❤️मिज़ाज शायराना❤️ My Passion-Singing+Writing लिखने के शौक ने मुझे शायर बना डाला कह नहीं सकता था जो कभी किसी से अब चंद अल्फाजों में लिख कर बयां करता हूं।। सीधा सा बन्दा हूं,दिल में रखोगे दिल में रहूंगा नफ़रत करोगे दुबारा नज़र भी नहीं आऊंगा।। हर मंजर को देखा है हर ग़म को झेला है मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता अब यहां तो हर किसी ने मेरे दिल से खेला है।।😔😔 कोई कितना भी नफ़रत कर ले हमसे मैंने नफ़रत करना कभी सीखा नहीं लाख दिल तोड़ा सबने मेरा मगर मैंने किसी का दिल तोड़ना सीखा नहीं।। जो दिल से मेरा होना चाहे, उसका स्वागत है जो मेरा हो नहीं सकता उससे उम्मीद क्या रखना है।।