Nojoto: Largest Storytelling Platform
madanmohan9888
  • 21Stories
  • 10Followers
  • 141Love
    0Views

Madan Mohan

कवि ❤

  • Popular
  • Latest
  • Video
afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

राष्टृ भाषा मातृभाषा

हिन्दी तुम सबकी माता हो
राजमाता हो राजभाषा हो
हिंदुस्तान से नेपाल तक
बोलबाला था आपका
रसिया, मारिसस भी चेला था आपका
आपके गुरूओं की बड़ी डिमांड थी 
मांग थी , 
तुम्हे अंग्रेज न हरा पाए
कितने ही जतन से
आज तुम हार बैठी 
अपने ही वतन से ll
सरकारें जतन हजार करें
सरकारी तुमसे प्यार करें
माता भी मान के लाड करे
फिर भी क्यों तिरस्कार करें 
सौतेला सा व्यवहार करे l
मैं अपनी माँ का 
सम्मान चाहता हूँ
एक शपत् लेता हूँ
एक देना चाहता हूँ
तुम्हारी सेवा मे रहूँगा उम्र भर
किताबें लिखता रहूँगा उम्र भर
चाहे कोई पढे न पढे
चाहे कोई छापे न  छापे
चाहे कोई खरीदें न खरीदें
चाहे कोई बेचे न बेचे
शपत देता हूँ सबको
माँ से लाड कर लेना
वरना स्राफ लगेगा
निरदार का तुम्हे
राजभाषा के नाम पर
उल्लू न बनाना
हिंदी की पुस्तकें खरीदकर लाना
और निरंतर पढ़ते जाना
जाने कब माता तर जाये
 अजब गजब सी दुनिया  मे
किसी पुस्तकालय की मेज पर
कुर्सी पर, अल्मीरा मे
निरादर से सांस घुट जाये
शरीर से प्राण छूट जाये
तुम सब माँ से मिल आना
किसी लाइब्रेरी मे, 
अखबार के पन्ने मे
किसी जानकार या अंजान
लेखक की पुस्तक मे
या मेरी ही पुस्तक मे
तुम्हारी राह देखती है माँ
दिन महीने वर्षो से
कि मेरा बेटा आएगा
मुझे सूरत दिखायेगा
कुछ कहेगा मुझसे
या सुनकर जाएगा
पागल सी रहती है
पागलपन के अहसास मे
पूरे वर्ष भर नहीं मिलती
न परिवार मे उसकी गिनती
सितंबर मे सब मिलते हैं
आँशुओं की धार फूटे
माँ की आँखों से
बेटे मस्ती मे आते हैं
हल्का सा जशन मनाते हैं
गाते, सुनाते, अहसान जताते हैं
झूठे ईनाम लुटाते हैं
अकेला छोड़ जाते हैं
कसम लो जो लिखोगे
हिंदी मे लिखोगे तुम
घर बाहर और दफ़्तर मे
किसी की भी पढ़ोगे
एक पुस्तक रोज पढ़ोगे तुम ll

मदन मोहन

©Madan Mohan राष्टृ भाषा मातृभाषा

हिन्दी तुम सबकी माता हो
राजमाता हो राजभाषा हो
हिंदुस्तान से नेपाल तक
बोलबाला था आपका
रसिया, मारिसस भी चेला था आपका
आपके गुरूओं की बड़ी डिमांड थी

राष्टृ भाषा मातृभाषा हिन्दी तुम सबकी माता हो राजमाता हो राजभाषा हो हिंदुस्तान से नेपाल तक बोलबाला था आपका रसिया, मारिसस भी चेला था आपका आपके गुरूओं की बड़ी डिमांड थी #safarnama

10 Love

afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

नजरों ने कहानी बयाँ कर दी
पुरानी सारी बातें जवाँ कर दी
न शिकवा दिखा न शिकायत दिखी
धार आँसुओं की जाने कहाँ कर दी। 
मदन मोहन

©Madan Mohan नजरों ने कहानी बयाँ कर दी
पुरानी सारी बातें जवाँ कर दी
न शिकवा दिखा न शिकायत दिखी
धार आँसुओं की जाने कहाँ कर दी। 
मदन मोहन

#GaneshChaturthi

नजरों ने कहानी बयाँ कर दी पुरानी सारी बातें जवाँ कर दी न शिकवा दिखा न शिकायत दिखी धार आँसुओं की जाने कहाँ कर दी। मदन मोहन #GaneshChaturthi

11 Love

afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

एक और निर्भया मारी

जाने आगे किसकी बारी

दुष्टों का बोल बाला है

चारों तरफ हल्ला जारी है

फैली रेप की बीमारी है

धरने पर बैठे नेता लोग

सबकी समझ पर भारी है।। 


निर्भयाओ का मरना  जारी है

जाने आगे किसकी बारी है

धिक्कार है ऐसे समाज को

जहाँ, पुलिस पंचायत दुष्टों का

बचाना बचना जारी है

जज को बहकाना जारी है

पुलिस, प्रशासन, मीडिया भिड़े

कोन किस से कितना भारी है

यही दिखावा जारी है।। 


हथियार नशा रेप बढ़ रहे

समाज का गिरना जारी है

ताकत निर्बल पर् भारी है

पैसा ताकत पर भारी है 

राजनिति की कितनी लाचारी है

एक और निर्भया मारी

जाने आगे किसकी बारी है।। 


परमपरा ही मिटा डाली

रातों रात चिता जला डाली

पुलिस, प्रशासन् की लाचारी है

असुरों की ये दुराचारी है

एक और निर्भया मारी

जाने आगे किसकी बारी है।। 


Madan Mohan

©Madan Mohan एक और निर्भया मारी

जाने आगे किसकी बारी

दुष्टों का बोल बाला है

चारों तरफ हल्ला जारी है

एक और निर्भया मारी जाने आगे किसकी बारी दुष्टों का बोल बाला है चारों तरफ हल्ला जारी है #ationalSimplicityDay

8 Love

afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

आह
कई वरस सेवा की
उनकी पत्नी बन कर रही
मिन्नत करके, माँग कर,
ले गये थे मुझे, व्याह कर, 
क्या पता था शराबी हैं, 
कई साल गुजारे तंगी मे
उसी जे जे बस्ती मे, 
ये सोचकर कि कभी तो सुधरेंगे
18 वरस बीत गए
लड़का भी 17 का हो गया, 
अब तो उनका जमीर भी मर गया, 
तलाक चाहते हैं मुझसे
नहीं सोचते क्या होगा मेरा
कैसे जी पाऊँगी मैं, 
नौकर की तरह तो रही हूँ मैं, 
पति का बच्चे का सास ससुर का
सभी काम तो करती थी मैं, 
बिना पगार की नौकरानी
छोड़ रहे हैं मुझे करके बेइमानी। 
शायद मैं मर जाऊँ कभी भी 
लेकिन आह लगेगी मेरी
बद्दुआ लगेगी  उन्हें मेरी
जब मरेंगे कहीं
पानी देने वाला भी न होगा कोई
वहाँ, सिर्फ आह होगी मेरी
वही दिखाई देगी उन्हें
मरते वक़्त। 

मदन मोहन

©Madan Mohan आह
कई वरस सेवा की
उनकी पत्नी बन कर रही
मिन्नत करके, माँग कर,
ले गये थे मुझे, व्याह कर, 
क्या पता था शराबी हैं, 
कई साल गुजारे तंगी मे
उसी जे जे बस्ती मे,

आह कई वरस सेवा की उनकी पत्नी बन कर रही मिन्नत करके, माँग कर, ले गये थे मुझे, व्याह कर, क्या पता था शराबी हैं, कई साल गुजारे तंगी मे उसी जे जे बस्ती मे,

8 Love

afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

मेरे हम सफर हम चलें हर सफर तक

तेरी डगर से तेरे ही सफर तक

तू जो कहे तो चलें साथ तेरे

तेरे गॉव से हम तेरे ही शहर तक।। 


अब तो हमारी मंजिल तू ही है

सफर हर सफर की तू ही हमसफर है

तुम से तुम ही तक कहानी है मेरी

हर एक सफर की मंजिल तू ही है।। 


चलो हम चलें, सड़को की हद तक

हर एक गाँव से, हर एक शहर तक

पेड़ों की छाँव से जंगल के गॉव तक

जंगल के गॉव से पहाडों के पाँव तक।। 


मेरे हम सफर हम चलें हर सफर तक

तेरी डगर से तेरे ही सफर तक।। 


मदन मोहन

लेखक

©Madan Mohan मेरे हम सफर हम चलें हर सफर तक

तेरी डगर से तेरे ही सफर तक

तू जो कहे तो चलें साथ तेरे

तेरे गॉव से हम तेरे ही शहर तक।। 

मेरे हम सफर हम चलें हर सफर तक तेरी डगर से तेरे ही सफर तक तू जो कहे तो चलें साथ तेरे तेरे गॉव से हम तेरे ही शहर तक।।  #OneSeason

11 Love

afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

चाचा चमन लाल सन 1968 में एक सरकारी विभाग में क्लर्क के पद पर भर्ती हुए थे। चाचा जब हमारे साथ एक विभाग में आये तो बड़े हंसमुख और उदार व मज़ाकिया नज़र आए।
रामनारायण को चाचा रामू कहते थे ,अरे बेटा रामू चाचा का ख्याल रखले भाई आज तेरी चाची ने फिर चाय नही पिलाई ,चाचा को चाय पिला दे,आशीर्वाद मिलेगा।रामनारायण दफ्तरी को कहता अरे भाई शाहू जी चाचा के लिए चाय ले आओ,तुम हम भी पी लेंगे।
शाहू रामनारायण के नज़दीक आकर कहता है साहिब फिर चमन लाल जी आपको चूना लगा रहे हैं।रामनारायण कहता कोई बात नहीं यार बाप के समान हैं जा चाय ले आ ये ले पैसे।
चाचा चमनलाल रोज़ एक बाबू पकड़ते औऱ चाय की
चुस्कियां भरते,इसके बदले या इस प्रेम में वे मुश्किल से मुश्किल फ़ाइल की नॉटिंग ड्राफ्टिंग व लैटर तैयार
करवा कर अफसर तक पहुँचाते ।
एक दिन सब पूछने लगे कुछ अपने बारे में विशेष बताओ तो चमन लाल जी कहते मुझमेँ कुछ विशेष नहीँ पर हाँ मैं हारमोनियम का टीचर रहा हूँ, आज कोई हारमोनियम नहीँ सीखता ये कला भी भारत से लुप्त होने लगी है ये बड़ा अफशोष की बात है।
आप बहुत अच्छी नॉटिंग करते है,ये कैसे सीखी बताइये रामु ने पूछा । अरे रामू नौकरी जाते जाते बची थी इस नॉटिंग के चक्कर मे,वो बड़ा अदभुत वाकया है उसे सुनो,और चमनलाल जी सुनाने लगे ।जिस दिन मैंने ड्यूटी ज्वाइन की ,बड़े बाबू ने कहा फाइलें देख लो पुरानी ,उसी तरह का काम करना होगा। मैने पूरे दिन फ़ाइलें देखी ,कुछ समझ नहीं आया,पूछा भी नहीं। अगले दिन दफ्तर पहुंचा थोड़ी देर बाद बड़े बाबू ने बुलाया और कहा ये लो फ़ाइल कवर और दफ्तरी से टैग ले लो ,एक नोट पूट अप करना है।
चमनलाल जी बताने लगे कि वो डरे डरे सहमे से सोच रहे थे कि नोट कैसे पुट अप करें ।लंच टाइम हो गया,खाना भो ढंग से नहीं खाया,डर से भयभीत सीट पर आए बैठे ,फिर वही सोच बड़ी दुविधा थी क्या करे क्या न करें।तीन भी बज गए,अचानक बड़े बाबू ने कहा चमनलाल क्या हुआ नोट पुट अप नही किया जल्दी करो।
चमनलाल जी बताते हैं कि डर के मारे आनन फानन 
में उठकर शौचालय गए,धारीदार कच्छे के नाडे से पुराना सा मुड़ा हुआ दो का नोट निकाला और सीट पर आ कर फ़ाइल कवर में टैग लगाकर फ़ाइल में दो का नोट रख दिया।बंद फ़ाइल दफ्तरी को दी कहा बड़े बाबू के पास रख दो।दफ्तरी ने फ़ाइल रखी बड़े बाबू ने कहा साहिब के पास रख दो कमी हुई तो देखूँगा।
अब फ़ाइल साहब के पास थीं आगे सोच लो समझ लो क्या हुआ होगा ,दो दिन बड़े बाबू और अधिकारी डाँटते रहे और सारे विभाग में हंसी हुई।आज तक उस बात के लिए सब हंसते हैं। आज तुम भी मेरी मूर्खता पर हँसलो सभी हंसते रहे और कभी भी वो वाकिया याद आता है तो हंसी दिलाता है।
मदन मोहन

©Madan Mohan चाचा चमन लाल सन 1968 में एक सरकारी विभाग में क्लर्क के पद पर भर्ती हुए थे। चाचा जब हमारे साथ एक विभाग में आये तो बड़े हंसमुख और उदार व मज़ाकिया नज़र आए।
रामनारायण को चाचा रामू कहते थे ,अरे बेटा रामू चाचा का ख्याल रखले भाई आज तेरी चाची ने फिर चाय नही पिलाई ,चाचा को चाय पिला दे,आशीर्वाद मिलेगा।रामनारायण दफ्तरी को कहता अरे भाई शाहू जी चाचा के लिए चाय ले आओ,तुम हम भी पी लेंगे।
शाहू रामनारायण के नज़दीक आकर कहता है साहिब फिर चमन लाल जी आपको चूना लगा रहे हैं।रामनारायण कहता कोई बात नहीं यार बाप के समान हैं

चाचा चमन लाल सन 1968 में एक सरकारी विभाग में क्लर्क के पद पर भर्ती हुए थे। चाचा जब हमारे साथ एक विभाग में आये तो बड़े हंसमुख और उदार व मज़ाकिया नज़र आए। रामनारायण को चाचा रामू कहते थे ,अरे बेटा रामू चाचा का ख्याल रखले भाई आज तेरी चाची ने फिर चाय नही पिलाई ,चाचा को चाय पिला दे,आशीर्वाद मिलेगा।रामनारायण दफ्तरी को कहता अरे भाई शाहू जी चाचा के लिए चाय ले आओ,तुम हम भी पी लेंगे। शाहू रामनारायण के नज़दीक आकर कहता है साहिब फिर चमन लाल जी आपको चूना लगा रहे हैं।रामनारायण कहता कोई बात नहीं यार बाप के समान हैं #ज़िन्दगी #Independence2021

9 Love

afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

हम दिवाने क्योँ तुम्हारे हैं सनम
जानकर भी जानते नहीं हैं हम
देखें तो देखते रहते हैं हम
जानकर भी जानते नहीं सनम। । 

दिल की बेचैनी मे चैन नहीं सनम
जानकर भी जानते नहीं हैं हम
दिन भी तेरा रात भी तेरी सनम
जागते सोते भी तेरे हैं हम।। 

साँस में भी याद मे भी तुम सनम
जाने किस नशे मे रहते हैं हम 
याद तेरी है नशा या सूरत सनम
जानकर भी जानते नहीं हैं हम।। 
(रैप) 
जब भी तु मिलती है
प्यार से देखता हूँ
आहें भी भरता हूँ
आँखे भी सेकता हूँ
बस ये जान ले तू
तुझी पे मरता हूँ।। 

दौड़ते हैं लोग मेरे आगे पीछे
और मैं दौड़ूं तेरे आगे पीछे।। 

तू नहीं जानती है
न ही मानती है
दिवाना हूँ तेरा
पागल तू मानती है। 

न कर न कर छेड़खानी तू
बन जा मेरी अब रानी तू
महलों मे तूझको बिठाऊँगा
फूलों से तूझको सजाऊंगा।। 
आ जा आ जा मेरी बाहों मे
बैठ जा दिल मे निगाहों से

आश भी तू 
विस्वास भी तू
भूख भी तू
मेरी प्यास भी तू।। 

लेखक मदन

©Madan Mohan हम दिवाने क्योँ तुम्हारे हैं सनम
जानकर भी जानते नहीं हैं हम
देखें तो देखते रहते हैं हम
जानकर भी जानते नहीं सनम। । 

दिल की बेचैनी मे चैन नहीं सनम
जानकर भी जानते नहीं हैं हम
दिन भी तेरा रात भी तेरी सनम

हम दिवाने क्योँ तुम्हारे हैं सनम जानकर भी जानते नहीं हैं हम देखें तो देखते रहते हैं हम जानकर भी जानते नहीं सनम। । दिल की बेचैनी मे चैन नहीं सनम जानकर भी जानते नहीं हैं हम दिन भी तेरा रात भी तेरी सनम #कविता #OneSeason

8 Love

afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

गालिब तेरे जहाँ से प्यार मिट रहा है
चाहत का तेरी सारा संसार मिट रहा है
सबको पड़ी है अपनी और स्वार्थ पल रहा है
ना दिल मे प्यार है ना दिमाग मे रहा है। 

ना आशिक ईमानदार है ना माशूक ईमानदार है आंखों मे भूख पैसे की ये दौर चल रहा है
बेईमानी पर टिका हुआ ये कारोबार चल रहा है
ना कोई कशक रही  ना कोई तड़फ रहा है। 
 
गालिब तेरे जहाँ से प्यार मिट रहा है
चाहत का तेरी सारा संसार मिट रहा है

मिलने की खुशामत नहीं आदेश चल रहा है
एक दूजे की लूट का दिमाग चल रहा है
प्यार रूठ जाए तो केक कट रहा है
यार छूट जाए तो जश्न मन रहा है।

आशिक भी है नशे मे माशूक भी है नशे मे
हर एक क्लब मे नशे का व्यापार पल रहा है
एक झलक को तरसे तुम अपने माशूक़ की
अब हर एक अंग  अदा का दीदार चल रहा है। 

गालिब तेरे जहाँ से प्यार मिट रहा है
चाहत का तेरी सारा संसार मिट रहा है

मदन मोहन

©Madan Mohan गालिब तेरे जहाँ से प्यार मिट रहा है
चाहत का तेरी सारा संसार मिट रहा है
सबको पड़ी है अपनी और स्वार्थ पल रहा है
ना दिल मे प्यार है ना दिमाग मे रहा है। 

ना आशिक ईमानदार है ना माशूक ईमानदार है आंखों मे भूख पैसे की ये दौर चल रहा है
बेईमानी पर टिका हुआ ये कारोबार चल रहा है
ना कोई कशक रही  ना कोई तड़फ रहा है।

गालिब तेरे जहाँ से प्यार मिट रहा है चाहत का तेरी सारा संसार मिट रहा है सबको पड़ी है अपनी और स्वार्थ पल रहा है ना दिल मे प्यार है ना दिमाग मे रहा है। ना आशिक ईमानदार है ना माशूक ईमानदार है आंखों मे भूख पैसे की ये दौर चल रहा है बेईमानी पर टिका हुआ ये कारोबार चल रहा है ना कोई कशक रही ना कोई तड़फ रहा है। #Independence2021

8 Love

afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

आजादी
हमे मिली है आजादी
खुलकर जीने की
आगे बढ़ने की
समानता से
स्वतंत्रता से
शिक्षा से
अभिब्यक्ति की
अपनी बात रखने की
स्वच्छंद होकर जीने की
आओ मिलकर प्रेम से
आजादी के मजे करें
तिरंगा फहरा कर
पतंगें उड़ाकर
मिठाइयाँ खाकर
याद करें
आजादी दिलाने वाले
देश के सपूतों को
और सलाम करें
 आजादी बनाये रखने वाले सैनिकों को
दिल से, प्रेम से
सम्मान से
और बडायें देश को
सबसे आगे सब मिलकर
सारे जहाँ के लिए।। 

Madan Dhoundiyal 
लेखक मोहन

©Madan Mohan आजादी
हमे मिली है आजादी
खुलकर जीने की
आगे बढ़ने की
समानता से
स्वतंत्रता से
शिक्षा से
अभिब्यक्ति की

आजादी हमे मिली है आजादी खुलकर जीने की आगे बढ़ने की समानता से स्वतंत्रता से शिक्षा से अभिब्यक्ति की #WorldOrganDonationDay

7 Love

afb481df4c17e099a1b2626b803b8655

Madan Mohan

आजादी
हमे मिली है आजादी
खुलकर जीने की
आगे बढ़ने की
समानता से
स्वतंत्रता से
शिक्षा से
अभिब्यक्ति की
अपनी बात रखने की
स्वच्छंद होकर जीने की
आओ मिलकर प्रेम से
आजादी के मजे करें
तिरंगा फहरा कर
पतंगें उड़ाकर
मिठाइयाँ खाकर
याद करें
आजादी दिलाने वाले
देश के सपूतों को
और सलाम करें
 आजादी बनाये रखने वाले सैनिकों को
दिल से, प्रेम से
सम्मान से
और बडायें देश को
सबसे आगे सब मिलकर
सारे जहाँ के लिए।। 

Madan Dhoundiyal 
लेखक मोहन

©Madan Mohan #FriendshipDay
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile