा करते अनेकों कठपुतलियां... 

सुनो! बताशे और पान के पत्ते ले आना 
मैं ले आऊंगी मीठे फल और धान की लाई 
तोड़ लाऊँगी प्रभु के प्रिय पुष्प और दूर्वा 
फिर सजाएंगे मंदिर दीपमालाएँ लगाकर 
बारी बारी से करेंगे हर दीप प्रज्वलित 
और करेंगे प्रार्थनाएं सबकी खुशियों की.... 

✨ शुभ दिपावली ✨

©“Midnighter” #रोशिनी
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"Midnighter"

किस बात का दुःख है तुम्हें? 
थोड़ा वक़्त बीत जाने दो! 
ये उलझन और विरह वेदनाओं के,गहरे समंदर का खारा पानी.. 
इक दिन सूख जाएगा और हो जाएगा सब कुछ शून्य। 
किस बात का दुःख है तुम्हें? 
थोड़ा और वक़्त बीत जाने दो! 
तुम खुद भूल बैठोगे सब कुछ और वो भुला चुके होंगे तुम्हें.. 
ये सृष्टि मिटा देगी अस्तित्व तुम्हारा, तुम भौतिक शून्य हो जाओगे। 
अपनी आँखों से देखोगे मिटता खुदको और कुछ नहीं कर पाओगे.. 
भलीभांति होकर उस सत्य से परिचित, ये बात समझ पाओगे 
कि मिट्टी का बर्तन तो जल जाएगा, राख कहाँ तक बचा पाओगे? 
किस बात का दुःख है तुम्हें? 
तुम रहोगे यहीं कहीं, शून्य में समाहित देह के इतर.. 
देखोगे खुद को अग्नि में विलीन और कुछ को बिलखते देखोगे।
कुछ को बेज़ान मरणासन्न तो कुछ को खुश भी देखोगे, 
देखोगे अपने सपनों का जलना, देखोगे अपने पास रखी वस्तुओं 
को छुने में अपनी असमर्थता। 
देखोगे अपनों को गले ना लगा पाने की पीड़ा और उनका दुःख, 
याद आएगा अपनी हर खुशी को बाँटने पर मिलने वाला सुख। 
अंततः इसी जीवन को, 
जिसमें बेहद दुःखी दिखाई पड़ते हो तुम उसी का अंत देखोगे। 
किस बात का दुःख है तुम्हें?
बस थोड़ा वक़्त बीत जाने दो!
तुम समझोगे जीवन - मृत्यु के कालचक्र का संचालन और यथार्थता ।
और आखिर में 
अपनी जीवंत आत्मा की मुक्ति देखोगे.. 🥀

बस थोड़ा वक़्त बीत जाने दो....

©“Midnighter” #Death
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"Midnighter"

Jo kabhi apne the hi nahin, 
Unhe, apna banane ki jaddohehad mein, 
Guzaar di zindagi aadhi. 🥀
Ab aadhi afsos mein guzregi
Ki, zindagi guzaar di aadhi. 💔

©“Midnighter”
  #Remember aadhi

#Remember aadhi

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