हार कर भी रुका नही,
किसी के सामने झुका नही,
तू बिहार का असली लाल है,
आने वाला तेरा साल है।
मखमल के गद्दी पर सोने वाला तेरा खाल नही,
हराम का तेरे पास माल नही।
धरती से ज़ुरा तेरा कदम,
गर्व है हमे बिहार में हुआ तेरा जनम। #nojotophoto#pappu_yadav
#OpenPoetry
देश को न जाने कितने साल हुये । काफ़ी गहरी है इसकी धरती । अजीब सच है की मैं अपने देश मे ही नहीं घूम सका हूँ । देश के उन बहोत सारे लोगों की तरह जो एक ही मिट्टी मे जन्म लिये और उसी मिट्टी मे मिल गये । वो सारे लोग जिन्होने एक ही स्थान और एक ही एंगल से देश का लंबा वक़्त देखा । सच मे कितना धैर्य रहा होगा न उनके पास भी । निर्भरता मे पूरा जीवन बिता होगा । कभी डाकिये का इंतज़ार ,कभी आकाशवाणी के न्यूज़ का इंतज़ार,कभी चुनाव मे अपने पसंद के नेताओं को देख पाने का इंतज़ार । सच मे उन्होने कई सालों से क