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gayatrigarud6813
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Gayatri Garud

sinhagad institute of technology ,shrimati kashibai nawale college of Engineering vadgaon pune.

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Gayatri Garud

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©Gayatri Garud #Thoughts

Thoughts #Shayari

9 Love

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Gayatri Garud

कहर...

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©Gayatri Garud #BooksBestFriends
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Gayatri Garud

क्यु टुट के डुबा हैं यह समा
हर साया एक राज सा लगता हैं...
किसी दिलचस्प कहानी का 
छुटा हुआ किस्सा सा लगता हैं...
 मौजुद हैं वह शायद मेरे ही जहन में
उसे खोजने भी  निकलू  तो
हर मंजर खोई हुई पहेली सा लगता हैं...
यह राज हैं ,या साज हैं , या बस एक इत्तेफाक हैं
शक हैं या शक्सीयत , या सिर्फ मेरी हकीकत...
इसे ढुँढू भी तो कैसे , इसे जानू भी तो कैसे
बया करू भी तो कैसे..
मेरे लबों के इस कलम की 
स्याही ढुँढू भी तो कैसें...
कैसें...

©Gayatri Garud new

#Hope

new #Hope

11 Love

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Gayatri Garud

क्यु टुटे हैं यह तारें
आसमान से पन्नों पे...
या छुटे हैं यह मुठ्ठी से
खाई में गहरी समुंदर की
दुवाओं की जंजीरों को खुद निहत्था ही तोड़ के...
इन पन्नों को समेटकर,क्या यह तारे इतिहास बनाएंगे?
या फिर समुंदर की मिट्टी पर
 दुवाओं का झुठा शीशमहल...

©Gayatri Garud v1

#booklover

12 Love

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Gayatri Garud

हर नजारा अगर उल्फतों का शहर हैं
तो इन उल्फतों में मोहब्बत भी कहा कम मशहूर हैं...

इन मोहब्बतों का जहां गर युही मुकम्मल होता
तो हर शाम यह दिल ,युह तनहाई की कुरबत में
जाम भरी महफिल में,मोहब्बत लिए सीने में
नम ठहरी आँखों से ,मुस्कुराते हुए होठों से
गम का यह सागर युह पलको में छिपाए
जानबूझकर मशगुल नहीं होता...

©Gayatri Garud #peace

10 Love

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Gayatri Garud

कुछ कहानियां हैं गहरी साँसो में छिपी हुई
कुछ कहानियां हैं आसमानों के रंगों में लिखी हुई...
कुछ बातें हैं जो हमेशा से अनकही रही
कुछ बातें हैं इन आँखों के साज में छिपी हुई...
बिना कहें भी ना जाने यह कितना शोर मचाती हैं
अपनी चुप्पी में भी यह आसमानों से, ढेरो सवाल कर जाती हैं..
इन सवालों का कारवाँ इक दिन जरूर थमेगा....
जब यह चुप्पी वाला कोहरा, आसमानों से हटके 
सुकून वाली सुनहरी सुबह में तबदील होगा...

©Gayatri Garud #moonbeauty
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Gayatri Garud

चाहे आए लाख आँंधी ,चाहे आए लाख तूफान
ना कभी झुका था , ना झुका हैं
जो हमेशा डटके लडा़ हैं
त्सुनामी के बवंडरों से भी, जो चट्टान की तरह लडा़ हैं
अंग्रेजो की तानाशाही पे ,क्या कस के चाटा पडा़ हैं..
बुँँद बुँँद बरसात में
कडी़ से कडी़ धूप में
लहराते खेतों की हरजाई में
बलखाती फिजाओं की खुशबूओं में
रात के चाँद सितारों में,सुबह सूरज की किरणों में
जो हर धड़कन में बसा हैं
एक ही तो हैं ऐसा
निले गगन में झुमता तिंरगा हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा..

©Gayatri Garud #AzaadKalakaar
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Gayatri Garud

यह जिंदगी भी कितनी कमाल की हैं ना...
कभी राहों में चलते चलते, पत्थर से टकरा जाते है
तो कभी इन्ही राहों में चलते चलते
बारीश को बाहों मे लेके ,भीग जाया करते हैं....
कभी नफरत की जंजीरे , साँसों को कुछ युह घेर लेती हैं
की हवाओं में बहने वाली खुशबू भी ,
जहर लगने लगती हैं....
तो कभी मोहब्बत के पासें कुछ युह आ गिरते हैं
की शतरंज जैसी दीखने वाली 
यह जिंदगी भी आसान लगने लगती हैं...
यह जिंदगी भी कितनी कमाल की हैं ना
पल में तोला , पल में माशा...
पासा फेंक और देख तमाशा...

©Gayatri Garud rose

#OneSeason

7 Love

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Gayatri Garud

कई बार रातें बस युही बीत जाती है..
कभी किसी आँचल के सायें में सुकून से सोते हुए
तो कभी अंधेरे को मिटाने की 
नाकामीयाब कोशीश करते हुए...
कभी गहरे समुंदर में गोते लगाते हुए
तो कभी उन्ही लहरों से लिपटकर जोर जोर से रोते हुए...
कभी सुमसान सड़क पे बारीश के मौसम में
खुशी से झुमते हुए....
तो कभी भरी हुई महफील में झुठे जाम के साथ
सच्चे अश्को को छिपाते हुए..
कभी मुक्कंमल मोहब्बत के लिए दुवांए माँगते हुए..
तो कभी अधुरी मोहब्बत के साथ 
मुस्कुराके जीते हुए...
 कई बार रातें बस युही बीत जाती हैं ..
पलको में ख्वाबों की हकीकत बन जाती हैं...

©Gayatri Garud new1

#Light

new1 #Light

11 Love

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Gayatri Garud

कही गुम हैं खामोशी 
शोर के आशियाने में
कही खफा हैं तन्हाई
झुठी कुरबत की महफिलो में..
कही रूठी हुई हैं शाम,बिखरे रंगो की महफिलो में
कही खोया हुआ हैं आसमान
चाँद और चाँदनी की आँख मिचौली में..
कभी साया हैं परछाई
पिछे छुटे ख्वाबों का 
तो कभी परदा हैं यह आँखे,बिते हुए कल का...
कही मुरझाइ हैं कायनात
तो कभी सावन भी बेकरार हैं
कभी आँधी हैं आँचल में
तो कभी बेशुमार प्यार हैं..
खामोश ठहरी राहों में 
इन आँखो को ना जाने किसका इंतजार है
अब तो दिल भी चीख चीख के कह रहा 
ना जाने क्यु लग रहा 
कुछ ऐसाही हमारा हाल हैं....

©Gayatri Garud new3

new2

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#WalkingInWoods

new3 new2 new1 #WalkingInWoods

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