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choudharyhardink3020
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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

सत्यवादी श्री वीर तेजाजी भगत 9829647921 https://youtube.com/channel/UCUxVDsyOMwKrsOdGIkM2drQ

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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

White ग़ज़ल

पास उसके मैं जा नहीं सकता 
अपना दुखड़ा सुना नहीं सकता 

दिल में उसको बसा नहीं सकता 
और धोखा मैं खा नहीं सकता 

उस पे मुझको यकीन है यारो 
वो कभी भी भुला नहीं सकता 

मुझको क्या कुछ कहा नहीं तू ने 
ज़िन्दगी भर भुला नहीं सकता 

चाहता हूँ उसे बहुत लेकिन 
उसको रहबर बना नहीं सकता 

साथ देने की बात करता है 
दो कदम भी बढ़ा नहीं सकता 

अब हवाओं का क्या भरोसा है 
अपने घर को बचा नहीं सकता 

उस पे कैसे करें भरोसा हम 
आग घर में लगा नहीं सकता 

उस पे कैसे यकीं करे "हरदीन" 
वो गले भी तो लगा नहीं सकता 

 चौधरी हरदीन कूकना

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #Thinking #गजल   मोटिवेशनल कोट्स हिंदी

#Thinking #गजल मोटिवेशनल कोट्स हिंदी

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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

White किसी ने मुझसे कहा इतने ख़ूबसूरत नहीं हो तुम,

मैंने कहा वीर तेजाजी महाराज के भक्त खूंखार ही अच्छे लगते हैं।

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #तेजाजी  भक्ति भजन भक्ति सागर

#तेजाजी भक्ति भजन भक्ति सागर

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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

White ग़ज़ल 

ग़ैर का दर्जा हमको दिया आजतक 
आपसे बस यही तो हुआ आजतक 

हम सुनेंगे ये कब तक बताओ तुम्ही 
आपने जो कहा वो सुना आजतक 

मैं हमेशा वफ़ा साथ लेकर चला 
लोग कहते रहे बेवफ़ा आजतक 

अब तो खामोश रहना भी दुश्वार है 
हम तो सुनते रहे जो कहा आजतक 

हम बिखरते रहे टूटते भी रहे 
आपसे जो मिला वो लिया आजतक 

पाप है ज़ुल्म सहना मगर क्या करें 
बीज नफरत का बोया गया आजतक 

हम तुम्हें माफ़ कब तक करेंगे भला 
सर से ऊपर जो पानी गया आजतक 

कोई क्या कुछ करेगा खुदा के सिवा 
बस उसी पे भरोसा किया आजतक 

कोई कुछ भी कहे मानता मैं नहीं 
जो भी "हरदीन" ने देखा लिखा,बोला आजतक 

चौधरी हरदीन कूकना

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #गजल  Extraterrestrial life

#गजल Extraterrestrial life #कविता

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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

White ग़ज़ल 

नहीं और का वो भला सोचते हैं 
कि कुछ लोग सबका बुरा सोचते हैं 

पता कुछ नहीं जाने क्या सोचते हैं 
हमेशा वो अपना भला सोचते हैं 

बुरा हो भी कैसे भला सोचते हैं 
मिलेगा बुरा गर बुरा सोचते हैं 

जो करना हमे है वही हम करेंगे 
हमें क्या पड़ी है वो क्या सोचते हैं 

भले कुछ भी सोचें नहीं फ्रिक हमको 
हमे क्या पता दिल में क्या सोचते हैं 

नहीं बात करते हम उनसे कभी भी 
सदा वो वफा को बला सोचते हैं 

बहादुर नहीं उसको कहते ज़रा भी 
जो कमज़ोर को ही गिरा सोचते हैं 

कभी जो नहीं काम आऐ किसी के 
वही कह रहे हैं भला सोचते हैं 

मैं मानू भला किसकी बात आज "हरदीन"
कहाँ कब किसी का भला सोचते हैं 

चौधरी हरदीन कूकना
मकराना, राजस्थान

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #love_shayari #गजल  Extraterrestrial life
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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

White ग़ज़ल 

उनको अपना बना लिया मैने 
फैसला क्या बुरा लिया मैने 

जो खुदा चाहता है वही होगा 
दिल के अन्दर बसा लिया मैने 

वो तो मुझको डराते रहते हैं 
खुद को पत्थर बना लिया मैने 

कोई शिकवा गिला नहीं उनसे 
जिनको अपना बना लिया मैने 

झूठ का बे सबब सहारा क्यों 
सर को अपने कटा लिया मैने 

वक्त पर काम आ नहीं सकता 
यार को आज़मा लिया मैने 

दुश्मनी छोड़कर किया ऐसा 
उसको गले लगा लिया मैने 

कोई कुछ भी कहे भले मुझको 
हाँथ उससे मिला लिया मैने 

पीछे हटता नहीं कभी "हरदीन" 
अपना सिक्का जमा लिया मैने 

चौधरी हरदीन कूकना, मकराना 
मकराना,राजस्थान

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #sad_quotes #गजल  Extraterrestrial life
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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

White ग़ज़ल 

ख़ाक़ से ही तुम्हें बनाया है 
ख़ाक़ में ही तुम्हें मिलाया है 

देश को आगे क्या बढ़ाया है 
उसने बीड़ा अगर उठाया है 

साथ सबका वो दे नहीं सकता 
उसने फरमान ये सुनाया है 

खोखला हो रहा वतन मेरा 
क्या यही देश को बढ़ाया है 

जब से बैठा यही किया उसने 
शिर्फ नफ़रत को ही बढ़ाया है 

मैं यकीं क्यों करूँ किसी पर भी 
धोखा अपनों से मैने खाया है 

बैर रखता नहीं किसी से मैं 
हाँथ हर ऐक से मिलाया है 

बस उसी राह पर चलेंगे हम 
जो भी उसने हमें बताया है 

ये सियासत का खेल है "हरदीन"
भाई अपना यहाँ पराया है 

चौधरी हरदीन कूकना

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #GoodNight #गजल  'दर्द भरी शायरी'

#GoodNight #गजल 'दर्द भरी शायरी'

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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

Unsplash ग़ज़ल

जब भी शोले कहीं भड़कते हैं 
दिल तो हर ऐक के धड़कते हैं 

दिल में उनके तो हम खटकते हैं 
आजकल वो बहुत बहकते हैं 

कुछ भी उनका नहीं भरोसा है 
जो इधर से उधर लुड़कते हैं 

कद्र उनकी कहाँ नहीं होती 
फूल गुलशन में जो महकते हैं 

बात कुछ तो जरूर है देखो 
आजकल खूब वो महकते हैं 

और इसके सिवा वो क्या करते 
काम के वक्त पर खिसकते हैं 

चंद सिक्कों में बिकना सीखा है 
बे सबब और पर भड़कते हैं 

बात जो भी इधर उधर करते 
ऐसे इंसाँ मुझे खटकते हैं 

दिल में कुछ तो ज़रूर है "हरदीन" 
जाने क्या क्या नहीं वो बकते हैं 

चौधरी हरदीन कूकना

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #गजल  लाइफ कोट्स

#गजल लाइफ कोट्स

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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

White पुलवामा के शहीद 

कुछ  सुमन पल्लवित  नवयौवन
बिन पतझड़ के बिखर गये।
ऋतु बसंत  की छोड़ छटा
नव किसलय विलगित शाख हुये।

कैसी करूण कहानी है।
शहादत पर ना हैरानी है।
कुछ क्रूर नराधम निशाचरों की
पशुता की घृणित  निशानी है।

धरती मां के लाल दुलारे
अपनी रौ में गंतव्य  चले।
राह ताकते सांप आस्तीन के
कुटिल  बारूदी चाल चले।

पुलवामा की अमर शहादत  
सदियों तक अमिट अमर मन में।
होगी श्रद्धांजलि तब ही पूर्ण 
मिटा देगें शत्रु दल जग में।।

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #पुलवामा_शहीदो_को_नमन   प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स

#पुलवामा_शहीदो_को_नमन प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स

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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

White ग़ज़ल 

हाले दिल आपको हम सुनाते रहे 
इस तरह बोझ ग़म का घटाते रहे 

उनके आने की पाई खबर खुश हुऐ 
याद में जिनकी आँसू बहाते रहे 

ऐक आशिक का ये हौसला देखिये 
ज़ख्म सहकर भी वो मुस्कुराते रहे 

दिल को दिल से तअल्लुक हो सोचा नहीं 
आप तो दूरियाँ ही बढ़ाते रहे 

मौत से कौन बच सकता था दहर में 
वक्त जिनका भी आया वो जाते रहे 

पास से उनको देखूँ थी ख्वाहिश मिरी 
दूर ही से वो जलवा दिखाते रहे 

सामने जब भी आऐ नज़र फेर ली 
मुझसे अपने को हरदम बचाते रहे 

भूल सकते नहीं जीते जी हम उन्हें 
राह सच्ची जो हमको दिखाते रहे 

वो थे "हरदीन"शोला तो शबनम था मैं 
वो जलाते रहे हम बुझाते रहे

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #sad_quotes #गजल  दोस्ती शायरी

#sad_quotes #गजल दोस्ती शायरी

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CHOUDHARY HARDIN KUKNA

White ग़ज़ल 

मेरे घर में कहाँ ज़िंदगी आज भी 
बस वही मुफ़्लिसी बेबसी आज भी 

आपसी रंजिशें हैं वही आज भी 
भाई भाई में है दुश्मनी आज भी 

ऐक मुद्दत से तो दूर है वो मगर 
याद आते हैं शिद्दत से ही आज भी 

कितना मासूम अंजान है बेगुनाह 
फिर भी उस पर है तानाकशी आज भी 

मैं वफ़ा ही करूँ इश्क की शर्त है 
क्यों मैं सोचूँ है बेरूखी आज भी 

हम तो बेज़ार हैं कैसे आगे बढ़ें 
अपनी हालात है मजबूर सी आज भी 

वो जफ़ा पर जफ़ा कर रहे हैं मगर 
बेवफाई न हमसे हुई आज भी 

मुझको गौहर किसी से भी शिकवा नहीं 
ज़िंदगी कट रही वैसी ही आज भी 

चौधरी हरदीन कूकना 
मकराना, राजस्थान

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #गजल  शेरो शायरी

#गजल शेरो शायरी

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