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baziraoashish6898
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Bazirao Ashish

हिन्दी, पंजाबी, संस्कृत व अंग्रेजी भाषाओं का साक्षर हूँ। चीते की चाल, बाज की नज़र और बाजीराव की कलम पर कभी शक नहीं करते.

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Bazirao Ashish

"Duty के सिर्फ 8 घण्टे जो मज़दूर हैं
वही बाकी के समय ग्राहक होते हैं।"

इसलिए 


"कम्पनी में घटिया सामान बनाने वालों, 
भोजन में जहर मिलाने वालों
एक निवाला तुम खाओगे, 
आज नहीं तो कल पाओगे।"

●आशीष●द्विवेदी●

©Bazirao Ashish Duty के सिर्फ 8 घण्टे जो मज़दूर हैं
वही बाकी के समय ग्राहक होते हैं।
इसलिए 
कम्पनी में घटिया सामान बनाने वालों, 
भोजन में जहर मिलाने वालों
एक निवाला तुम खाओगे, 
आज नहीं तो कल पाओगे।

Duty के सिर्फ 8 घण्टे जो मज़दूर हैं वही बाकी के समय ग्राहक होते हैं। इसलिए कम्पनी में घटिया सामान बनाने वालों, भोजन में जहर मिलाने वालों एक निवाला तुम खाओगे, आज नहीं तो कल पाओगे। #जानकारी

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Bazirao Ashish

#अवधी_लोकगीत
माई हमरौ नैहर छूटल बा;
पूत हईं तव का भा?
माई हमरौ नैहर छूटल बा।

छूटल माई तोहार अँचरा;
छूटल गँउआ कय सगरा;
छूटल बिरवा बगिया;

#अवधी_लोकगीत माई हमरौ नैहर छूटल बा; पूत हईं तव का भा? माई हमरौ नैहर छूटल बा। छूटल माई तोहार अँचरा; छूटल गँउआ कय सगरा; छूटल बिरवा बगिया; #समाज

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Bazirao Ashish

जिन्हें पसन्द हो अहिंसा
वो अपने पास रख लें
दस बारह दर्जन चूड़ियों का
वो शृङ्गार रख लें।

हम बलिदानियों के पुजारी
सदा हिंसा ही जाने हैं
जब निकले कटारी दुधारी तो
रणभूमि ही माने है।

जिन्हें पसन्द हो अहिंसा
वो अपने पास रख लें
दस बारह दर्जन चूड़ियाँ 
वो उधार रख लें।


●आशीष●द्विवेदी●

©Bazirao Ashish #लालबहादुरशास्त्री_जयंती 
जिन्हें पसन्द हो अहिंसा
वो अपने पास रख लें
दस बारह दर्जन चूड़ियों का
वो शृङ्गार रख लें।

हम बलिदानियों के पुजारी
सदा हिंसा ही जाने हैं

#लालबहादुरशास्त्री_जयंती जिन्हें पसन्द हो अहिंसा वो अपने पास रख लें दस बारह दर्जन चूड़ियों का वो शृङ्गार रख लें। हम बलिदानियों के पुजारी सदा हिंसा ही जाने हैं #कविता

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Bazirao Ashish

सरकारी नौकरी वालों की
 केवल तनख़्वाह ही सरकारी होती है।
ख़र्चे उनके भी निजी (Private) होते हैं, 
बिल्कुल आपके तरह।


●आशीष●द्विवेदी●

©Bazirao Ashish सरकारी नौकरी वालों की
 केवल तनख़्वाह ही सरकारी होती है।
ख़र्चे उनके भी निजी (Private) होते हैं, 
बिल्कुल आपके तरह।


●आशीष●द्विवेदी●

सरकारी नौकरी वालों की केवल तनख़्वाह ही सरकारी होती है। ख़र्चे उनके भी निजी (Private) होते हैं, बिल्कुल आपके तरह। ●आशीष●द्विवेदी● #ज़िन्दगी

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Bazirao Ashish

हम तकते ही रहे उनके गुलाबी गालों को
और
किसी ने उन पर काला जादू कर दिया।


●आशीष●द्विवेदी●

©Bazirao Ashish हम तकते ही रहे उनके गुलाबी गालों को
और
किसी ने उन पर #काला_जादू  कर दिया।

●आशीष●द्विवेदी●

हम तकते ही रहे उनके गुलाबी गालों को और किसी ने उन पर #काला_जादू कर दिया। ●आशीष●द्विवेदी● #शायरी

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Bazirao Ashish

अब मेरा क्या काम रहा?
न ही मुझमें प्राण रहा, 
अब मेरा क्या काम रहा?
न हरियाली ना छांव रहा,
अब मेरा क्या काम रहा?

सूख गई सब शाखाएं मेरी,
अब मेरा क्या काम रहा?
जीवन अब न साथ रहा , 
अब मेरा क्या काम रहा?

जब तक थी मुझमें जान, 
होता छांव में विश्राम रहा,
अब मेरा क्या काम रहा?
ठंड में अलाव व अंतेष्ठी में
जलना मेरा काम रहा, 
अब मेरा क्या काम रहा?

            •शिवम दूबे•

©Bazirao Ashish अब मेरा क्या काम रहा?
न ही मुझमें प्राण रहा, 
अब मेरा क्या काम रहा?
न हरियाली ना छांव रहा,
अब मेरा क्या काम रहा?

सूख गई सब शाखाएं मेरी,
अब मेरा क्या काम रहा?

अब मेरा क्या काम रहा? न ही मुझमें प्राण रहा, अब मेरा क्या काम रहा? न हरियाली ना छांव रहा, अब मेरा क्या काम रहा? सूख गई सब शाखाएं मेरी, अब मेरा क्या काम रहा? #विचार

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Bazirao Ashish

खोटे सिक्कों की वजह से 
समाज में सन्देह बढ़ता है
और सन्देह से पाप बढ़ता है 
और पाप से 
समाज का विनाश निश्चित हो जाता है
अतः खोटे सिक्कों की वजह से
 सब पर सन्देह करना अनुचित है।

◆आशीष●द्विवेदी◆

©Bazirao Ashish
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Bazirao Ashish

मुझे इतवार अच्छे नहीं लगते
न जाने क्यों मतलबी यार
अच्छे नहीं लगते......

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जो मिले मतलबी यार उन्हें हम याद नहीं रखते
जो हैं साथ मेरे उन्हें हृदय में सम्भालकर हैं रखते

●आशीष●द्विवेदी●

©Bazirao Ashish #FriendshipDay Saurav life Arvind Adhar KRISHNA KUMAR KUSHVAHA Praveen Jain "पल्लव" Ankita Shukla

#FriendshipDay Saurav life Arvind Adhar KRISHNA KUMAR KUSHVAHA Praveen Jain "पल्लव" Ankita Shukla #ज़िन्दगी

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Bazirao Ashish

#पद #सूरदास
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Bazirao Ashish

सरकारी नौकरी वाले दामाद को 10 लाख रु. दहेज में देने से बेहतर है किसी बेरोजगार समझदार लड़के को उपहार स्वरूप कोई व्यापार करा दीजिए... 
आपका दहेज़ अभिशाप नहीं वरदान बन जायेगा...
◆आशीष●द्विवेदी◆

©Bazirao Ashish #RajaRaani ख़त्म कहानी

#RajaRaani ख़त्म कहानी #विचार

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