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vikramsingh1923
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Vikram Singh

खुद के हाल से बेहाल हूँ मैं, #सवालों से उलझा एक सवाल हूँ मैं।

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Vikram Singh

किसी के मौत का अस्बाब  बस तेरी अदाएं हो ,

फिर उसको देखकर ए क़ातिल मुस्कुराना क्या।

।। विक्रम सिंह ।।

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Vikram Singh

ख्वाहिशें होने पर सब सांथ सांथ चलते हैं
काम निकल जाने पर ये हुज़ूर कहां मिलते हैं

यूं तो इनके बिना,इक दीवार भी नहीं बनती
पर, मकां बन जाने पर मजदूर कहां दिखते हैं

हर छोटा सख्श ही हरदम,गुनहगार होता है
बड़े बन जाने पर कसूर, कहां दिखते हैं

भूंखे रातें बीतती हैं कितनी बीरानी सड़कों पर
सस्ती किस्तों में, तज़ुर्बे कहां मिलते हैं 

 ।। विक्रम सिंह ।। #realityoflife
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Vikram Singh

वो किसी के जाने से थोड़े मरा है
 साथ होके भी, वो अलगाया गया था ।

      ।। विक्रम सिंह ।।

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Vikram Singh

अच्छा सुनो.. अच्छा सुनो एक काम करोगी क्या?
अपने नाम के साथ मेरा नाम लिखोगी क्या

।। विक्रम सिंह ।।

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Vikram Singh

ज़िंदगी और जंग 

पूरी दुनिया दिखा रही है अब अपना अपना रंग
इक जैसे लड़ी जा रही है ज़िन्दगी और जंग।

।। विक्रम सिंह ।। #zindgi
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Vikram Singh

इश्क़ में हर बात गवारा कर देंगे हम
जो हमारा है सब ,तुम्हारा कर देंगे हम
तू मेरी कहानी का इक किरदार तो बन
सारे किरदार का किनारा कर देंगे हम

।। विक्रम सिंह ।। #इश्क
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Vikram Singh

पुरानी बिखरी यादें मेरी कहानी और मै बिल्कुल नया हूं
छोड़कर यादें  पुरानी, आ गया हूं
बस्ता,पटरी,दूधिया,सब बचपन था पर,
 तब जैसा था वैसा, अब कहां रह गया हूं
नाव थी कागज़ की पर थी भावनाएं
दादी की तकिए से लिपटी कुछ कथाएं
कुछ चटकती धूप तो कुछ पल सुनहरे
चोटें थी पर थे न कोई घाव गहरे
कुछ सुहानी याद की पोटली बना कर
दिल के किसी कोने जा दफना गया हूं
छोड़ कर यादें पुरानी,आ गया हूं

                     ।। विक्रम सिंह ।।

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Vikram Singh

अगर हम बच्चे होते तो क्या होता.......
 गिल्ली होती ,कंचे होते
और पीठ पर बस्ते होते
गांव की बारी में जाकर
बैटिंग को लेकर लड़ते होते
चूरन होता टॉफी होती
 रात भी होती ,दादी होती
आज आज में खुश रहते फिर
 कल की न चिंता न होती
खैर छोड़ दो ये बातें
अब बीत चुकी है कहानी है
हम बच्चे होते तो क्या होता
ये प्रश्न खुदी बेईमानी है #bachpan
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Vikram Singh

अपनी नाकामी को तू छुपाता क्यूं है

जो है नहीं तेरा उसे  दिखता क्यूं है #nakami
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Vikram Singh

जिस हंसी को यहां खुसी समझी जाती है

हमारे यहां इसे ही दर्द कहते है।

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