Nojoto: Largest Storytelling Platform
rajnishyadavshay5130
  • 28Stories
  • 106Followers
  • 246Love
    513Views

Rajnish Yadav shayar

dard ki gamo se es had tak gujar chuka hu

  • Popular
  • Latest
  • Video
c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

मेरे  सामने  अब तबाही  का मंजर  है

   मेरे खिलाफ़ हर हाथ मे  अब खंजर है ।।

 खुदा कसम तेरे जाने के बाद ए हमदम,
    
    आज  तक ये दिल की  जमीन बंजर  है ।।

     आज   मेरी  रूह   तुझे  रुला  के   रोएगी , 
      
        इन आँखों मे सदियों से ठहरा इक समुंदर है ।।
     
     सुना हैं तेरे दर से कभी कोई खाली नही गया,
     
        देना वाला अवधड़ दानी तू तो मस्त कलन्दर है।।

©Rajnish Yadav shayar मेरे खिलाफ हर हाथ मे 

#SunSet

मेरे खिलाफ हर हाथ मे #SunSet

c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

लग जा गले मेरी जिंदगी के प्यास की एक अलग ही कहानी है

 कभी मैं पागल सा दिवाना था ओ आज दिवानी है 

 
जहाँ में  हम नही रहे फ़क्त ये सोचते हो  तुम
        
         ख्वाबों  में आ के  सताना ये आदत पुरानी है

©Rajnish Yadav shayar #dilkibaat
c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

पैरो  में छाले पड़े और नयनों  की  मार गयी आश
बड़ा डरावना रहा इस सदी के राजा का इतिहास।

अपने  ही  मुल्क  में अपने  घर जाने को तरस गए
आखिर  कब तक लिए  घूमेंगे  अरमानों की लाश।

 तू  गरीब है  तेरे साथ  मौत का खेल खेला जाएगा
 अगर रहना है जिन्दा तो खुद नई तरकीब  तलाश।

तेरे  सारे इंतजाम  खोखले जैसे  जुगराती धोखले  
 मेरी हालत देख खुदा का बन्दा भी हो गया हताश।।

©Rajnish Yadav shayar hello kaise hai aap log happy new year 

#bye2020

hello kaise hai aap log happy new year #bye2020

c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

बहुत बड़ा धोखा हुआ है मेरी जिन्दगी के साथ।

मेरे दोस्तो  ने दोस्ती कर  ली है गन्दगी के साथ।

अपनी ख्वाहिशें किसी पर जबरन न थोपा करें।

सभी जिते हैं जिन्दगी अपनी पसन्दगी के साथ।

रात में रोशनी  की कमी  बेहद सताती रही उसे।

तीर  नही  चल  सकती  तेरी  तीरगी  के  साथ।

 जिन्दगी रोशन होती इल्म के तिशनगी के साथ।

 सामाजिक  रिस्तो को  निभाये  सादगी के साथ।
               
                       रजनीश यादव।।।।

©Rajnish Yadav shayar like and follow me

like and follow me #अनुभव

c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

फकीर का कातिल खुदा की इबादत में खड़ा है
मुल्क का ग़द्दार पुलिस के हिफाजत में खड़ा है।
फरेबियों की फ़ेहरिस्त में आला हकीम भी है शामिल
इंसाफ  की   चाहत में हरिश्चन्द अदालत में  खड़ा है।
तिज़ारत   की बुनियाद अब डगमगाने  वाली  ही  है
 अन्नदाताओं का विशाल आंदोलन भारत मे खड़ा है।

©Rajnish Yadav shayar #farmersprotest
c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

धीरे-धीरे ही सही मौसम अब बदल रहा हैं
हर  आँख  से  अब  शोला  निकल  रहा हैं
क्राँति मांगती हैं बलिदान अपने सपनों की
तेरे  संघर्ष  से  ए चट्टान भी  पिघल  रहा हैं
निकले है घरो से तो ये ऐलान सरकार सुनलें
क्यो कदम-कदम पर तेरा वादा बदल रहा हैं
आपसी भाई चारे को तेरी सियाशत खा गई
मेरे  देश  का कोना  कोना अब जल  रहा हैं
कारोबार के नाम पर वो मेरा जंगल जमीन      निगल रहा हैं।।।।।।।
                  
                     रजनीश यादव

©Rajnish Yadav shayar like and fallow me

#Darknight

like and fallow me #Darknight #कविता

c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

आदमी खुद बबूल बोता है
 काँटा चुभने  पर  रोता  है।
मरी  मन  की  सब  आशाएँ
 आदमी अपनी लाश ढ़ोता है।
 जमाना  खुदगर्जी  का  ठहरा
  रात - दिन बेख़ुदी मे  सोता है।
  मुल्क मे तानाशाही सरकार है
   अब वो सपनें नही  संजोता है।
       
       रजनीश यादव #raindrops
c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

#lovebeat hello dosto like and follow me

#lovebeat hello dosto like and follow me

c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

अगर तू मजदूर है तो मैं तुझे नही जानता,
देश का राजा जनता का दर्द नही पहचानता,
इस मुल्क मे कानून बस गरीब पर चलता,
जो हैं अमीर ओ इस कानून को नही मानता,
अगर तू मजदूर है तो मैं तुझे नही जानता,
            .              
                           रजनीश यादव #street hello dosto follow me

#street hello dosto follow me

c05c9204fc90008f63fe0c35f718b438

Rajnish Yadav shayar

ये कलम किसी ने खरीद ली
ये जुबां किसी की गुलाम हैं,
तेरा दर्द यहाँअब सुनायें कौन
यहां सब सत्ता के हमाल हैं,
आपदा के नाम पर सब गटग गए
जनता भूखी और नेता मालोमाल हैं,
मुल्क की बरबादी का मंजर
अब दिखता यहां सरेआम हैं,
आखिर कब तक आवाम तडपेगी
मेरा तुझसे ये आखिर सवाल हैं,
ये कलम किसी ने खरीद ली
ये जुबां किसी की गुलाम हैं,
          
      रजनीश यादव hello dosto

hello dosto

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile