Nojoto: Largest Storytelling Platform
arunsaxena1385
  • 124Stories
  • 71Followers
  • 5.2KLove
    36.9KViews

अक़श

I am a simple living personality.nozoto is my first platform .🙏🏿🙏🏿😊aks10926@gmail.com

  • Popular
  • Latest
  • Video
a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

Unsplash जो गुन रहित सगुन सोइ कैसें। जलु हिम उपल बिलग नहिं जैसें॥
जासु नाम भ्रम तिमिर पतंगा। तेहि किमि कहिअ बिमोह प्रसंगा॥
भावार्थ-
जो निर्गुण है वही सगुण कैसे है? जैसे जल और ओले में भेद नहीं। (दोनों जल ही हैं, ऐसे ही निर्गुण और सगुण एक ही हैं।) जिसका नाम भ्रमरूपी अंधकार के मिटाने के लिए सूर्य है, उसके लिए मोह का प्रसंग भी कैसे कहा जा सकता है?

©अक़श #leafbook  quotes on love

#leafbook quotes on love

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

Unsplash 🌹काशी काव्य संगम परिवार 🌹
     🌷मंच को सादर नमन 🌷
       शीर्षक :- तुमने आकर दर्द को 
        विधा :-  गज़ल  
        दिनाँक :- 20/12/24
स्वरचित/मौलिक/अप्रकाशित रचना 
🎉जब दर्द को सीने मे 
              छिपा लेते हैं लोग 
    वही दर्द गज़ल बनकर 
              तब आता है सामने 
    दर्द को खुलकर वयाँ तो 
               करो महफिल के सामने 
    दर्द खुदवाखुद खोलेगा 
                फिर किस्से हिज़ाब के 
    दर्द को सीने से क्या लगाया 
                यह नासूर  बन गया 
    तूने कभी मेरे दर्द को 
                महसूस ही नहीं किया 
    दर्द कहते है किसे यह 
               तुझे ख़ुद ही नहीं पता 
   फिर बेबजह तूने प्यार का 
               इजहार कर दिया 
   बरसो लगे थे दर्द को 
                सीने मैं समेटने मैं
   तुमने आकर दर्द को 
                क्यों मजबूर कर दिया 
   अक़श दर्पण मे देखकर 
                 तुझे इजहार कर बैठे 
   इजहारे इश्क ने मुझे 
                  बदनाम कर किया🎉
         (अक़श )@####

©अक़श #leafbook  shayari on love

leafbook shayari on love

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

Unsplash *हमारे भीतर छिपी अच्छाइयां,*
     *-बेशक अदृश्य हो सकती है--!*
    *---लेकिन---*
       *-इनकी छाप हमेशा दूसरों के,*
       *-हृदय में विराजमान रहती है--!!*
               
     *🌹सुप्रभात*🌹

©अक़श #leafbook  quotes quotes on love

#leafbook quotes quotes on love

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

 love quotes

love quotes #Love

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White ✒️..💞
 *भीतर क्षमा हो, तो क्षमा निकलेगी..*
 
*भीतर क्रोध हो, तो क्रोध निकलेगा..* 
 *भीतर प्रार्थना हो, तो प्रार्थना निकलेगी..*
 
*भीतर नफरत हो, तो नफरत निकलेगी..* 
 *इसलिए जब भी कुछ बाहर निकले,*
 
*तो दूसरे को दोषी मत ठहराना,* 
 *यह हमारी ही संपदा है जिसको*
 
*हम अपने भीतर छिपाए हैं।* 

    *"जैसी दृष्टि , वैसी ही सृष्टि "*

       *जय जय श्री राधे ! 🌹🙏*

©अक़श #sad_quotes  quotes on life

#sad_quotes quotes on life

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White 🕉️ *!! जयगुरुदेव !!* 🕉️🇲🇰

कोई भी आवेदन नहीं किया था, 
किसी की भी सिफारिश नहीं थी,
फिर भी सिर के *बालों से* लेकर पैर के *अंगूठे तक* 24 घंटे भगवान, 
आप *रक्त* प्रवाहित करते है...
*जीभ पर* नियमित अभिषेक हो रहा है...
निरंतर आप मेरा ये 
*हृदय* चला रहे है...

चलने वाला ये कौन सा *यंत्र* आपने फिट कर दिया है *हे भगवान...*
*पैर के नाखून से लेकर सिर के बालों तक बिना रुकावट संदेशवाहन करने वाली प्रणाली...*
किस *अदृश्य शक्ति* से चल रही है
कुछ समझ नहीं आता।

*हड्डियों और मांस में* बनने वाला *रक्त* कौन सा अद्वितीय *आर्किटेक्चर* है...
इसका मुझे कोई अंदाजा नहीं है।
 *हजारों प्रकार की गंध* की सटीक पहचान करने वाली अनोखी *नासिका।* 
*हजार-हजार मेगापिक्सल वाले दो-दो कैमरे* दिन-रात सारी दृश्यें कैद कर रहे हैं।

*दस-दस हजार* टेस्ट करने वाली *जीभ* नाम की टेस्टर,

अनगिनत *संवेदनाओं* का अनुभव कराने वाली *त्वचा* नाम की *सेंसर प्रणाली*...
और...
अलग-अलग *फ्रीक्वेंसी की* आवाज पैदा करने वाली *स्वर प्रणाली*
और
उन फ्रीक्वेंसी का *कोडिंग-डीकोडिंग* करने वाले *कान* नाम का यंत्र...

*पचहत्तर प्रतिशत पानी से भरा शरीर रूपी टैंकर हजारों छेद होने के बावजूद कहीं भी लीक नहीं होता...*

*स्टैंड के बिना* मैं खड़ा रह सकता हूँ...
गाड़ी के *टायर* घिसते हैं, परंतु पैर के *तलवे* कभी नहीं घिसते।
*अद्भुत* ऐसी रचना है ,भगवान आपकी।

देखभाल, स्मृति, शक्ति, शांति ये सब भगवान आप
ही देते है।
आप ही अंदर बैठ कर यह *शरीर* चला रहे है।
*अद्भुत* है यह सब, *अविश्वसनीय,*
*अबूझ , अतुलनीय।*

ऐसे *शरीर रूपी* मशीन में हमेशा भगवान आप  ही हो ,
इसका अनुभव कराने वाली *आत्मा* भगवान आपने ऐसा कुछ *फिट* कर दिया है कि और क्या आपसे मांगू ...

आपके इस *जीवाशिवा* के खेल का निश्छल, 
*निस्वार्थ आनंद* का हिस्सा रहूँ!...
ऐसी *सद्बुद्धि* मुझे दे!!

आप ही यह सब संभालते है इसका *अनुभव* मुझे हमेशा रहे!!!
*रोज पल-पल कृतज्ञता से आपका ऋणी होने का स्मरण, चिंतन हो,*
*यही परमेश्वर के चरणों में प्रार्थना है!*.
   *हे परमपिता परमेश्वर आपको मेरा कोटि-कोटि प्रणाम मेरे मालिक तेरा हर घड़ी हर पल रोम रोम स्वांस स्वांस आभार आभार आभार कोटि कोटि नमन धन्यवाद*

🌹🙏 *जयगुरुदेव*🙏🌹💖

©अक़श #sad_quotes  loves quotes

#sad_quotes loves quotes

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White *आय इतनी अवश्य हो जिसमें आवश्यकतायें पूर्ण हो जाएँ, किन्तु आवश्यकता और इच्छा के बीच का अंतर अवश्य स्पष्ट होना चाहिए, क्योंकि आवश्यकतायें थोड़े प्रयास से पूरी हो जाती हैं एवं इच्छाएं असीमित होती हैं। इच्छा पूर्ति के लिए अनैतिक, छल, कपट, झूट इत्यादि का सहयोग लेना पड़ता है, साथ ही स्वास्थ्य विकार, मनोविकार प्रतीक्षारत रहते हैं।।*
  ~~~~~~~~~~
*🙏जय श्रीकृष्ण🙏*

©अक़श #sad_quotes  motivational quotes in hindi

#sad_quotes motivational quotes in hindi

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White *मुस्कुराइये और तलाश करिए*
*थोड़े सुकून की...,ये जिन्दगी के जो मसले है, वो चलते रहेंगे...* 
🌹. 🌹

©अक़श #sad_quotes  inspirational quotes

#sad_quotes inspirational quotes

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White *फ़ासला भी जरूरी था चिराग रोशन करते वक्त,*
*ये तजुर्बा हासिल हुआ हाथ जल जाने के बाद...*

©अक़श #sad_quotes  motivational quotes in hindi

#sad_quotes motivational quotes in hindi

a09208cbe4ae995d277417bd3b8e2e4a

अक़श

White  🌷मंच को नमन 🌷
      शीर्षक :- कैसे अब मैं गीत लिखूँगा 
      विधा :- कविता 
      दिनाँक :- 26/11/24
🌹क्या मैं अब कोई गीत लिखूँगा 
लेखन का जब मोल लग रहा 
कवि का ह्रदय विलख रहा है 
कैसे मैं अब गीत लिखूंगा 
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
परिवारों मे हो रहे हैं झगड़े 
भाई भाई के लहू के प्यासा 
नहीं हूँ मैं जायदाद का भूखा 
लहू से क्या मैं मीत लिखूँगा 
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
पैसा जब परवान चढ़ा तो 
सर पर चढ़कर नाच रहा है 
भूख गरीबी का तांडव अब 
फुटपाथो पर सहमा बचपन 
भूखे पेट क्या गीत लिखूंगा 
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
कवियों के उदगार हैं सुन्दर 
मंच बना सृजन का उदगम 
सबके अपने हिस्से किस्से 
किसके लिये मैं गीत लिखूँगा 
🎉🎉🎉🎉🎉🎉
प्यार के दामन टूट गये सब 
चक्षु बहायें अश्कों की धारा
अक़श रह गया प्रेम का भूखा 
अब क्या मै श्रंगार लिखूँगा 🌹
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
        (अक़श )@####h

©अक़श #sad_quotes  shayari in hindi

sad_quotes shayari in hindi

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile