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nilesh9305510989270
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Nilesh Singh

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Nilesh Singh

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Nilesh Singh

New Year 2025  नयी चीजों में हमेशा डर बना रहता है 
आजमाई चीजे हमेशा अच्छी होती है 




✒️नीलेश सिंह

©Nilesh #Newyear2025
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Nilesh Singh

New Year Resolutions अपने आंसू खुद से पोछना
कोई और पोंछे गा तो उसकी कीमत चुकानी होगी

©Nilesh #newyearresolutions
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Nilesh Singh

New Year 2024-25 जो गुजर गया वो शानदार था 
हम मिडल क्लास वालों को समझोते की आदत होती है

©Nilesh #NewYear2024-25
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Nilesh Singh

New Year 2024-25 शिकायत नहीं बस खुद से सवाल था 
पीछे जो छूटा वो भी कमाल था 
जो पीछे मिला था उसे ही न सम्भाल पाया 
नया पाने से ज्यादा पुराना छूटने का मलाल था
क्या खोया क्या पाया इसका क्या हिसाब लगाऊँ 
जैसा भी था,जो भी बीता मगर बेहतरीन वो साल था 



नीलेश सिंह

©Nilesh #NewYear2024-25
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Nilesh Singh

White  जो हुआ संग मेरे,नहीं मैं हैरानी में ,
बूढ़ा हो गया,मैं इस जवानी में
मुझे किरदार मिला था चुप रहने का
न जाने क्यों बोल उठा मैं इस कहानी में
मैं साफ नियत वालों को ढूंढ रहा था इस शहर में, 
याद आया!मैं तो रहता हूं प्रदूषित राजधानी में 


      नीलेश सिंह
   पटना विश्वविद्यालय

©Nilesh #Niyat
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Nilesh Singh

Unsplash  मेरे किस्से जो कभी कहानी बन न पाए
सबको खुश करने मे रहे,खुद को खुश कर न पाए
दर्द सहते-सहते बड़े हुए थे हम मगर, 
उसके दिए दर्द को हम सह न पाए
छोड़ कर जाने से पहले ही छोड़ चुके थे सब 
पहले भी अकेले थे हम,मगर अब अकेले रह न पाए
ठहर गए थे उनके साथ जीवन भर चलने को
विसर्जन किया उसने मेरा मगर हम नदियों मे बह न पाए

    नीलेश सिंह
पटना विश्वविद्यालय

©Nilesh #MeriKahani
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Nilesh Singh

Unsplash जिसने बर्बाद किया उसी को याद करता हूं

जिससे मिल नहीं सकता उससे मिलने की फरियाद करता हूं

मैं अपनी बर्बादी का जिम्मेदार खुद हू ये मान चुका,

इसलिए आज कल खुद से मैं संवाद करता हूं


       नीलेश सिंह

©Nilesh #Khud
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Nilesh Singh

चारों ओर हाहाकार मचा है 
बैचैन है वो किनारे जिसका घर बना हैं 
कल तक सुकून मे थे जिसकी आड़ में,
उसके डूब जाने पर आज मातम मना है
हमारे आंसु पोछने की अफवाह फैलेगी देखना, 
डूब रही जो झोपड़ी ये,इसी से किसी का महल खड़ा है l


  🖋️ नीलेश सिंह
  पटना विश्वविद्यालय

©Nilesh #bihar_flood
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Nilesh Singh

White भाषायें कर्जदार है स्त्रियों की, 
क्योंकि भाषा मातृ होती है
और माँ का कर्ज कभी चुकाया नहीं जा सकता

©Nilesh
  #hindi_diwas
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