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monikamotlia8610
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Monika Motlia

express thoughts without boundations🥰🤗

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Monika Motlia

#तेरी जिन्दगी का अधूरा किस्सा नहीं हर पन्ने का पूरा हिस्सा बनना चाहती हूं मै।

#तेरी जिन्दगी का अधूरा किस्सा नहीं हर पन्ने का पूरा हिस्सा बनना चाहती हूं मै।

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Monika Motlia

मैं तेरी जिंदगी का अधूरा किस्सा नहीं, हर पन्ने का हिस्सा बनना चाहती हूं।
दो पल का नहीं, पूरे सात जन्मों का वादा चाहती हूं।
हर वक्त पास ना सही, पर साथ होने का एहसास चाहती हूं।
मेरे हर लड़खड़ाते कदमों में साथ ना सही, पर हौसला बस तेरा ही चाहती हूं।
मै तेरी जिंदगी का अधूरा किस्सा नहीं ,हर पन्ने का हिस्सा बनना चाहती हूं।
दो पल का नहीं ,पूरे सात जन्मों का वादा चाहती हूं।तेरे हर सुख का ना सही ,पर हर दुख का पूरा हिस्सा बनना चाहती हूं।
तेरी हर मुस्कुराहट की ना सही ,पर हर आशुओ को मुस्कुराहट में बदलने की वजह बस मै बनना चाहती हूं।
मै तेरी जिंदगी का अधूरा किस्सा नहीं,हर पन्ने का हिस्सा बनना चाहती हूं।
दो पल का नहीं, पूरे सात जन्मों का वादा चाहती हूं।
मेरी या तुम्हारी जिंदगी नहीं, पर ये हमारी जिंदगी की किताब मै जरूर लिखना चाहती हूं।
हर सफर में मै ना सही, पर हां हर कदम हमारे साथ रखना चाहती हूं।
मै तेरी जिंदगी का अधूरा किस्सा नहीं,हर पन्ने का हिस्सा बनना चाहती हूं।
दो पल का नहीं, पूरे साथ जन्मो का वादा चाहती हूं।

©Monika Motlia
  #Monika

#RAMADAAN
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Monika Motlia

दो पन्नों में सिमट जाऊ, वो किताब नहीं मै।
हर कोई पढ़ पाए ,इतनी आसान भी नहीं मै।
खुली किताब जरूर हूं मै।
पर,
बाहर से दो पन्नों को पढ़ जाए,
उसके समझ ना आने वाली किताब हूं मै।
दो पन्नों में सिमट,जाऊ वो किताब नहीं मै।
हर कोई पढ़ पाए, इतनी आसान भी नहीं मै।
आखरी पन्ना कोरा रखती हूं।
अधूरी समझ छोड़ जाए,
 वो किताब भी नहीं हु मै।
दो पन्नों में सिमट जाऊं, वो किताब नहीं में।
हर कोई पढ़ पाए,इतनी आसान भी नहीं मै।
अटपटी और उलझी सी किताब जरूर हूं मै।
पर,
जो अंत मे उस कोरे पन्ने को पढ़ पाए। 
उसके लिए कभी ना खत्म होने वाली किताब हू मै।
दो पन्नों मै सिमट जाऊ ,वो किताब नहीं मै।
हर कोई पढ़ पाए, इतनी आसान भी नहीं मै।

©Monika Motlia #kitab

#Books
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Monika Motlia

Na teri sona rhi 
Na teri mona rhi
Vo breakup k baad,
Na babu, na vo jaan rhi
Kyu, breakup jo kr liya tha na...
Hmm..yeah breakup!
Na teri sona rhi....
Na babu ,na vo jaan rhi...
Riste ki mala kuch isse kadar tuti...
Na motiyo mai vo baat rhi...
Na unme vo jaan rhi....
Na teri sona...
Na babu...
Na vo chand tare laane k waade krwa rhi....
Na nyi nyi farmaise puri krwa rhi....
Bs ake izzat krne ko hi toh boli thi....
Kya pta tha usses, breakup k baad...
Vo esi izzat k liye gidgida rhi thi....
Na teri sona.....
Na babu....

Jab jab vo thokare kha rhi thi....
Pakad tera hath hi toh vo smhal rhi thi....
Ake breakup hi toh hua tha yaar...
Na vo hath shi , na vo sath shi....
Pr fir bhi tuzme vo ake insaniyat dekhna chaha rhi thi....
Kher, ese chiz ki usko bhanak bhi toh nahi thi....
Insan k roop mai ake janwar se rista jod rhi thi....
Na teri sona...
Na babu....

©Monika Motlia #abusive breakup

#standAlone

8 Love

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Monika Motlia

कहां चेन की सांस है।        
___________________________________              


इस भाग दौड़ सी जिंदगी में।
कहां! चेन की सासं है।
प्रगति करती ये दुनिया।
शांत वक्त की मोहताज है।

ऐ इंसान,
कहां फंस गया तू , इस मोह के चक्रव्यूह में।
जहां, चेन की सांसें तक न मिल पाई ,इस पैसों के मोह में।
दबा ,अपनी इच्छों को ,जब भागा तू ,पैसों के मोह में।
तेरी इच्छाऐं ,तो दबी ही, साथ दबा दिया ,खुद के अस्तित्व को इस मोह के चक्रव्यूह में।

इस भाग दौड़ सी जिंदगी में।
कहां! चेन की सासं है।
प्रगति करती ये दुनिया।
शांत वक्त की मोहताज है।

ऐ इंसान,
बढा़ न पाई ,डिजिटल दुनिया भी ,इस वक्त को।
डिजिटल बनने की दौड़ में ,पीछे छोड़ गया ,अपने ही शांत से ,वक्त को।
दे पाया वक्त ,एफबी ,ट्विटर, इंस्टा, के नए दोस्तों को।
बस शांति से भरा ,एक वक्त ,न दे पाया, अपनी ही बूढ़ी मां को।

इस भाग दौड़ सी जिंदगी में।
कहां! चेन की सासं है।
प्रगति करती ये दुनिया।
शांत वक्त की मोहताज है।

ऐ इंसान,
भागते भागते, रूकेंगा जब तू।
मिलेगा उस शांत वक्त से जरूर,पर अपने अन्तिम समय में तू।
एक 'काश' शब्द ही अंदर से बोलेगा तू।
जब अकेला उस कमरें में खुद को पाऐंगा तू।
दबा चुका था जो अपनी इच्छाऐं ,खुद में तू।
कहकर, काश काश ,दोहराएगा  उन्हें तू।

इस भाग दौड़ सी जिंदगी में।
कहां! चेन की सासं है।
प्रगति करती ये दुनिया।
शांत वक्त की मोहताज है।

©Monika Motlia कभी कभी हम जीवन में इतना भाग रहे होते है की खुद को कहीं खो देते है और अंत में काश के आलावा कोई शब्द नहीं बचता हमारे पास।
खुद के लिए जीवन जीना बहुत जरूरी है।
आज और अभी से वो कीजिए जिसे काश शब्द ना रहे जीवन में।
#Light

कभी कभी हम जीवन में इतना भाग रहे होते है की खुद को कहीं खो देते है और अंत में काश के आलावा कोई शब्द नहीं बचता हमारे पास। खुद के लिए जीवन जीना बहुत जरूरी है। आज और अभी से वो कीजिए जिसे काश शब्द ना रहे जीवन में। #Light

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Monika Motlia

#drwani vo raat

#drwani vo raat

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Monika Motlia

#duriya

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