Nojoto: Largest Storytelling Platform
jitenderkumar4407
  • 32Stories
  • 12Followers
  • 389Love
    1.3KViews

Jitender Kumar

बहुत सारी किताबें पढ़ना चाहता हूं।

sahityarang.com

  • Popular
  • Latest
  • Video
cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

#haadse 

शोर यूँ ही न परिंदों ने मचाया होगा
कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा

पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था
जिस्म जल जाएँगे जब सर पे न साया होगा

#haadse शोर यूँ ही न परिंदों ने मचाया होगा कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था जिस्म जल जाएँगे जब सर पे न साया होगा #shayri #Lafz #urduposts #shayrioftheday #urdupoetrylines #shayari_challenge #top_newser

cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

#emotionalstory 

कभी साया है कभी धूप मुक़द्दर मेरा
होता रहता है यूँ ही क़र्ज़ बराबर मेरा

टूट जाते हैं कभी मेरे किनारे मुझ में
डूब जाता है कभी मुझ में समुंदर मेरा

#emotionalstory कभी साया है कभी धूप मुक़द्दर मेरा होता रहता है यूँ ही क़र्ज़ बराबर मेरा टूट जाते हैं कभी मेरे किनारे मुझ में डूब जाता है कभी मुझ में समुंदर मेरा #shayri #Lafz #shayrioftheday #urdupoetrylines #shayari_challenge #top_newser

cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

#Sadmusic 

टूटी है मेरी नींद मगर तुमको इससे क्या
बजते रहें हवाओं से दर, तुमको इससे क्या

तुम मौज-मौज मिस्ल-ए-सबा घूमते फिरो
कट जाएँ मेरी सोच के पर, तुमको इससे क्या

#Sadmusic टूटी है मेरी नींद मगर तुमको इससे क्या बजते रहें हवाओं से दर, तुमको इससे क्या तुम मौज-मौज मिस्ल-ए-सबा घूमते फिरो कट जाएँ मेरी सोच के पर, तुमको इससे क्या #shayri #Lafz #shayrioftheday #urdupoetrylines #shayari_challenge #top_newser

cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

#Hope 

तू नहीं तो ज़िंदगी में और क्या रह जाएगा
दूर तक तन्हाइयों का सिलसिला रह जाएगा

कीजिए क्या गुफ़्तुगू क्या उन से मिल कर सोचिए
दिल-शिकस्ता ख़्वाहिशों का ज़ाइक़ा रह जाएगा

#Hope तू नहीं तो ज़िंदगी में और क्या रह जाएगा दूर तक तन्हाइयों का सिलसिला रह जाएगा कीजिए क्या गुफ़्तुगू क्या उन से मिल कर सोचिए दिल-शिकस्ता ख़्वाहिशों का ज़ाइक़ा रह जाएगा #shayri #Lafz #shayrioftheday #urdupoetrylines #shayari_challenge #top_newser

cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

#love_shayari 

वही ताज है वही तख़्त है वही ज़हर है वही जाम है
ये वही ख़ुदा की ज़मीन है ये वही बुतों का निज़ाम है

बड़े शौक़ से मिरा घर जला कोई आँच तुझ पे न आएगी
ये ज़बाँ किसी ने ख़रीद ली ये क़लम किसी का ग़ुलाम है

#love_shayari वही ताज है वही तख़्त है वही ज़हर है वही जाम है ये वही ख़ुदा की ज़मीन है ये वही बुतों का निज़ाम है बड़े शौक़ से मिरा घर जला कोई आँच तुझ पे न आएगी ये ज़बाँ किसी ने ख़रीद ली ये क़लम किसी का ग़ुलाम है

cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

#ateet 

कभी साया है कभी धूप मुक़द्दर मेरा
होता रहता है यूँ ही क़र्ज़ बराबर मेरा

टूट जाते हैं कभी मेरे किनारे मुझ में
डूब जाता है कभी मुझ में समुंदर मेरा

#ateet कभी साया है कभी धूप मुक़द्दर मेरा होता रहता है यूँ ही क़र्ज़ बराबर मेरा टूट जाते हैं कभी मेरे किनारे मुझ में डूब जाता है कभी मुझ में समुंदर मेरा #shayri #Lafz #shayrioftheday #urdupoetrylines #shayari_challenge #top_newser

cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

#Lafz 

कोई हमदर्द ज़माने में न पाया 'अख़्तर'
दिल को हसरत ही रही कोई हमारा होता

अख़्तर शीरानी

 #shayri #urdupoetrylines #shayrioftheday #shayari_challenge #top_newser #lafz

#Lafz कोई हमदर्द ज़माने में न पाया 'अख़्तर' दिल को हसरत ही रही कोई हमारा होता अख़्तर शीरानी #shayri #urdupoetrylines #shayrioftheday #shayari_challenge #top_newser #Lafz

cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

White लोग हर मोड़ पे रुक रुक के सँभलते क्यूँ हैं
इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यूँ हैं

मय-कदा ज़र्फ़ के मेआ'र का पैमाना है
ख़ाली शीशों की तरह लोग उछलते क्यूँ हैं

मोड़ होता है जवानी का सँभलने के लिए
और सब लोग यहीं आ के फिसलते क्यूँ हैं

नींद से मेरा तअल्लुक़ ही नहीं बरसों से
ख़्वाब आ आ के मिरी छत पे टहलते क्यूँ हैं

मैं न जुगनू हूँ दिया हूँ न कोई तारा हूँ
रौशनी वाले मिरे नाम से जलते क्यूँ हैं

~ राहत इंदौरी

©Jitender Kumar #Sad_Status #shayri #urdupoetrylines #shayrioftheday #shayari_challenge #top_newser #lafzyashgerake #Shayari
cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

White रुख़्सत हुआ तो बात मिरी मान कर गया 
जो उस के पास था वो मुझे दान कर गया 

बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई 
इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया 

दिलचस्प वाक़िआ है कि कल इक अज़ीज़ दोस्त 
अपने मफ़ाद पर मुझे क़ुर्बान कर गया 

कितनी सुधर गई है जुदाई में ज़िंदगी 
हाँ वो जफ़ा से मुझ पे तो एहसान कर गया 

'ख़ालिद' मैं बात बात पे कहता था जिस को जान 
वो शख़्स आख़िरश मुझे बे-जान कर गया 

 ~ ख़ालिद शरीफ़

©Jitender Kumar #Sad_Status #Shayari
cb1bc5b696c882cd0d20329ea8bca2a4

Jitender Kumar

White जान दे सकता है क्या साथ निभाने के लिए
हौसला है तो बढ़ा हाथ मिलाने के लिए

ज़ख़्म ए दिल इसलिए चेहरे पे सजा रखा है
कुछ तमाशा तो हो दुनिया को दिखाने के लिए 

मैंने दीवार पे क्या लिख दिया ख़ुद को इक दिन
बारिशें होने लगीं मुझको मिटाने के लिए

एक नज़र देख लें तुझको तो चले जायेंगे 
कौन आया है यहां उम्र बिताने के लिए 

       ~ शकील आज़मी

©Jitender Kumar #love_qoutes #Shayari
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile