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shubhampatankar4177
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Shubham Patankar

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Shubham Patankar

रातरानी की मधुर खुशबू जब बिखरने लगी।
चंद्रमा की चांदनी जब धरा पर पड़ने लगी।
 ऐसा लगा कि मानो मेरे ख्वाबों की अप्सरा।
स्वर्ग को छोड़ धरती पर टहलने लगी

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Shubham Patankar

#Pehlealfaaz आ गई है पूनम की रात।
 सजनी से होगी सजना की बात।।
निशा की चमकदार चांदनी तले ।
 चंद्र और रति करेंगे मुलाकात।।
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Shubham Patankar

खुश रहना हो अपनी फितरत में, तो एक बात सुमार कर लो।
 ना मिले कोई अपने जैसा, तो खुद से प्यार कर लो।

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Shubham Patankar

अजीब मसला है।
 पहले उसने कहा,भूल जाओ मुझे।
 अब वही कहता है, कि मैं भुलाया नहीं जा रहा।

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Shubham Patankar

तेरी आंखों में सागर-झीलो सी गहराई है।
तेरी बातें सुनकर लगता बातों में सच्चाई है।
तुम बातों बातों में जब हमसे रूठा करती हो।
लगता तुममे बिल्कुल गुड्डे -गुड़ियों की परछाई है।

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Shubham Patankar

मुझको यू प्यार से देखना छोड़ दो।

मेरे बारे मे तुम सोचना छोड़ दो।

होने वाला हु सिंदूर किसी मांग का 

मुझसे नम्बर मेरा मांगना छोड़ दो।

शुभम (छोटे बाबू)......

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Shubham Patankar

अखंड भारत की यही कहानी। बहना बोली भैया से, तुम बन जाओ सुभाष,और मै झांसी की रानी।।

 अखंड भारत के प्रथम स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन के पावन पवित्र त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएं

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Shubham Patankar

कभी तुम पूछ लेना, 
कभी हम भी ज़िक्र कर लेगें,
छुपाकर दिल मे प्यार को, एक दूसरे की फ़िक्र कर लेंगे...

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Shubham Patankar

सोच कर तुम्हें दिल धड़कता है ।
यह मोहब्बत नहीं तो फिर क्या है 
तुम्हें भूलने का सहबन ख्याल आए तो हम,नजर में अपने गुनाहगार लगने लगते हैं 
तुम्हारी याद की आदत सी हो गई है हमें,ना याद आओ तो बीमार लगने लगते हैं।
ताहिर साहब

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Shubham Patankar

तेरी आंखों में सागर झीलो सी गहराई है।
तेरी बातें सुनकर लगता बातों में सच्चाई है।
 तुम बातों-बातों मे जब हमसे रूठा करती हो। 
लगता तुममे बिल्कुल गुड्डे -गुड़ियों की परछाई है

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