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sudhapandey5361
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Sudha Pandey

House wife(poetry writer) जिंदगी लिखने चले थे जज़्बात लिख बैठे जिगर-दर्द- बेहिसाब लिख बैठे!!

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Sudha Pandey

White तन्हाई को साथी अपना चुन लिया है। 
खुद को अंधेरे में गुम कर दिया है।। 

तीरगी अब इतनी बढ़ गयी है जिंदगी में यारो। 
कि तीरगी में ही जिंदगी अपना ढूंढ लिया है।।

©Sudha Pandey
  #goodnightimages 
तन्हाई Internet Jockey rasmi Ehsaas"(ˈvamˌpī(ə)r)"Radio  indu singh advocate SURAJ PAL SINGH

#goodnightimages तन्हाई Internet Jockey rasmi Ehsaas"(ˈvamˌpī(ə)r)"Radio indu singh advocate SURAJ PAL SINGH

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Sudha Pandey

Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. प्यार की ओढ़ के चुनरी साजन,
रंग गई तोहरे रंग मा।। 
इत उत डोलूं कुछ ना बोलूं, 
मोहे लगाले पिया अंग मा।। 

मैं जोगन हुई प्रेम मा रोगन, 
अब तो जिया नहीं बस मा।। 
वो निर्मोही कंत स्नेही, 
तुही तो बसा है मोरे रग  मा।। 

तुझ बिन फागुन,लगे बिरहाकुल, 
चढ़ गयो नशा जैसे भंग मा।। 
आ के साजन रंग दे अंग अंग, 
खेलूंगी होरी तोरे संग मा।।

©Sudha Pandey
  #Holi
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Sudha Pandey

हिंदी लिखना हिंदी पढ़ना, हिंदी में करना तुम बात! 
मातृभाषा से करना तुम प्रेम, अन्य भाषा का उपहास न करना!!

©Sudha Pandey #mobileaddict विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं🙌🙌❤

#mobileaddict विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं🙌🙌❤

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Sudha Pandey


मुहब्बत का अंजाम क्या होगा किसे पता। 
प्यार बदनाम भी होगा, किसे पता।। 

प्रेम के समंदर में लोग डूब जाते हैं। 
इश्क़ कत्लेआम भी होगा, किसे पता।। 

समय की आंधियों से, कितने घर टूटते देखा है। 
मुहब्बत सरेआम भी होगा ,किसे पता।। 

भाव के भूखे नहीं रहे अब लोग जमानें में। 
इश्क़ निलाम भी होगा, किसे पता।। 

इश्क़ को इबादत ,प्रेम को पुजा भी समझते हैं कुछ लोग सुधा। 
प्रेम वरदान भी होगा किसे पता।।

©Sudha Pandey
  #lightning किसे पता

#lightning किसे पता

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Sudha Pandey

पेड़ की पत्तों में कुछ सरसराहट  हो  रही है। 
नया साल आने की सायद आहट हो रही है।। 

जो कुछ वर्तमान थे, वो अब अतीत बन जायेंगे। 
वक्त की मरहम से अब राहत हो रही है।। 

नये पत्ते आते ही शाख पे, पुराने टूट जाते हैं। 
देख कुदरत की लीला,जीने की चाहत हो रही है।। 

पेड़ की पत्तों में कुछ सरसराहट हो  रही  है। 
नया साल आने की सायद, आहट हो रही है।।

©Sudha Pandey
  #lightning
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Sudha Pandey

अंगारों पर जलने वाला! 
कुंदन बन कर चमक जाता है!! 

जो काँटों पर चलता है! 
एक दिन फूलों सा महक जाता है!! 

द्वेष दिलों में रखने वाला! 
कहाँ भला किसी का कर पाता है!! 

जो गैरों के राहों में पुष्प बिछाता! 
उसका खुदा भी नहीं कुछ कर पाता है!! 

हो फौलादी इरादे गर तो ! 
आसमां भी कदमों में झुक जाता है!!

©Sudha Pandey
  #fog हौसला

#fog हौसला

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Sudha Pandey

आधी रात में जन्म लियो देवकिनदंन लाल। 
पहरेदार सब सो गये, खुल गया बंद किवाड़।। 

वासुदेव की बेडि खुल गयी।
काल कोठरी भयो उजियार।।

©Sudha Pandey
  #janmasजन्मhtami
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Sudha Pandey

कोयले की खान में हीरे 💎निकल जाते हैं। 
पत्थर को पुजो तो भगवान् मिल जाते हैं।। 

इंसानों की बस्ती में, इंसान मिलना बहुत मुश्किल है। 
इंसानों की खाल में छुपे यहाँ शैतान नजर आते हैं।।

©Sudha Pandey
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Sudha Pandey

ये  सावन  ये  बहारें   कच्छी   नहीं   लगती। 
तेरे बिना रिमझिम फुहारे अच्छी नहीं लगती।। 

ढूंढती है निगाहें तुझे  इन हसीन  वादियों  में। 
इन हवाओं की सरसराहटें अच्छी नहीं लगती।। 

खिड़कियों से देखना कितना अच्छा लगता था। 
खुली हुई  खिड़कियां  अब अच्छी  नहीं लगती।। 

अंधेरी  रातें   बहुत  ही   डराती   थी  सुधा। 
ये  चाँदनी   रातें  अब   अच्छी   नहीं   लगती।।

©Sudha Pandey
  #andhere अच्छी नहीं लगती

#andhere अच्छी नहीं लगती

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Sudha Pandey

वो सुरमई बादलों का घिरना,
वो जोरों से चलते पवन, 
वो मुसलाधार बारिश, 
देख झूम उठता था मयूरा मन।। 

बैठे खिड़कियों के पास, 
घंटों तकते रहना, 
आनंदित रोमांचित होना, 
पानी की बूंदों से वो बूलबूले बनते 
और फिर उसे मिटते देखना, 
वो बारिश की दिनों की यादें, 
सच मे आज भी रोमांचित कर जाता है, 
अब वैसी बारिश कहा रहीं, 
न लौट आने वाला है वो पल, 
वो बारिश के बाद कागज की नाव, 
वो, फूस की पतवार और चिंटी का नाविक, 
क्या खूब थे वोभी बरसात के दिन।।

©Sudha Pandey #titliyan बारिश

#titliyan बारिश

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