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hardikmahajan8946
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Hardik Mahajan

future life quote Motivation Quotes

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Hardik Mahajan

White किरणे उम्मीदों की कुछ यूँ बिखरती हैँ,
जैसे ख़यालो में तुम्हें ही रख समाती हैँ।

©Hardik Mahajan #GoodMorning
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Hardik Mahajan

White 
आशा भरी किरण, कुछ यूँ ही बिखराई,
उम्मीदों के आगे, घर आंगन चेहकाई,
जगमग सितारों, की महफ़िल सजाई।
ख़ूबसूरती प्रकृति, की शोभा बढ़ाई।

अंजुमन में आभा, सूर्य की चमचमाई,
खेत-खलिहान में, फसलें देख लहराईं।
चारों तरफ किरणे, है आशा छलकाई।
बिखरती दुनिया ये,  जिस रंग में रंगाई।

रंग-बिरंगी दुनिया, कुदरत ने हैँ बनाई,
 दीप आशा के , प्रज्जवलित जलाई।
मुंद-मुंद करके, किरणे प्रकृति फैलाई।
बिखरती किरणे , आशाएँ रंग दिखलाई।

✍🏻हार्दिक महाजन

©Hardik Mahajan #GoodMorning
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Hardik Mahajan

White रातों क़ि नींदे उड़ा रखी हैँ,
अब दिन में भी चैन नहीं हैँ।
जिएँ कैसे खौफ़ में ज़िन्दगी,
चैन-ओ-अमन रैन नहीं हैँ।

©Hardik Mahajan #GoodMorning
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Hardik Mahajan



जीवन शतरंज के खेल की तरह है, अगर आज आप जीतने की स्थिति में हैं, तो कल आप हारने की स्थिति में होंगे, कोई नहीं जानता कि पासा कब पलट जाएगा, असली खेल तो बनाने वाले ईश्वर के हाथ में है, जो सच है।

©Hardik Mahajan
  #Chess
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Hardik Mahajan

White 

जीवन की स्थिरता के अनुसार, परम सत्य ब्रह्मद से नहीं मिलता है, जहाँ शून्य से शुरू जीवन और शून्य पर अंत सफल नहीं होता है।

©Hardik Mahajan
  #GoodMorning
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Hardik Mahajan

अनुभवी, जीवन एक स्थिर नहीं है, जिस क्षण से यात्रा शतरंज खेल के अंत तक निर्धारित नहीं होती हैँ।

©Hardik Mahajan
  #Chess
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Hardik Mahajan

शतरंज के खेल में, पासा को एक खिलाड़ी से दूसरे खिलाड़ी में फेंक दिया जाता है, लेकिन जीत केवल उसी की है जो कभी भी अपना साहस नहीं खोता है।

©Hardik Mahajan
  #Chess
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Hardik Mahajan

White संघर्ष कर के जीवन भर चलना अंतिम सफ़र तक साथ बढ़ते स्थिर रहना,
हारना नहीं जीवन में कभी चलते रहना निरंतरता से निरंकार निरंतर कहना।

हौसलों से ऊंची उड़ान भरना जीवन में रखना संघर्ष करना नामुमकिन कुछ नही,
मेहनत लगन और स्थिरता से परिचय देना किंतु उच्चतम मार्ग चलना।

कोशिश अपनी कभी ना छोड़ना जीवन के हर मोड़ पर पडाव पार करना,
अभ्यास पहला यही तुम्हारा करके अपनी परीक्षा पूर्ण रूपी स्थिर देना,

उत्तर प्रश्न से चिन्हित करके सही मार्ग तुम्हें यहीं दिखाएंगे नामुमकिन कुछ नही,
निरन्तर स्थिरता की घड़ी हर पल हर दिन महीने साल चलती रहती याद रखना।

शून्य से सेकंड पलक झपकते ही निकल जाता हुआ नज़र कभी नहीं कहीं आता,
प्रतिनुकूल प्रतिस्पर्धा का महत्त्व अंकन का आंकलन विचित्र रखके यहीं समझना,

नियमित रूप से शिक्षित मार्ग पर अपने चलना आसान कहां नामुमकिन कुछ नहीं,
गति गतिशील कर्तव्यनिष्ठा का कर्तव्य पथ पर पालन "हार्दिक" करके चलते रहना।

✍️ हार्दिक महाजन

©Hardik Mahajan #Thinking
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Hardik Mahajan

White वक़्त को एक ओर से हमनें कुछ यूँ खींचा हैँ,
मानो गुफ़्तगू फूलों से ज़्यादा हमनें किया हैँ।
रोशन हो रहे ख़यालातों में तुम्हारे नाम जहाँ,
ऎसे वक़्त को थामके किरदार बदल सीखा हैँ।

©Hardik Mahajan #sad_quotes
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Hardik Mahajan

अमिय असीम मुस्कान थी ,सबके चेहरे पर खिली-खिली।
चौदह फरवरी दिन उन्नीस, कैसे फिर शहादत से मिली-मिली,
कानों ख़बर ना भनक लगी, पुलवामा में वीरों ने अपनी जाँ गवाई,
देश क़ि क़ुर्बानी कैसे भूलें, वैलेन्टाइन-डे पर अमरगाथा लिखी-लिखी।

प्रेम, प्यार, इश्क़, इज़हार, करने लगे फ़िर भी आज का दिन भूलें,
भूलें कैसे शहादत वीरों क़ि,पीयूष स्त्रोत सी बही चली बही चली।
प्रत्यक्ष प्राण भूमि पर ख़ूनी, वीरों के ख़ून से थी जिसने खेली होली,
वो गद्दार कैसे वीरों पर,  किए अटैक आज भी बात ना खली-खली।

अश्रुओं से भीगे नयन, आज भी गुलाब क़ि ख़ुशबू छोड़   चलें बहाएँ,
माँ-पिता बेटी भाई-बहन, पत्नी का लाल गर्वित ना हम कभी भूलें।
अमर हुए हमारे वीर कैसे, कैसे ख़ून का हर कतरा अपना बहाया,
पुलवामा का वो दिन हैँ, भूलेंगे नहीं इतिहास गवाह लिखा हुआ।

देकर अपने प्राणो क़ि, आहुति शहादत को आज हम नमन करते,
नहीं मनाते हम वैलेन्टाइन, हाँ ब्लैक-डे हैँ चौदह फरवरी का,
शहादत ओर वतन वीरों, का प्रकृति क़ि गोद में हैँ जो वह समाएँ,
पैनी नज़र गद्दारो क़ि थी, चूक हुई रास्तों पर वीरों से कैसे बताएँ।

रो-रोकर जी घबरायें क्यूँ, यहीं सवाल करते-करते बहलाएँ क्यूँ,
तड़प कुछ ऎसी मिली, जैसे वीरों क़ि ख़बर थी आई छुपाएँ क्यूँ।
सुरक्षा में सुरक्षित थे, जा रहें फ़िर चूक कहाँ वीरों से हुईं "हार्दिक",
क्या चुका पाएगी दुनिया, वीरों क़ि शहादत का कर्ज़ कैसे सुनाएँ क्यूँ।

जय हिन्द 🇮🇳🇮🇳जय भारत 🫡🫡

©Hardik Mahajan #Thinking
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