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deepakkhansuli9458
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Deepak Khansuli

इस रंगीन दुनिया में हम भी बसर करते है, कोई मिल जाय तो जिंदगी का सफर करते है। गैर कोई नही अपना, बस प्यार का रसपान करते है अरे क्यों ख़फा है मुझसे इधर आ थोड़ा इश्क का जाप करते है।

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Deepak Khansuli

जिंदगी में अकेले ख़ामोश बैठा रहा,
कभी राह तो कभी दरिया में लेटा रहा,
कोई नही साथी जैसे दिया बिन बाती,
अकेले सफर में मंझिल की ओर चलता रहा,
फिर अचानक तुम मिल गए,
जैसे गुल ए गुलशन खिल गए,
फिर दिल की गहराइयों ने मुक्कदर बदल दी,
तेरी खुशी के जश्न ने कांटो की चादर बदल दी,
तू यूँ ही मेरा साथ निभाते जा,
खुशी के गुल खिलाते जा,
मैं तेरे गम ए जिन्दगी बदल दूंगा
तू यूँ ही मेरी छाया बनकर साथ निभाते जा।

                  ✍️✍️दीपक खनसूली #reading

13 Love

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Deepak Khansuli

तेरा मेरा साथ बस इतना ही था,
महोब्बत किया तो बिछड़ना ही था।
और मैं हौसला न तोडूंगा कभी,
ये तो किस्मत थी इसको तो बदलना ही था।


            Deepak Khansuli...✍️ #Love

30 Love

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Deepak Khansuli

अकेले अकेले मुझे नींद नही आती है,
कभी तेरी याद तो कभी आंख भर आती है।
ये रजाई और तकिया बेकार है माँ,
मुझे तो तेरी गोद की नींद याद आती है।

Happy Mother's Day

                       --Deepak Khansuli-- #MothersDay  Bobby Negi Vishal Thakur @Jai..Badrivishal

#MothersDay Bobby Negi Vishal Thakur @Jai..Badrivishal

30 Love

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Deepak Khansuli

तू अपनो का खयाल रखते जा,
कुछ गीत गुन गुनाते जा,
एक भी कदम बाहर न रख,
बस इस नियम का पालन किये जा।
कांटो भरे सफर में दिक्कतें हजार होंगे,
बस तू बहार ए जिंदगी का इंतजार करते जा।
तू अकेला नही इस ईंट की दीवार में,
बस तू हवा ए बदन को अपना समझते जा।
तू अपनो का खयाल रखते जा।
कुछ गीत गुन गुनाते जा।।

                --Deepak Khansuli-- #lockdown3  pooja yadav Anjana Bhati Bobby Negi Vishal Thakur @Jai..Badrivishal

#lockdown3 pooja yadav Anjana Bhati Bobby Negi Vishal Thakur @Jai..Badrivishal #poem

34 Love

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Deepak Khansuli

साँझ को बुझे हुए चिरागों तले,
कौन देता साथ मेरा यूँ ही भले।
डुबी हुई बाती कोई नही साथी,
बिन सहारे बैठा अकेले अकेले।
जलता हुवा दिया जब बुझ बुझाता,
बस चांदनी के साथ अपनी नजरें मिलाता।।

नजरे मिलाते मिलाते सुबह हो जाती,
शर्माकर चांदनी भी अब सो जाती।
पंछी जोर शोर से विभाभोर कर जाती,
और सूरज की किरण पड़े इसकदर,
प्रभा ढलते ढलते उसी का हो जाती।

कृष्ण रात्रि जब आ जाती,
आँख मिलाने ये चांदनी न आती,
तारे तो फिर भी साथ मे रहते,
मगर चांदनी रात की याद सताती,
 फिर बुझे हुए चिरागों की बाती,
मुझे अपनी साथ बुलाती।।

                       --Deepak Khansuli-- #Dreams

45 Love

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Deepak Khansuli

रब तेरे ज़िद के आगे समय भी रुका है,
ये देख तेरे दर पे इंसा भी झुका है।
मगर ये कौन सा इंसाफ है तेरा,
जो तू इसकदर हम सब से ख़फा है।

रब तूने ये क्या किया,
जो हमको इरफान से जुदा किया,
अरे हम तो उसे दिल मे समाये है,
और तूने इस दिल को दुखा दिया?? #irrfankhan
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Deepak Khansuli

ए सितारों तुम अभी जागते रहना,
हवाओ तुम भी मन्द मन्द बहना।
मुझे मेरी मंझिल बुला रही है,
ए दामन तुम भी कांटो को दूर रखना।

             Written by
                 (Deepak Khansuli) #Manjhil tak

63 Love

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Deepak Khansuli

#chaandchupa

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Deepak Khansuli

#चांदनी के सहारे करवट बदलता। During lock down

#चांदनी के सहारे करवट बदलता। During lock down

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Deepak Khansuli

बिसरते पथ पर, सिमटते गथ पर।
चलते सफर में, सवारी रथ पर,
कोई नही सहारा, अकेले पथ पर।
अंधेरे डगर में, अचानक बगल में।
सुनाई दी सिसकी, ये आवाज किसकी।
नैनो में तारे, हुवा यूँ उजारै,
आंखों में काली, होंठो पे लाली,
मेरे सामने ये कौन, क्यों है ये मोन,
मैं चलता रहा, दिल मचलता रहा,
पीछे से उसने, आवाज दी सुनने।
वो साया है मेरी, समझने में देरी।
वो साया है मेरी मैं साया हूँ उसका,
मैं हमेशा रहूँगा,               यूँ साथ था जिसका।


 #अकेले सफर में।

#अकेले सफर में। #poem

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