Nojoto: Largest Storytelling Platform
sagard5542214851110
  • 129Stories
  • 918Followers
  • 2.2KLove
    11.2KViews

Sagar d

aspiring poet.........🙂🙂🙂 some lights from dark mind... l

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

हंसते-हंसते चुप हो जाना,
वजह तुम हो
चलते-चलते गुम हो जाना, 
वजह तुम हो
खुद से कुछ पूछा,
खुशी या सजा तुम हो
है एहमियत बेहद दिल में,
ऐसे थोड़ी ना,
बेवजह तुम हो.









.

©Sagar d #woshaam

9 Love

ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

जिंदगी के दो घुट, 
तू हर बार निगल जाता है। 
 
कभी धूप से चिढ़ थी तुझे
अब तो, बारीश से पिघल जाता है ।


















।

©Sagar d #BehtiHawaa

14 Love

ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

नसीयत की वसीयत लिखने चले थे 
जबकी हिस्से में राख लिखी थी
सोचा था खज़ाना होगा पेटी में
खुली तो सपनो की खाक दिखी थी










।

©Sagar d
  #DarkCity

46 Views

ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

सब लूट चुके खजाना, 
मेरा हिस्सा अभी बाकी है 
चलो, शुरुवात से शुरू करते है,
मेरा किस्सा अभी बाकी है













.

©Sagar d #standout

12 Love

ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

मौसम ने रुख बदला है लोगों की तरह,
पर आसमा थोड़ी ना रोता है
अगर काली रात में चमके चाँद कभी, 
तो दिन थोड़ी ना होता है














.

©Sagar d #walkingalone
ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

समय को समय की चिंता पड़ी हे ।
तीन लाठिया लेके, एक शक्स खड़ी हे ।
भेद बड़ाई तीनोमें, एकदूजे से बडी हे ।
खुद समय के भी बारा बजादे,
वो आवाज बडी, संकट की घड़ी हे ।।














.

©Sagar d
  #Time

47 Views

ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

ये पल येहिपे रहना चाहता हे,
मौसम के सितम को सहना चाहता हे ।
कहने को तो चुप हे ये,
पर कुछ तो, ये भी कहना चाहता हे ।।













।

©Sagar d #cycle

12 Love

ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

ये धरती, पानी, पेड़ और आसमा 
बेरंग से दिख रहे थे साथ में ।
शायद, नही गलती कुछ उनकी 
में ही ताक रहा उन्हें, अंधेरी रात में ।







.

©Sagar d #river

13 Love

ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

रंगो की मधुशाला में,
एक रंग, बेरंग हे ।
वो अकेला भटक रहा,
ना उसके कोई संग हे ।
बाकी खुदको श्रेष्ठ समझे,
उसका सम्मान भंग हे ।
हर वस्तु को अस्तित्व दे, 
परछाई काला रंग हे ।





,

©Sagar d
  #Shadow

27 Views

ced28520a0e160b9cfb2e9958d8f2f5b

Sagar d

कुछ ना होके भी
लगता हे वो शक्स मेरा
रिश्ता कुछ अलग हे उनसे 
वो हे अक्स मेरा





।

©Sagar d
  #Nightlight

46 Views

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile