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sharadtukaramdha4105
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Sharad Tukaram Dhangar

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Sharad Tukaram Dhangar

घरी रांगते एक कविता
माझी दुसरी लेक कविता

आई ईश्वर रूप आहे
आईचा अभिषेक कविता

सत्य प्रसवले लेखणीने
लिहिली नाही फेक कविता

प्रतिमांची मोडून चौकट
जन्म घेईन नेक कविता

काव्य प्रेरणा तूच आहे
तू माझी प्रत्येक कविता

©Sharad Tukaram Dhangar
  गझल .......
#writer

गझल ....... #writer

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Sharad Tukaram Dhangar

घरी रांगते एक कविता
माझी दुसरी लेक कविता

आई ईश्वर रूप आहे
आईचा अभिषेक कविता

सत्य प्रसवले लेखणीने
लिहिली नाही फेक कविता

प्रतिमांची मोडून चौकट
जन्म घेईन नेक कविता

काव्य प्रेरणा तूच आहे
तू माझी प्रत्येक कविता

©Sharad Tukaram Dhangar गझल .......
#writer

गझल ....... #writer

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Sharad Tukaram Dhangar

घर का कोना कोना मुझसे रूठ जाता है 
जब बेटी का कोई खिलौना टूट जाता है

©Sharad Tukaram Dhangar घर का कोना कोना मुझसे रूठ जाता है 
जब बेटी का कोई खिलौना टूट जाता है...

घर का कोना कोना मुझसे रूठ जाता है जब बेटी का कोई खिलौना टूट जाता है... #कविता

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Sharad Tukaram Dhangar

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Sharad Tukaram Dhangar

लेक जेव्हा जेव्हा माझी वाचते कविता 
फेर धरून माझ्या भवती नाचते कविता

©Sharad Tukaram Dhangar अर्ज है.....

#father

अर्ज है..... #father

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Sharad Tukaram Dhangar

जरी विसरलो सारे काही
तुला विसरता आले नाही

©Sharad Tukaram Dhangar अर्ज.....
#LookingDeep

अर्ज..... #LookingDeep

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Sharad Tukaram Dhangar

Alone  दिल के अंदर यादों की किताब रखता हूँ
मैं मेरे हर गुनाह का हिसाब रखता हूँ अर्ज है

अर्ज है #Shayari

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Sharad Tukaram Dhangar

जिथे फक्त अवशेष उरले स्मृतींचे

नको त्या ठिकाणी निवारा करू तू 

शरद धनगर....... अर्ज है......

अर्ज है......

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Sharad Tukaram Dhangar

जरा पावसा दे सहारा भुईला
जगाचा नको पोटमारा करू तू पाणी पाऊस......

पाणी पाऊस......

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Sharad Tukaram Dhangar

तेरी खामोशी को भी,मैं इजहार समझ बैठा
आँखो की नादानी को,सच्चा प्यार समझ बैठा

उसका कोई दोष नही,उसने अपना काम किया
मैं खुद अपने दुश्मन को,अपना यार समझ बैठा 

मोहब्बत के रिवाज से, तब जाके वाकिफ़ हुवा
उसकी रुसवाई को जब,मैं इन्कार समझ बैठा

शरद धनगर,
8600161600

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