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पं.महानन्द वाजपेयी प्र. अर्थ. भारतीय इंटर कॉलेज उमरिया सीतापुर

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कीजिये दान

कीजिये दान #विचार

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सफाचट्ट मैदान

सफाचट्ट मैदान #विचार

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पते की बात सुनौ जी 1

पते की बात सुनौ जी 1 #ज़िन्दगी

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पते की बात सुनौ जी

पते की बात सुनौ जी #ज़िन्दगी

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🌹🌹🌹चिंता 🌹🌹
चिंता का एक ऐसा मानसिक तनाव है जो किसी समस्या से उत्पन्न होता है जिसके समाधान के लिए वह यातो खुद को नर बस समझता है और उसे अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लेता है/जो अस्तित्व के लिए एक परीक्षा होता है जिसका समाधान कमसे कम उसके लिए मुस्किल होता है अथवा जिसकी सर्ते पूरी होने का उचित समय बीत चुका होता है या आने वाला होता जिसके लिए इंतजार आपेक्षित है जिसे वह नजरंदाज करते हुए तत्काल समाधान चाहे तब वह विषय चिंता बन जाता है/इस प्रकार जो विषय चिंता बन जाता है वह समाधान होने तक व्यक्ति को क्लेशित करता रहता है इसलिए कहा जाता है कि चिता मुर्दा जलाती है तो चिंता जिंदा जलाती रहती है/और यह भी कहा जाता है कि  चिंता नहीं चिंतन करो उचित समय की प्रतीक्षा करो क्यों कि चिंतनीय विषय या समस्या का समाधान अनुकूल परिस्थिति के आने पर स्वाभाविक रूप से हो सकता है🙏
 शब्दकार:-पं. महानन्द वाजपेयी "आनन्द"

©bajpaimahanand@gmail.com चिंता😥

#LostInSky

चिंता😥 #LostInSky #विचार

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नव संवत्सर आ गया.

नव संवत्सर आ गया. #कविता

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तरु त्रण मृग पक्षी जिअहिं, पै न मनुज कहलांइ/"मनन "करैं जो जीव जग, सो मानव सतिभांइ/🌹/
शब्दकार:-महानन्द वाजपेयी 'आनन्द'

©bajpaimahanand@gmail.com मनन:-

#lonely
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भावनाएँ
भावनाऐं तो भावनाऐं है खराब खोटी अच्छी भली एक नदी की तरह कहते हैं कि जो इनमें बह गया तो बह गया रह गया तो रह गया /भावनाऐं कल्पना पर आधारित है जीवन कल्पना नहीं दोधारी तलवार है. इसीलिए कहते हैं भावनाऐओं में मत बहो जीवन के सत्य को जानो. अपनी भावनाओं को भाव में रखकर दूसरों की भावनाओं को पहचानों यह समझ का कोक शास्त्र है इसे पढो आगे बढ़ो बुलंदियों पर चढो़ चढ़ कर देखो दुनिया भाव बे भाव दूसरों की भावनाओं से खेल रही है . खुश हो रही है यही संसार का सत्य है यही संसार है...भवनाओं का.....क्रमशः.................... शब्दकार पं. महानन्द वाजपेयी आनन्द

©bajpaimahanand@gmail.com भावनाएं:-

#waiting

भावनाएं:- #waiting #विचार

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🌹🌹यह शरीर है🌹🌹
 इसीसे देवत्व है इसी से असुरत्व, देवत्व बढ़ायें/खुद को कीमती बनायें//कहते हैं दुनिया है गुण की गाहक, अवगुण जग  नाहक/गुण ग्रहीता बढ़ायें/खुद को कीमती बनायें//दुर्गुण सबसे बड़ी बिपत्ति, सद्गुण हैं सच्ची सम्पत्ति/सद्गुण अपनाएं खुद को कीमती बनायें // कौआ काको धन हरै ,कोयल काको देय /मीठी बाणी बोल कर जग अपना कर लेय//बाणी  में मधुरता बढ़ाएं, खुद को कीमती बनाएं//अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचन द्वयम्/ परोपकाराय पूण्याय पापय परपीडनम्//अहिंसा अपनाएं खुद को कीमती बनाएं//धर्म न दूसर सत्य समाना/आगम निगम पुराण बखाना//कथनी करनी में समानता लाएं, खुद को कीमती बनाएं// बहिर्मुखी इन्द्रियाँ देती सदा दुख और अन्तर मुखी इंद्रियाँ शिव शंकर दिखाएं/अन्तर दृष्टी बहिर्श्रष्टी बनके "आनन्द" पाएं/खुद को कीमती बनाएं//शब्दकार पं. महानन्द वाजपेयी "आनन्द"

©bajpaimahanand@gmail.com खुद को कीमती बनाएं

#Moon

खुद को कीमती बनाएं #Moon #कविता

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🙏अन्तर राष्ट्रीय महिला दिवस पर विषेश 🙏                शीर्षक:---------------🌹🌹खुद को सम्हालो नारी 🌹🌹लड़के घर से सूट बूट और टाई में निकलते हैं /और लड़कियों को कक्षा और बनियान में निकलते देखकर लिखते हैं//कि.. खुद को सम्हालो नारी// 1//  लड़के चाहे गर्ल फ्रेंड बनाने में शरमाते हों/पर लड़कियों को ब्वॉयफ्रेंड का अभिभावक से परिचिय कराते देखकर लिखते हैं//कि.. खुद को सम्हालो नारी//2//लड़कों को चोरी छिपे बियर पीते हुए देखा पर, लड़कियों को सड़क पर स्मोकिंग करते हुए देखकर लिखते हैं/ कि..  खुद को सम्हालो नारी//3//माँ बाप सम्पत्ति से बेदखल करें तो कोई बात नहीं. सास ससुर के बैलेंस पर लड़ते हुए देखकर लिखते हैं/.कि खुद को सम्हालो नारी//4//माँ बाप गठरी बांधकर घर से निकाल दे तो  कोई बात नहीं.पर ससुर को ब्रध्दाश्रम में भेजते हुए देखकर लिखते हैं कि.. खुद को सम्हालो नारी//5//🌹🌹🌹शब्दकार पं. महानन्द वाजपेयी "आनन्द"

©bajpaimahanand@gmail.com खुद को सम्हाले नारी

#womensday

खुद को सम्हाले नारी #womensday #कविता

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