Nojoto: Largest Storytelling Platform
anumittal9840
  • 69Stories
  • 368Followers
  • 2.0KLove
    0Views

Anu Mittal

अब तक 350से ज्यादा ग़ज़लें और नज्में लिख चुकी हूँ ...face book पर डालती रहती हूँ

  • Popular
  • Latest
  • Video
8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

तुम क्या जानो कि अब के बरस मयखानों पे क्या- क्या गुज़री 
रिंदों ने तौबा की जब से , पैमानों पे क्या -क्या गुज़री 

किस- किस का गिरेबां चाक हुआ कितने आशिक़ बेमौत मरे 
तुम क्या जानो तेरी चाहत मेँ, दीवानों पे क्या- क्या गुज़री 

कितनी फरियादें की होंगी , सर पटका मँदिर मस्ज़िद में 
तुम क्या जानो तेरी सूरत से,  बुतखानों पे क्या- क्या गुज़री 

तुम शौक़ से सुनते थे जिनको और सुनते सुनते सो ही गये 
उन आधे-अधूरे से मेरे ,अफसानों पे क्या क्या गुज़री 

हर दिल ने सोग मनाया था , शमा के जलने का लेकिन 
शमा क्या जाने कि उसके परवानों पे क्या -क्या गुज़री 
अनु "इंदु" यादें

यादें

8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

दिल की क्या बात करें उनको सुनानी भी नहीँ 
खुल के कहनी भी नहीँ, उनसे छुपानी भी नहीँ 

अब कोई याद नहीँ , याद-दहानी  भी  नहीँ 
इस हकीकत से बड़ी कोई कहानी भी नहीँ 

दिल की यह झील ही जज्बों से हो गई खाली 
तिश्नगी लब पे नहीँ ,अश्कों की रवानी भी नहीँ 

तुम्हारे हिज्र में रोने  को अब  आँखों में  मेरी 
खून क्या ढूंढ़ते हो  इनमें तो पानी भी नहीँ 

नींद आँखों से बड़ी , ख़्वाब हैं नींदों से बड़े 
अब कोई रात यूँ आँखों में बितानी भी नहीँ 

ढूंढ़ा करते हैं हम शहर- ए -तखय्युल में तुम्हें 
अब मेरे पास तेरे घर की निशानी भी नहीँ 

इसी आतिश में सुलगना है,  ताउम्र  मगर 
यह बढ़ानी भी नहीँ , हमको बुझानी भी नहीँ 
अनु 'इंदु ' चलते चलते

चलते चलते

8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

याखुदा , ऐसा सिलसिला कर दे 
  इस मुहब्बत की  इंतिहा कर दे 

जितना पाऊँ वो उतना बाकी हो 
मेरी चाहत को  बेपनाह कर दे 

आईना देखूँ तो मैं देखूँ उसको 
मेरी हस्ती  ही तू फना कर दे 

दोनों में  फर्क न कुछ रहे बाकी 
मुझमें वो जज्ब ,इस तरह कर दे 

उसका मिलना अगर हो नामुमकिन 
उसको फ़िर तू मेरा खुदा कर दे 
अनु "इंदु " हसरतें

हसरतें

8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

वक्त की आगोश में इक दिन पिघल जाऊँ तो क्या 
मैं फरिश्ता तो नहीं, इक दिन बदल जाऊँ तो क्या 

दिल तो आख़िर दिल है , यह उब जाये तो हैरत ही क्या 
हुस्न की रानाईयों हैं ,मैं  फिसल जाऊँ तो क्या 

बाँध कर रखोगे कब तक,  गेसू-ए पेचाँ में तुम 
एक दिन इस पेचो खम से मैं निकल जाऊँ तो क्या 

मुन्तजिर हूँ तेरा अब तक,मेरे दिल का क्या पता 
इस बदलते दौर में मैं भी बदल जाऊँ तो क्या 

बात मत छेड़ो हशर की,हशर देखा जायेगा 
कब तलक डर के जीऊं,इक दिन फिसल जाऊँ तो क्या 

दिल में इक दिन मैं तेरे यूं ही उतर के आ गया 
बे दरो दीवार घर है ,यूँ ही निकल जाऊँ तो क्या 

कब तलक ठहरा रहूंगा,  ख़्वाब बन कर आंख में 
अश्क बन कर चश्मेतर से मैं फिसल जाऊँ तो क्या 

तुमने मंजिल बदली है तो मैं भी क्यूं बंध कर  रहूँ 
चलते चलते राह में रस्ता बदल जाऊँ तो क्या 
अनु ' इन्दु ' चलते ...चलते

चलते ...चलते

8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

जाने कब से तुमको चाहा,जाने कब से प्यार  हुआ 
हमने जब से  होश संभाला तेरा ही  दीदार   हुआ 

लम्हें बीते,दिन गुज़रे फिर कितने मौसम आये गये , 
तुमसे ही होना था हमको , तुमसे ही हर बार हुआ 

दोनों बातें यकसां हैँ अब ,जीना क्या और मरना क्या 
जीना पहले ही मुश्किल था ,मरना भी दुश्वार हुआ 

शाम की दुल्हन बैठी है कब से मन में इक आस लिये 
न तो चाँद का टीका आया , न  तारों का हार  हुआ 

हद्दे नज़र तक नक्शे पा हैँ , मंजिल किसने देखी है
 मीलों लंबे इन रस्तों पर जो भी आया ख़्वार हुआ 
अनु ' इंदु ' हसरतें ...यादें

हसरतें ...यादें

8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

नीँद  ले के वो  मेरी, कुछ ख्वाब  दे गया 

वो शख्स जाते जाते सब अहसास ले गया 
 
बिन पिये ही चल दिये बज़्म से उसकी फिर आज़ 

हाथों में जाम दे के  मेरी प्यास ले गया
अनु "इंदु" यादें ..

यादें ..

8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

जाने कब से तुमको चाहा,जाने कब से प्यार  हुआ 
हमने जब से  होश संभाला तेरा ही  दीदार   हुआ 

लम्हें बीते,दिन गुज़रे फिर कितने मौसम आये गये , 
तुमसे ही होना था हमको , तुमसे ही हर बार हुआ 

दोनों बातें यकसां हैँ अब ,जीना क्या और मरना क्या 
जीना पहले ही मुश्किल था ,मरना भी दुश्वार हुआ 

शाम की दुल्हन बैठी है कब से मन में इक आस लिये 
न तो चाँद का टीका आया , न  तारों का हार  हुआ 

हद्दे नज़र तक नक्शे पा हैँ , मंजिल किसने देखी है
 मीलों लंबे इन रस्तों पर जो भी आया ख़्वार हुआ 
अनु ' इंदु ' मुहब्बत के नाम

मुहब्बत के नाम

8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

दिल धड़कने का सबब याद आया 
वो तेरी याद थी , अब याद आया शायरी

शायरी

8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

महफ़िल तेरी महफ़िल का भरम रखने को 
बिन पिये हम भी लड़खड़ाते हैँ शायरी

शायरी

8eb14e1b49f2e5716004e2e2662ca25e

Anu Mittal

लम्हा इक लम्हा था मुश्किल तेरे बिना,इक उम्र भी हमने गुज़ारी है 
हमसे पूछो ख़ुद हमने ही यह जीती बाज़ी हारी है शायरी

शायरी

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile