Nojoto: Largest Storytelling Platform
gurudeenverma5507
  • 321Stories
  • 38Followers
  • 3.9KLove
    261Views

Gurudeen Verma

  • Popular
  • Latest
  • Video
cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

White शीर्षक- आदमी मैं नहीं वैसा
---------------------------------------------------------------------
आदमी मैं नहीं वैसा, जैसा कि तुम मानते हो।
हकीकत क्या है मेरी, तुम नहीं जानते हो।।
आदमी मैं नहीं वैसा------------------------।।

मुझको पसंद नहीं है झूठ, ना झूठ मैं बोलता हूँ।
सच को तुम सुनना नहीं चाहते, इसलिए चुप रहता हूँ।।
जब भी बोला मैं सच तो, मुझे सच की सजा मिली।
इसीलिए हूँ मैं अकेला, यह नहीं जानते हो।।
आदमी मैं नहीं वैसा---------------------।।

मुझको भी चाहिए खुशी, देखता हूँ ख्वाब ऐसे।
मांगें मुझसे सभी खुशियां, इतने हो पास मेरे पैसे।।
मतलब मुझको भी चाहिए, शान और शौहरत।
मकसद मेरा यह तुम, शायद बुरा मानते हो।।
आदमी मैं नहीं वैसा----------------------।।

एक तरफा मोहब्बत क्या, जायज नहीं कहलाती है।
प्यार करना गुनाह है क्या, दुनिया किससे चलती है।।
लेकिन उससे मेरा प्यार, सच्चा और पवित्र है।
नहीं हूँ बेवफा मैं, क्यों सच नहीं मानते हो।।
आदमी मैं नहीं वैसा--------------------।।



शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा ऊर्फ़ जी. आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #पोएट्री  लव शायरी लव स्टोरी

#पोएट्री लव शायरी लव स्टोरी

cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

शीर्षक- बेहया दिल कितने हो तुम
-----------------------------------------------------------
बेहया दिल कितने हो तुम, बेरहम दिल कितने हो तुम।
ना रहे अब तुम वफा, बेवफा दिल कितने हो तुम।।
बेहया दिल कितने हो तुम--------------------।।

छोडकै तुमने साथ हमारा, दामन उसका थाम लिया।
जिसने दिया नहीं साथ हमारा, साथी उसको मान लिया।।
सँग उसके अब खुश हो इतने, लूटकै खुशियां हमारी तुम।
बेहया दिल कितने हो तुम-------------------।।

आबाद हो तुम आज जो इतने, हमको तुम बर्बाद करके।
तारीफ इतनी पा रहे हो तुम, हमको तुम बदनाम करके।।
हँस रहे हो हमारे दुःख पर, करके चोट हमपे तुम।
बेहया दिल कितने हो तुम----------------।।

तेरे घर जो दीपक जल रहा है, यह जो चमन तेरा महक रहा है।
रोशन तुम्हारा चेहरा है इतना, मौजों में तू जो जी रहा है।।
लिख रहे हो गीत लहू से, किसका बहाकै लहू इतना तुम।
बेहया दिल कितने हो तुम--------------------।।



शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी. आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां)राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry  लव स्टोरी

Poetry लव स्टोरी

cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

शीर्षक- ऐसी खुशनसीबी हमको-----------
---------------------------------------------------------------------------
ऐसी खुशनसीबी हमको, फिर कब मिलेगी।
ऐसी जिंदगी हमको, फिर कब मिलेगी।।
नेमत खुदा की है, यह जिंदगी।
नेमत यह हमको, फिर कब मिलेगी।।
ऐसी खुशनसीबी हमको--------------------।।

ईमान अपना हम भूलें नहीं।
 हम फर्ज अपना हमेशा निभायें।।
बचकर चले हम हमेशा बदी से।
 बुरा यहाँ किसी का नहीं हो पाएँ।।
मांगे दुहा हम सबकी खुशी की।
ऐसी बंदगी हमको फिर कब मिलेगी।।
ऐसी खुशनसीबी हमको---------------।।

बुरे काम का अंजाम होता है बुरा।
 बदनाम मत तुम खुद को करो।।
आती रहती है मुसीबतें तो।
मगर तुम निराश मत खुद को करो।।
रात के बाद होती है सुबह।
 ऐसी रोशनी हमको फिर कब मिलेगी।।
ऐसी खुशनसीबी हमको-------------------।।

बहुत खुशनसीब हैं हम तो यारों।
 पैदा हुए हैं हम हिन्दुस्तां में।।
कहते हैं इसको सभी विश्वगुरु।
 सम्मान है सबका हिन्दुस्तां में।।
हम हो वफा अपने वतन से।
ऐसी जन्नत हमको फिर कब मिलेगी।।
ऐसी खुशनसीबी हमको-------------------।।



शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry  शायरी मोटिवेशनल

Poetry शायरी मोटिवेशनल

cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

शीर्षक- सोचा था तुम तो-------------
-----------------------------------------------------------
सोचा था तुम तो मेरा साथ दोगी, निभावोगी हमसे अपनी वफ़ा तुम।
मगर साथ तुमने भी छोड़ दिया, बेवफा, बेवफा, बेवफा हो तुम।।
सोचा था तुम तो मेरा साथ -------------------------।।

हमसे गुनाह यही हुआ कि, माना तुमको हमने अपना दिल।
इसीलिए तुमसे की मोहब्बत, तुमको समझकर अपनी मंजिल।।
सफर में तुमने तो छोड़ दिया अकेला, बड़े संगदिल हो तुम।
(बेवफा, बेवफा, बेवफा हो तुम---------------(2)
सोचा था तुम तो मेरा साथ -----------------------।।

समझा था तुमको चमन हमने अपना, सींचा था अपने लहू से।
तुम तो करोगी आबाद हमको, रोशन किया तुमको अपने लहू से।।
करके अंधेरा मेरी जिंदगी में, कर गई किनारा मुझसे तुम।
(बेवफा, बेवफा, बेवफा हो तुम--------------(2)
सोचा था तुम तो मेरा साथ --------------------------।।

कोई पसंद तुमको आ गया है, महलों में होगी दुनिया उसकी।
तुम्हें भी जरूरत है शौहरत की, बेहिसाब होगी दौलत उसकी।।
समझकर खिलौना इस मेरे दिल को, फैंक गई मिट्टी में तुम।
(बेवफा, बेवफा, बेवफा हो तुम-----------------(2)
सोचा था तुम तो मेरा साथ ----------------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry  लव स्टोरी लव शायरियां

Poetry लव स्टोरी लव शायरियां

cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

शीर्षक- तुम खुशी हो मेरे लबों की
------------------------------------------------------
तुम खुशी हो मेरे लबों की, नाखुश कभी तुम होना नहीं।
मैं रखूँगा खुश हरवक्त तुमको, तुम दूर मुझसे होना नहीं।।
तुम खुशी हो मेरे लबों की------------------।।

यह जिंदगी तेरे नाम है, और बंदगी है तुम्हारे लिए।
जो ख्वाब मैंने बुने हैं, वो ख्वाब भी है तुम्हारे लिए।।
मैं सच करूँगा सपनें तुम्हारे, उदास कभी तुम होना नहीं।
तुम खुशी हो मेरे लबों की-------------------।।

क्यों यह गुलशन महाकाया मैंने, क्यों सींचता हूँ  खूं से इसे।
क्यों यह चिराग जलाया है मैंने, क्यों देखता हूँ हर रोज इसे। 
तेरा नसीब मैं रोशन करूँगा, तुम बेवफा मुझसे होना नहीं।
तुम खुशी हो मेरे लबों की--------------------।।

यकीन बेशक मुझ पर करो तुम, मैं बेवफा नहीं हूँ यार।
माना है तुमको अपनी जां, इतना है मुझको तुमसे प्यार।।
कभी अश्क तेरे नहीं बहने दूँगा, तुम बेखबर मुझसे होना नहीं।
तुम खुशी हो मेरे लबों की---------------------।।



शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry  शायरी लव स्टोरी

Poetry शायरी लव स्टोरी

cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

शीर्षक- क्यों मुझको तुमसे इतना प्यार हो गया
----------------------------------------------------------------------
क्यों मुझको तुमसे इतना प्यार हो गया।
क्यों तेरा साथ, मेरा ख्वाब हो गया।।
कैसे मैं जी सकूँगा, यार तेरे बिना।
क्यों मेरा यह दिल, तेरा दीवाना हो गया।।
क्यों मुझको तुमसे----------------------।।

ऐसी क्या खासियत यार तुझमें है।
ऐसा क्या जादू , तेरी सूरत में है।।
सोच नहीं पाता मैं और के बारे में।
क्यों तेरा यह चेहरा, मेरी जां हो गया।।
क्यों मुझको तुमसे----------------।।

क्यों खुशी मिलती है, यार तुमसे ही।
क्यों इनायत है मुझको सिर्फ तुमसे ही।।
ऐसी क्या खुशबू है, यार तेरी हंसी में।
क्यों तेरी जुल्फों में, कैद मैं हो गया।।
क्यों मुझको तुमसे----------------।।

मुझसे यार तू कभी, नाराज होना नहीं।
रूठकर मुझसे तू यार, दूर जाना नहीं।।
तू ही है मेरा चमन, तू ही मेरी मंजिल है।
क्यों मुझको वास्ता, तुमसे इतना हो गया।।
क्यों मुझको तुमसे--------------------।।



शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी. आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry  लव स्टोरी लव शायरी लव कोट्स

Poetry लव स्टोरी लव शायरी लव कोट्स

cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

शीर्षक- मुझसे रूठकर मेरे दोस्त
-------------------------------------------------------------
मुझसे रूठकर मेरे दोस्त, जुदा मुझसे मत होना।
रह नहीं सकता तुमसे दूर, खफ़ा मुझसे मत होना।।
मुझसे रूठकर मेरे दोस्त----------------------------।।

इस जिंदगी का ख्वाब मैंने, फक़त तुमको बनाया है।
अपनी तक़दीर में मैंने, साथी मेरा तुमको बनाया है।।
तू ही हर खुशी है मेरी, नाराज मुझसे मत होना।
मुझसे रूठकर मेरे दोस्त-------------------।।

तुमको ही माना है मैंने, सच्चा हमदर्द जीवन में।
नहीं है प्यार और किसी से, तू ही बसा मेरे दिल में।।
तू ही साहिल मेरी मंजिल का, रुखसत मुझसे मत होना।
मुझसे रूठकर मेरे दोस्त-------------------------।।

कभी मत पूछना मुझसे, कितना प्यार है तुमसे।
तेरे बिना सूना है जीवन, बहुत वफ़ा हूँ मैं तुमसे।।
मेरा नसीब सिर्फ तू ही है, बेवफा मुझसे मत होना।
मुझसे रूठकर मेरे दोस्त---------------------।।



शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी. आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry  शायरी लव स्टोरी लव स्टोरी

Poetry शायरी लव स्टोरी लव स्टोरी

cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

White शीर्षक- देश अपना है भारत महान
------------------------------------------------------------
धरती भी कहती है ऐसा, और गगन भी कहता है ऐसा।
कहती है बहती नदियां भी, गाते हैं पक्षी भी ऐसा।।
ऐसा कहता है सारा जहान, देश अपना है भारत महान।
हम भी माने इसको अपनी शान, देश अपना है भारत महान।।
धरती भी कहती है ऐसा---------------------।।

कितने इस पर हुए आक्रमण, करने को इसको बर्बाद।
सहकर इतने जुल्मों- सितम यह, आज भी है आबाद।।
जंग हुई सभ्यताओं की, ना खत्म इसकी तहजीब हुई।
कहती है गीता भी ऐसा, कुरान की आयत भी ऐसा।
ऐसा कहता है हर ग्रन्थ, देश अपना है भारत महान।।
हम भी माने इसको अपनी शान, देश अपना है भारत महान।।
धरती भी कहती है ऐसा--------------------।।

होती है पूजा सबकी यहाँ, जल ,थल, वायु ,हर जीव की।
मानते हैं ईश्वर को कण कण में, जलती है ज्योति यहाँ प्रीत की।।
अहिंसा अत्र परमोधर्मः, मंत्र सर्वे भवन्तु सुखिनः।
पत्थर भी कहते हैं ऐसा, कहती है पवन भी ऐसा।
दरख़्त, चन्द्र, रवि भी कहते, देश अपना है भारत महान।।
हम भी माने इसको अपनी शान, देश अपना है भारत महान।।
धरती भी कहती है ऐसा--------------------।।

दी है शिक्षा सभी ने यहाँ, राम,रहीम, नानक, कृष्ण ने।
हम जीये जीने दें सबको, सबको माना है अपना हमने।।
हिन्दू ,मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, यहाँ सभी है आपस में भाई।
अल्लाह, ईश्वर, वाहे गुरु, ईसा मसीह भी कहते हैं ऐसा।
मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा भी बोले, देश अपना है  भारत महान।।
हम भी माने इसको अपनी शान, देश अपना है भारत महान।।
धरती भी कहती है ऐसा----------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry
cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

White शीर्षक- हमें फुरसत कब इतनी
---------------------------------------------------------------------
हमें फुरसत कब इतनी, कि सोचे इस बारे में।
तलाशे दिल हम ऐसा, पसंद जो दिल को आ जाये।।
बताओ तुम भी कुछ हमको, निकाले वक़्त हम कैसे।
कि देखें हम सूरत ऐसी, पसंद जो दिल की बन जाये।।
हमें फुरसत कब इतनी-------------------------------।।

सुबह से शाम तक हम तो, लगे रहते हैं कामों में।
रात को आकर हम घर को, खो जाते हैं किताबों में।।
नहीं है चैन इस दिल को, कि सोचे इस बारे में।
मिले दिल उससे जाकर, कि दिल उसका हो जाये।।
हमें फुरसत कब इतनी------------------------।।

नहीं काबिल हम इतने, पसंद किसी को आ जाये।
ना तोड़े वो वफ़ा हमसे, हमपे कुर्बान हो जाये।।
यकीन कौन हमपे करता है, हमें कौन प्यार करता है।
कि सोचे हम भी ऐसा, राजी यह दिल भी हो जाये।।
हमें फुरसत कब इतनी------------------------।।

कभी की थी यह कोशिश भी, मगर वो चाहते थे दौलत।
अपना लहूदान किया उनको, मगर वो समझे नहीं मोहब्बत।।
यकीन हम किस पर करें, साथी अपना बनाने को।
कि समझे हम भी ऐसा, साथी हम उसके बन जाये।।
हमें फुरसत कब इतनी--------------------------।।



शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry  लव स्टोरी

Poetry लव स्टोरी

cf794351582482876a686b9e6673fc36

Gurudeen Verma

White शीर्षक- म्हारा देवर रो है ब्याव 
-------------------------------------------------------------
म्हारा देवर रो है ब्याव, आज मनैं नाचण द्यो।
नाचण द्यो, नाचण द्यो भरतार, जीभर मनैं नाचण द्यो।।
म्हारो देवर रो ब्याव है--------------------------।।

घणो लाड़लो म्हारो देवर, लाड़ो आज बण्यो हैं।
म्हारी देवराणी नैं लाबा, घोड़ी आज चढ्यो हैं।।
खुशी रे दिन आज तैं, खूब बाजा बजणै द्यो।
नाचण द्यो, नाचण द्यो भरतार, जीभर मनैं नाचण द्यो।।
म्हारो देवर रो ब्याव है--------------------------।।

हळदी- मेहंदी सूं सगळा तैं, रूप निखारो देवर रो।
लगै चांद सो रूप ब्याव मं, म्हारा लाड़ला देवर रो।।
म्हारा हिवड़ा मं नाचै मोर, डीजे तैं तेज बजणै द्यो।
नाचण द्यो, नाचण द्यो भरतार, जीभर मनैं नाचण द्यो।।
म्हारो देवर रो ब्याव है--------------------------।।

घणी रूपाळी देवराणी, म्हारा देवर नैं मिली है।
चंदा- चकोरी सी जोड़ी, इन दोनों री खिली है।।
देवर रे लार मनैं भरतार, मनैं आज नाचण द्यो।
नाचण द्यो, नाचण द्यो भरतार, जीभर मनैं नाचण द्यो।।
म्हारो देवर रो ब्याव है--------------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile