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dharamendra7398
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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

Teacher,writer,singer

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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

comming soon

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #prwah kvita
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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

शहर की ढलती 
शाम ने गांव के
सुबह का आनंद 
छीन लिया है।

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #vichar
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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

शुभ संध्या

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #shubh sandhya

#Shubh sandhya

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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

White कोई हमसफ़र हो, तो सफर का आनंद ही कुछ और हो जाता है।

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #vichar
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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

यूं तो हमारी जिंदगी की रफ्तार बहुत

 कम है लेकिन इसकी खासियत है

 कि यह सुरक्षित है और दुर्घटनाओं

 की संभावनाएं बहुत कम हैं।

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #Dharmendra Kumar Sharma vichar

#dharmendra Kumar Sharma vichar #विचार

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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

विश्वास और आशा ऐसी चीज है जिसके सहारे भले ही जीवन में कुछ मिले या ना मिले लेकिन पूरी जिंदगी कट जाती है।

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #Dharmendra Kumar Sharma vichar

#dharmendra Kumar Sharma vichar #विचार

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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

यूं तो अकेले भी जिया जा सकता है

लेकिन कोई हमसफ़र हो तो जीने का आनंद

 कुछ और ही होता है।

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #Dharmendra Kumar Sharma vichar

#dharmendra Kumar Sharma vichar #विचार

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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

सुबह अच्छी हो शाम अच्छी हो,

हालाते ज़िंदगी सब की तमाम अच्छी हो।

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #Dharmendra Kumar Sharma muktak syayri

#dharmendra Kumar Sharma muktak syayri #शायरी

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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

अच्छी बातें अक्सर बुरी लगती हैं

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #Dharmendra Kumar Sharma vichar

#dharmendra Kumar Sharma vichar #विचार

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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

इस पार तो केवल डर ही डर

फैला है देख तू जिधर उधर

कुआं है इधर खाई है उधर जाएगा बचके बोल किधर

इस डर पर विजय जो पाना है तो डूब सिंधु की धार में चल

 राही रे उठ उस पार तू चल।

©धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  #Dharmendra kumar Sharma kavita 
is par

#dharmendra kumar Sharma kavita is par #कविता

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