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alokverma2321
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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

मै तो तनहाईयों में भी महफ़िल खोज लेता हूं।

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White जमीं से ले गए आसमां तक फिर छोड़ गए,
मुझको इस जमाने में तन्हा कर मुंह मोड़ गए,
वो अपने रिश्तों की खातिर मेरा रिश्ता भूल गए.....,
वो खुश थे अपने ही माहौल में,
मैं बैठा रहा यूं ही उनकी खौल में,
वो अपनी हसीं अपनो को दिखाते गए,
वो अपने रिश्तों की खातिर मेरा रिश्ता भूल गए ....., वो अपने रिश्तों की खातिर.......,

वो अपने रिश्तों की खातिर.......,

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White जिस दिन तुम्हारे कदम डोलेंगे,
समझ लेना हम रहे ही नहीं,
हवा भी मिलेगी जमीं भी मिलेगी,
समझ लेना हम रहे ही नहीं,
आंख जब भी बंद तुम करो,
ख्वाब तेरे मेरे से न मिले तो,
हर मोड़ पर और हर घड़ी में,
जिन्दगी गम में सिमटने लगे तो,
जिस्म में भी जब ये हो कमी,
सांस मध्यम हो धड़कने बढ़े तो,
समझ लेना हम.................! समझ लेना हम रहे.....!

समझ लेना हम रहे.....!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White सही है तेरा अब यूं रहना,
हमसे ज्यादा बात ना करना,
समय का दोष देता रहा मैं,
था किस्मत में अब यूं ही रहना,
हमसे ज्यादा बात ना...........!
है शिकायत ना तुमसे,
ना तुमसे गिला है,
जो था लिखा यूं,
वही तो मिला है,
ना अब कोई गिला है करना,
हमसे ज्यादा बात ना..........! हमसे ज्यादा बात ना........!

हमसे ज्यादा बात ना........!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White तोड़कर मुझको यूं बिखेर दिया,
जो मेरा था उसने मुझे छोड़ दिया,
एक - एक मोती सा फिरोया मुझे,
मर रहा था जीना सिखाया मुझे,
न जाने कौन सी थी घड़ी मुंह मोड़ लिया,
पल भर में ही प्रेम की माला तोड़ दिया,
"रसिक" तूने ये कैसा ख्वाब दिया,
जो मेरा था उसने मुझे............! जो मेरा था उसने मुझे........!

जो मेरा था उसने मुझे........!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White वक्त बता देता है कि कौन कैसा है,
दुनियां में इंसानियत नहीं बस पैसा है,
हमने भी देखा है लोगों को एहमियत देकर,
लोभी वक्त मिलते ही सब भुला देता है,
जिसकी जी हजूरी में उम्र गुजार दी,
उस इंसान के लिए तो सब पैसा है,
वक्त बता देता है कि................!

हर वक्त उसके इसरो पर वक्त बिताया,
उसके कहने पर अपना हाल गवाया,
देखा नहीं कभी कि मेरी तपतीस कैसी है,
मैंने उसकी हर बात पर हामी बनाया,
"रसिक" ना समझा कि वो भी ऐसा है,
वक्त बता देता हैं कि...............! वक्त बता देता है कि......!

वक्त बता देता है कि......!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White ईमानदारी का सच्चा पुरस्कार मिला,
इस जहां में हर इंसान ईमानदार मिला,
जो तरसता था कभी कौड़ियों के लिए,
आज वही धन का असली पहरेदार मिला,
राजनीति तो कूट-कूट कर भर ली है जिस्म में,
यहां अपनों से ही राजनीति का हथियार मिला,
जिसके एक इशारे पर घंटो बैठा रहता था मैं,
आज वही लात मारने में होशियार मिला,
देख "रसिक" तेरी वफ़ा का शिला मिला,
मत हैरान हो इस जहां से तू कि क्या मिला,
ईमानदारी का सच्चा ..…..............! ईमानदारी का पुरस्कार.....!🙏

ईमानदारी का पुरस्कार.....!🙏

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

बनठन कर निकला करो तुम राधे जरा सम्भल सम्भल कर,
ये दुनियां करें है नजरों की बैमानी रूप बदल बदल कर,
मेरा क्या है मैं तो हूं तेरा देखूं तुझे  सम्भल सम्भल कर,
मैं तो तेरे भले को सोचूं समझाऊं तुझे हर कदम कदम पर,
बनठन कर निकला करो तुम राधे ......................................! जरा सम्भल सम्भल कर.....!

जरा सम्भल सम्भल कर.....!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

जीवन की अंतिम इच्छा का,
परित्याग करूं मैं क्या,
इस पावन धरा पर मैं भी,
आज अंतिम पग धारू मैं क्या,
हृदय गति है मध्यम मध्यम,
ऐसी भयानक पीड़ा में,
शूल धसा हृदय प्रीत में,
अमृत पीकर करूं मैं क्या
जीवन की अंतिम इच्छा का,
परित्याग करूं मैं ........! जीवन की अन्तिम......!

जीवन की अन्तिम......!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

Blue Moon चन्द अल्फाज मेरे होठों पर ले आना,
मेरे दिल की बीती वो तुम सुना जाना,
शायद कल मैं ना रहूं राधे,
मुझे बीता कल समझ मुस्कुरा जाना..! बीता कल.....!

बीता कल.....!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

अब तकलीफ सी होती है हर पल,
मुझे खुद की जिन्दगी जीने में,
अब किसको बताऊं मैं,
कितनी तकलीफ है सीने में,
मेरी हर सोच से पहले समझ जाते थे,
मेरी दुखती पीड़ा पल में हर जाते थे,
उदास जब भी बैठता था मैं कभी,
स्वयं उदास होकर हमें हंसा जाते थे,
अब वो कहां से आशियाना लाऊं,
जिसमें खुशहाल जिन्दगी जी पाते थे,
मेरी सोच से पहले ...........! मेरी सोच से पहले ...........!

मेरी सोच से पहले ...........!

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