Nojoto: Largest Storytelling Platform
arunsaxena1385
  • 292Stories
  • 77Followers
  • 5.4KLove
    37.0KViews

अक़श

I am a simple living personality.nozoto is my first platform .🙏🏿🙏🏿😊aks10926@gmail.com

  • Popular
  • Latest
  • Video
a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White *प्रातः वंदन* 🙏

*सबका मंगल हो, सब में सद्भावना हो।।*
*हल्दी जर्दी नहिं तजे, खटरस तजै न आम।*
*शीलवान गुन ना तजै, ना औगुन तजै गुलाम।।*
जिस प्रकार हल्दी अपना पीला रंग नहीं छोड़ती,
आम अपनी खटास नहीं छोड़ता,
"उसी प्रकार कुलीन (खानदानी) और शीलवान 
लोग अपने गुण नहीं छोड़ते और वर्णसंकर (दोगला), 
कुलहीन लोग अपने अवगुण नहीं छोड़ते ।।"
कुलीन और शीलवान लोग किसी भी स्थिति में 
अपने आचरण को मलिन नहीं होने देते।
समय का सदुपयोग कर संयम, सतर्कता, 
अनुशासन और मर्यादा में रहते हुए सदाचरण से 
अपना जीवन श्रेष्ठ बना लेते हैं।
जो समय को नष्ट करता है, समय भी उसे 
नष्ट कर देता है। समय का हनन करने वाले 
व्यक्ति का चित्त सदा उद्विग्न रहता है, और वह 
असहाय तथा भ्रमित होकर यूं ही भटकता रहता है।।
समय को यूँही बर्बाद न होने दें, समय का सदुपयोग करें और अनवरत सुमार्ग पर बढ़ते रहें, सत्संग, 
सदाचरण और सत्कर्मों से शीलवान बनें तथा 
अपना और अपनों का मंगल करलें।

           🌹🙏 *सुप्रभात* 🙏🌹
      *🍁आपका दिन मंगलमय हो🍁*

©अक़श #Thinking  good morning quotes

#Thinking good morning quotes

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White 🙏विश्व नाथ मम नाथ पुरारी
    त्रिभुवन महिमा विदित तुम्हारी🙏
 🌹महादेव की कृपा सपरिवार आप पर बनी रहे 🌹
 🌷🌹महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹🌷

©अक़श #Thinking  life quotes in hindi

#Thinking life quotes in hindi

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White 🌹घृणा के पट मैंने बंद किये 
         अब द्वेष मिटा विद्वेष हटा 
         रंग प्रेम के अब तू घोल जरा 
         अब रीत प्रीत की चला प्रिये 
        🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
         घोल लिया जो विष जीवन मे 
         अब उसमें फिर मिश्री घोल प्रिये 
         फिर कष्ट तेरे सब मिट जायेंगे 
         प्यार के बोल मे रस घोल प्रिये 
        🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
         मत बंधन मे तू बांध प्रिये 
         मैं तो हूँ स्वच्छन्द प्रिये 
         काट दिये मोहजाल सभी 
         मैं तो चला उस पार प्रिये 
         तू छोड़ सभी जंजाल प्रिये 
       अब मैं कैसे करुं सम्मान प्रिये 
       हर पल पर हुआ अपमान प्रिये 
       🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
       क्षित से गगन आ जाना प्रिये 
       मैं तेरी राह तकूँगा रोज प्रिये 
      कल क्या होगा नहीं पता मुझे 
     कब अक़श हो जाये लुप्त प्रिये 
     🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉   
                 (अक़श )@####

©अक़श #Thinking  shayari in hindi

Thinking shayari in hindi

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White ... ... ✒️
*लकीरों को कभी मामूली ना समझिए,* 
*ये माथे पर पङ जाए तो चिंता,* 
*हथेली पर पङ जाए तो तकदीर,* 
*ज़मीन पर पङ जाए तो बंटवारा, और* 
*रिश्तों में पङ जाए तो दरार बन जाती है !*     
*भरोसा उसी पर करना जो निभाने के*
*लायक हो, कुछ पल का साथ तो*
*जनाजा उठाने वाले भी देते है !!*

*कड़वा है लेकिन-सत्य है !*

जय श्रीकृष्णा 🙏🏻
        🌹भौर वंदन 🌹

©अक़श #Thinking  inspirational quotes

#Thinking inspirational quotes

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White ... ... ✒️
*विश्वास किसी पर इतना करो,*
*कि वो तुम्हे छलते समय खुद को*
*दोषी समझे, और...* 
*प्रेम किसी से इतना करो,*
*कि उसके मन में सदैव तुम्हें*
*खोने का डर बना रहे !*
*हमारी पूर्ण श्रद्धा व विश्वास*
*किसी भी कार्य को अधिक* 
*मज़बूत एवं सफल बना सकती है !!*

जय श्रीकृष्णा 🙏
        🌹भौर वंदन 🌹

©अक़श #Thinking  love quotes

#Thinking love quotes

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White 🌷मंच को सादर नमन 🌷
शीर्षक :- अब तो तेरी याद मैं 
विधा :- गज़ल 
दिनाँक :- 15/02/25
स्वरचित /मौलिक रचना 

🌹जिंदगी मुझसे मेरी!
            ले रही है इम्तिहाँ।।
मौत का आलम है ऐसा!
          हर तरफ वीरानियाँ।।
न मिली है कोई मंजिल!
          न कहीं पे आशियाँ।।
बैठ कर मैय्यत पे तेरी!
          कर रहा हूँ ये दुआ।।
तुझको रुख़सत हो मुबारक!
           मुझको मेरी रुसवाइयां।।
कब से गुमसुम हूँ जहाँ मे!
           गयी हो मुझको छोड़कर।।
एक लाश बनकर चढ़ रहा हूँ! 
            जिंदगी की सीढियाँ।।
अब तो तेरी याद मे!
            आसूं बहाना है लिखा।।
अक़श बनकर पूछती हैं!
             अक़श से यह वादियाँ।।🌹
          (अक़श )@####

©अक़श #Thinking  shayari love

Thinking shayari love

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White *🌹सत्संग🌹*

*सत्संग एक उत्तम तीर्थ है। जहाँ...... जन्म-जन्‍मान्‍तरों के करोड़ों पाप दूर हो जाते हैं। यम पास नही आता और मन निर्मल हो जाता है।*  

*सारे संसार में नीच विचारों को स्‍वच्‍छ और पवित्र करने की अगर कोई जगह है तो...* 
*"वो है सन्तों का सत्संग"*

*चाहे कितने भी विषम परिस्थितियों हों कभी सत्संग नहीं छोड़ना चाहिये।*

*सत्संग ही एक मात्र रास्ता है मुश्किलों के समाधान का।*

*जो श्री कृष्ण को निरंतर याद करते रहते हैं उन पर श्री कृष्ण की दया / कृपा नित्य प्रति बरसती रहती है।*

   *संत-सेवन का अर्थ है—उनके उपदेशों को जीवन में उतारना। संत की कही हुई बातों पर हम ध्यान न दें और मन में सोचें कि हम संत-सेवन कर रहे हैं, तो यह संत के संग का तिरस्कार है।* 

सदैव जपें एवं ख़ुश रहें- 

*"हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे।*
    *हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे॥"*
   *🙏जय श्री रीधे- कृष्णा🙏*

©अक़श #Thinking  life quotes

#Thinking life quotes

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White अमर बलिदानी बालक वीर हकीकत राय

#डॉ_विवेक_आर्य

(बंसत पंचमी को वीर हकीकत राय के बलिदान दिवस पर विशेष रूप से प्रकाशित)
पंजाब के सियालकोट मे सन् 1719  में जन्में वीर हकीकत राय जन्म से ही कुशाग्र बुद्धि के बालक थे। आप बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के बालक थे। बड़े होने पर आपको उस समय कि परम्परा के अनुसार फारसी पढ़ने के लिये मौलवी के पास मस्जिद में भेजा गया। वहाँ के कुछ शरारती मुस्लमान बालकों ने हिन्‍दू बालको तथा हिन्‍दू देवी देवताओं को अपशब्‍द कहते रहते थे। बालक हकीकत उन सब के कुतर्को का प्रतिवाद करता और उन मुस्लिम छात्रों को वाद-विवाद मे पराजित कर देता। एक दिन मौलवी की अनुपस्तिथी मे मुस्लिम छात्रों ने हकीकत राय को खूब मारा पीटा। बाद मे मौलवी के आने पर उन्‍होने हकीकत की शिकायत कर दी कि उन्होंने मौलवी के यह कहकर कान भर दिए कि इसने बीबी फातिमा को गाली दी है। यह सुनकर मौलवी नाराज हो गया और हकीकत राय को शहर के काजी के सामने प्रस्‍तुत कर दिया। बालक के परिजनो के द्वारा लाख सही बात बताने के बाद भी काजी ने एक न सुनी और  शरिया के अनुसार दो निर्णय सुनाये एक था एक था सजा-ए-मौत है या दूसरा था इस्लाम स्वीकार कर मुसलमान बन जाना ।माता पिता व सगे सम्‍बन्धियों ने हकीकत को प्राण बचाने के लिए मुसलमान बन जाने को कहा मगर धर्मवीर बालक अपने निश्‍चय पर अडि़ग रहा और बंसत पंचमी २० जनवरी सन 1734 को जल्‍लादों ने 12 वर्ष के निरीह बालक का सर कलम कर दिया। वीर हकीकत राय अपने धर्म और अपने स्वाभिमान के लिए बलिदानी हो गया।और जाते जाते इस हिन्दू कौम को अपना सन्देश दे गया। वीर हकीकत कि समाधी उनके बलिदान स्थल पर बनाई गई जिस पर हर वर्ष उनकी स्मृति में मेला लगता रहा।  
1947 के बाद यह भाग पाकिस्तान में चला गया परन्तु उसकी स्मृति को अमर कर उससे हिन्दू जाति को सन्देश देने के लिए डा. गोकुल चाँद नारंग ने उनका स्मारक यहाँ पर बनाने का आग्रह अपनी कविता के माध्यम से इस प्रकार से किया हैं। 
हकीकत को फिर ले गए कत्लगाह में हजारों इकठ्ठे हुए लोग राह में|
चले साथ उसके सभी कत्लगाह को हुयी सख्त तकलीफ शाही सिपाह को|
किया कत्लगाह पर सिपाहियों ने डेरा हुआ सबकी आँखों के आगे अँधेरा|
जो जल्लाद ने तेग अपनी उठाई हकीकत ने खुद अपनी गर्दन झुकाई|
फिर एक वार जालिम ने ऐसा लगाया हकीकत के सर को जुदा कर गिराया|
उठा शोर इस कदर आहो फुंगा का के सदमे से फटा पर्दा आसमां का|
मची सख्त लाहौर में फिर दुहाई हकीकत की जय हिन्दुओं ने बुलाई|
बड़े प्रेम और श्रद्दा से उसको उठाया बड़ी शान से दाह उसका कराया|
तो श्रद्दा से उसकी समाधी बनायी वहां हर वर्ष उसकी बरसी मनाई|
वहां मेला हर साल लगता रहा है  दिया उस समाधि में जलता रहा है|
मगर मुल्क तकसीम जब से हुआ है  वहां पर बुरा हाल तबसे हुआ है|
वहां राज यवनों का फिर आ गया है  अँधेरा नए सर से फिर छा गया है|
अगर हिन्दुओं में है कुछ जान बाकी शहीदों बुजुर्गों की पहचान बाकी|
शहादत हकीकत की मत भूल जाएँ श्रद्दा से फुल उस पर अब भी चढ़ाएं|
कोई यादगार उसकी यहाँ पर बनायें  वहां मेला हर साल फिर से लगायें|

©अक़श #Thinking  motivational thoughts for students
a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White ... ... ✒️
*नम्रता से बात करना प्रत्येक*
*का आदर करना*
*धन्यवाद ज्ञापित करना और*
*क्षमा मांगना* 
*ये गुण जिसके पास हैं*
*वो सदा सबके करीब*
*औऱ सबके लिये खास है !*
*जो व्यक्ति अपने समय का*
*सम्मान करता है वो अपने*
*जीवन के सारे लक्ष्य*
*प्राप्त करता है !!*
                  
जय श्रीकृष्णा 🙏
        🌹भौर वंदन 🌹

©अक़श #Thinking  a love quotes

#Thinking a love quotes

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White 
   🌷मंच को सादर नमन 🌷
      🕯️दैनिक प्रतियोगिता🕯️
शीर्षक :-वेदना के गीत में 
विधा :- गज़ल 
दिनाँक :- 23/01/25
स्वरचित /मौलिक रचना /आज अप्रकाशित 
💐🎉वेदना के गीत में 
संवेदना कहाँ से लाऊँ 
अश्रु हों जब नयनों मैं 
प्रीतभर  कहाँ से लाऊँ 
🎉🎉🎉🎉🎉🎉
अश्रु जो आएं अधर पर 
लवों पर उधार लूंगा 
मैं प्यार का हूँ उदासा 
मनमीत कहाँ से लाऊँ 
🎉🎉🎉🎉🎉🎉
गर गले तुम से मिलूं मैं 
अपनत्व की भावना से 
जहर जब दिल मे घुला हो 
अपनत्व मैं कहाँ से लाऊँ 
🎉🎉🎉🎉🎉🎉
जितनी पीड़ा वेदना मे 
 संवेदना उतनी बढ़ेगी 
 हर चेहरा उदास है जब 
 संवेदना कहाँ से लाऊँ 
🎉🎉🎉🎉🎉🎉
 ढूढ़ता है प्यास को अब 
 नीर की एक धार मे तू 
 समुन्द्र ही जब सूख गया हो 
  नीर कहाँ से लाऊँ 
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
 अश्क़ ही जब सूख गये अक़श 
 नयनों मे नीर कहाँ से लाऊँ 
  वेदना के गीत मे
  संवेदना कहाँ से लाऊँ 🎉💐
          (अक़श) @####

H

©अक़श #GoodNight  shayari on life

GoodNight shayari on life

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile