उसके हिजाब के खुले बिना
बस आंखों के दीदार से उसे पहचान लेना
बहुत भीड़ भाड़ है दुनिया में
लेकिन उस भीड़ में भी उसे सबसे पहले पहचान लेना उसकी आंखों से उसकी बातें पढ़ लेना
उसकी पसंद को अपनी आदत बना लेना
इसे सिर्फ उसके लिए अपनी फिक्र मत समझना
जनाब यह मोहब्ब्त ही है !!
दुआ में रोज़ यही मांगना कि #Poetry#MOKSHA
anjaaaaan
कह तो दिया था तुमने की
अदा कर दोगे मेरे प्यार का हिसाब
तो चलो आज हिसाब लगा ही लेते हैं
लौटा सकते हो तो लौटा देना
मेरी वो मासूमियत !!
मेरा वो अल्हड़पन !!
मेरी वो हंसी !!
बोलो क्या लौटा पाओगे ? #Poetry#MOKSHA