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dikshatripathi9659
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diksha tripathi

i have completed b. t. c. in 2019

tripathidiksha@261gmail.com

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diksha tripathi

शब्द बहुत हैं लेकिन माँ के सामने छोटे हैं 
माँ शब्दों के भण्डार मे शब्दों का रोना है 
माँ के निश्छल प्रेम की तुलना नामुमकिन है 
माँ हर बच्चे के लिए मलमल का बिस्तर है
माँ से बढाकर इस धरा पर नही कोई दूजा भगवान है
 माँ के चरणों में जन्नत होती है 
माँ पावन गंगाजल की धार है दीक्षा त्रिपाठी

दीक्षा त्रिपाठी

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diksha tripathi

रिश्ते जो बनते है ईश्वर की मर्जी से
पति पत्नी में यदि प्रेम हो तो जिन्दगी भी खूबसूरत है
आप दोनो को शादी की सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई

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diksha tripathi

रिश्ते जो बनते है ईश्वर की मर्जी से
पति पत्नी में यदि प्रेम हो तो जिन्दगी भी खूबसूरत है
आप दोनो को शादी की सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई

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diksha tripathi

जैसे भी हालात रहेंगे 
आप दोनों जीवन भर साथ रहेंगे सागर पार करेंगे दोनों 
यदि हाथों में हाथ रहेंगे  दीक्षा त्रिपाठी

दीक्षा त्रिपाठी

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diksha tripathi

जैसे भी हालात रहेंगे 
आप दोनों जीवन भर साथ रहेंगे सागर पार करेंगे दोनों 
यदि हाथों में हाथ रहेंगे  दीक्षा त्रिपाठी

दीक्षा त्रिपाठी

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diksha tripathi

जैसे भी  हालात रहेंगे 
आप दोनों जीवन भर साथ रहेंगे
सागर पार करेंगे दोनों
यदि हाथों में हाथ रहेंगे

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diksha tripathi

सूर्य उदय होता है और ढलता भी है
जीवन का क्रम यूँ ही तो चलता है 
इरफान खान को भाव सुमन अर्पित है
पर उनका यूँ निर्वाण बहुत खलता है दीक्षा त्रिपाठी

दीक्षा त्रिपाठी

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diksha tripathi

फूलों से भी पावन मुझको दोनो की मुस्कान लगे।
गंगा सागर के संगम सी दोनो की पहचान लगे।
जीवन का आनंद प्रगति के पथ पर सुगम सार्थक हो, 
एक निशा के चाँद सी और एक दिवा दिनमान लगे। 
 दीक्षा त्रिपाठी

दीक्षा त्रिपाठी

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diksha tripathi

कुल दीपक की ज्योति से जगमग है परिवार बहन कुल की दामिनी पाई खुशी अपार ममता मुस्काये सदा महक उठे घर द्वार माता पिता की 
नाव ने पाया खेवनहार

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diksha tripathi

मैं घूघंट हूँ या जीन्स हूँ
 कमी मेरे संस्कारो में नही 
परिवर्तन मेरे वस्त्रो में है 
विचारों में नही diksha tripathi

diksha tripathi

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