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jahhb8080293535192
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deva shukla

तुम्हें लगता है मेरे हो मगर मेरे नहीं हो तुम यक़ीं कितना भी दिलवाओ मगर मेरे नहीं हो तुम मेरी हर सुब्ह पर क़ब्ज़ा मेरी हर शाम पर क़ब्ज़ा मेरे हर ख़्वाब में तो हो मगर मेरे नहीं हो तुम

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deva shukla

रूठा हुआ है हमसे.. इस बात पर जमाना,
शामिल नही है अपनी फितरत में सर झुकाना

©deva shukla #Nature
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deva shukla

कभी कभी शामें
यू ही बीत जाती है,
इंतजार होता है, फ़िर 
उम्मीद टूट जाती है..!!

उमड़ पड़ते है काले बादल
चलती है बेसुध हवाएं
और बस, बारिश हो जाती है..!!

खिड़की पर बैठकर
चाय के प्यालों की संख्या बढ़ती जाती है,
बाहर से झींगुरों की आवाजें आती है
और बस, खिड़की बंद हो जाती है..!!

सोचती हूँ, तुम दिखोगे
विदा लेता सूरज 
तुम्हें खींच लाएगा मेरे पास
लेकिन फ़िर 
अंधेरा घिर जाता है..!!

कभी कभी शामें,
यू ही बीत जाती है
इंतजार होता है, फ़िर
उम्मीद टूट जाती है,
आंसुओ के घुट
मैं बस पी जाती हूँ..!!

कभी कभी रातें
लंबी हो जाती है,
सधी हुई चादर,
कमरे का कैलेंडर
उसमें छपी तारीखें
रसोई से आती
बर्तनों की चीखें 
सब इंतजार में रहती है,
फ़िर किवाड़े बंद हो जाती है..!!

रात के सन्नाटे में 
दरवाज़े पर दस्तक
चेहरे पर मुस्कान ले आती है
दरवाज़ा खोलूं तो 
कमरे में उदासी समा जाती है
एक जंगली कुत्ता बाहर खड़ा
रोटियां मांगता है
उसे झिड़ककर दूर भगा देती हूं
फ़िर मन पिघलने लगता है
तुम्हारे हिस्से की रोटियां
अब तक गर्म है
उसे बाहर ले जाती हूं
अपने हाथों से पुचकार कर
उसे रोटियां खिलाती हूँ...
वो पूछ हिलाकर मेरे चौखट में सो जाता है..!!

खिड़की से चांद की रौशनी
जब छनकर आती है
मैं फ़िर उस खिड़की को खोल देती हूं
दूर तक जाती संकरी सड़क में
किसी की काली परछाई में
तुम्हारा अक्स ढूंढती हूँ
परछाई धीरे धीरे 
मानव काया में बदलती है
और मैं पहचान जाती हूँ
वो बग़ल में रहने वाला बुज़ुर्ग होता है
उसके घर में कोई नहीं
उसका इंतजार करने वाला
फ़िर भी हर रात वो घर लौट आता है

कभी कभी रातें यूँ ही गुज़र जाती है
सुबह के अलार्म के साथ
चादर की सिलवटें मुँह चिढ़ाती है
कैलेंडर में एक और तारीख़ पर
मैं गोल निशान बनाती हूँ
तुम्हारे ना लौटने के निशान...
एक दिन का इंतजार ख़त्म होता है
और फ़िर से मै तुम्हारी राह देखना शुरु करती हूँ...!!!

©deva shukla #flowers
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deva shukla

किताबें कुछ तो कहना चाहती हैं,
तुम्हारे पास रहना चाहती हैं

©deva shukla #Books
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deva shukla

कौन रोएगा मेरे लिए,
मैं तो ख़ुद पर ही हँस लेता हूं...🍁

©deva shukla #ValentinesDay
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deva shukla

तेरे नाम का गुलाल हवा मे उडा दिया  अपनी मोहब्बत का रिश्ता दूर से ही निभा दिया💞

©deva shukla #Holi
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deva shukla

एक बात ही सीखी मैंने आज रंगो......से गर निखरना है तो बिखरना जरूरी है......होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ

©deva shukla #Holi
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deva shukla

“मुझे महसूस होती है छुअन तेरे होंठों की
तुम तन्हाई में मेरी तस्वीर चूमते हो क्या.?”

🙈🙈

©deva shukla

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deva shukla

मीरा के प्यार में इंतेज़ार बहुत है
और इस इंतज़ार में प्यार बहुत है

©deva shukla #Love

Love

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deva shukla

अपनी शादी का बुलावा देना मैं आऊंगा ज़रूर
एक ही निवाला सही पर खाऊंगा ज़रूर
.
उस दिन सबके सर पर सेहरे देखूंगा मैं
पूरी रात रुक कर सातों फेरे देखूंगा मैं
.
वो सात वचन जब लोगी तुम
ईश्वर की कसम जब लोगी तुम
.
तुम्हारी आंखों में शर्म देखनी है मुझे
उस आग की लपटे भी चीख उठे अग्नि इतनी गरम देखनी है मुझे
.
उस दिन के बाद हर रात में नाचूंगा मैं
जिस दिन तुम्हारी बारात में नाचूंगा मैं
.
कोई पूछेगा रूकसती के वक्त आंखो में आंसू क्यों नहीं
मैं कह दूंगा मेरे मेहबूब की शादी है मैं नाचू क्यों नहीं
.

ये आखरी मुलाकात है तो जी भर कर देखेंगे तुम्हे
दिल तुम्हे रोकना चाहेगा मगर हम किस हक से रोकेंगे तुम्हे
.
तुम्हारे बाद फिर कहां किसी की हसरत रहेगी
खामखा उम्र भर मोहबत से नफरत रहेगी
.
ख़ैर तुम्हे जाना है तो जाओ हम दुहाई नहीं देंगे
तुम्हारे शादी में आएंगे पर बधाई नही देंगे
.
तुम्हारे मेंहदी का रंग तुम्हारा शादी का जोड़ा देखना है
मुझे बहोत करीब से तुम्हारा वो सांतवा फेरा देखना है
.
शहनाई के शोर में तुम्हे कुछ सुनाई नहीं देगा
मेरा दिल रोएगा मेरा आंसू तुम्हे दिखाई नही देगा
.
किसी ने मेरी आंसुओं की वजह पूछी तो ये जिक्र तुम्हारा करेगा
क्योंकि तुम्हारा झुमका अब किसी और को इशारा करेगा 
.
जब मुझसे नज़रे मिलाओगी तुम
क्या मुझे रोता देख मुस्कुराओगी तुम
.
लेकिन अपने आंखो में आंसू तुम बचा कर रखना
उसका नाम तुम अपने मेंहदी में छुपा कर रखना
.
तुम्हे आखरी दफा देखने का ये लम्हा भी गुजर जायेगा
मेरा रंग तो तुम्हारे हल्दी से उतर जायेगा
.
मैं अकेला तुम्हारे आस पास शहजादियां होंगी
बारात आयेगी गली में आतिशबाजियां होंगी
.
मुझे दूल्हे की शेरवानी उसका सेहरा देखना है
जिसने मेरी मोहब्बत छीनी उसका चेहरा देखना है
.
तुम्हारे खुशी के लिए मैं उसके साथ में नाचूंगा
मेरा वादा है मैं तुम्हारे बारात में आऊंगा !!

©deva shukla #soulmate
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deva shukla

“ये रज़ाई-कम्बल से सर्दी नही जानी है 
मुझे ये सर्द रात तेरी बाहों में बितानी है.!”🙈

©deva shukla #Childhood
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