Nojoto: Largest Storytelling Platform
arpitmishra6165
  • 63Stories
  • 41Followers
  • 571Love
    0Views

Arpit Mishra

अर्ध सत्य

  • Popular
  • Latest
  • Video
d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

भोर बेला ,नदी तट की घंटियों का नाद।
चोट खा कर जग उठा सोया हुआ अवसाद।
नहीं, मुझ को नहीं अपने दर्द का अभिमान---
मानता हूँ मैं पराजय है तुम्हारी याद।








.

©Arpit Mishra अज्ञेय

अज्ञेय #Poetry

12 Love

d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

मैं शून्य पे सवार हूँ
बेअदब सा मैं खुमार हूँ
अब मुश्किलों से क्या डरूं
मैं खुद कहर हज़ार हूँ

मैं शून्य पे सवार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ

उंच-नीच से परे
मजाल आँख में भरे
मैं लड़ रहा हूँ रात से
मशाल हाथ में लिए
न सूर्य मेरे साथ है
तो क्या नयी ये बात है
वो शाम होता ढल गया
वो रात से था डर गया

मैं जुगनुओं का यार हूँ
मैं शून्य पे सवार हूँ






.

©Arpit Mishra

17 Love

d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

शून्य हृदय में प्रेम-जलद-माला कब फिर घिर आवेगी?
वर्षा इन आँखों से होगी, कब हरियाली छावेगी?
लम्बी विश्व कथा में सुख की निद्रा-सी इन आँखों में-
सरस मधुर छवि शान्त तुम्हारी कब आकर बस जावेगी?










.

©Arpit Mishra jayshankar prasad

jayshankar prasad #Love

10 Love

d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

चारुचंद्र की चंचल किरणें, 
खेल रहीं हैं जल थल में, 
स्वच्छ चाँदनी बिछी हुई है 
अवनि और अम्बरतल में। 
पुलक प्रकट करती है धरती, 
हरित तृणों की नोकों से, 
मानों झूम रहे हैं तरु भी, 
मन्द पवन के झोंकों से ॥







.

©Arpit Mishra #standout
d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

तुलसी नर का क्या बड़ा, समय बड़ा बलवान।

भीलां लूटी गोपियाँ, वही अर्जुन वही बाण॥










.

©Arpit Mishra तुलसी

तुलसी #Poetry

10 Love

d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

हां! आज शिक्षा मार्ग भी संकीर्ण होकर क्लिष्ट है,
कुलपति सहित उन गुरुकुलो का ध्यान ही अवशिष्ट है।
बिकने लगी विद्या यहां अब , शक्ति हो तो क्रय करो ,
यदि शुल्क आदि न दे सको तो मूर्ख रहकर ही मरो ।










।

©Arpit Mishra भारत भारती

भारत भारती #Poetry

8 Love

d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

जाने क्या रिश्ता है,जाने क्या नाता है
जितना भी उँड़ेलता हूँ,भर भर फिर आता है
दिल में क्या झरना है?
मीठे पानी का सोता है
भीतर वह, ऊपर तुम
मुसकाता चाँद,ज्यों धरती पर रात-भर
मुझ पर त्यों,तुम्हारा ही खिलता वह चेहरा है!












.

©Arpit Mishra मुक्तिबोध

मुक्तिबोध #Poetry

11 Love

d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

कस्तूरी कुण्डली बसै मृग ढ़ूँढ़ै बन माहि।
ऐसे घटि घटि राम हैं दुनिया देखै नाँहि॥








.

©Arpit Mishra कबीर दास

कबीर दास #Poetry

12 Love

d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

मणि मानिक महंगे किए,सहजे तृण,जल नाज।
तुलसी सोई जानिए, राम "गरीब नवाज"।।










.

©Arpit Mishra tulsidas

tulsidas #Poetry

10 Love

d5accc7de7bbe8c6dad4bf03aeafc9e6

Arpit Mishra

राम को रूप निहारति जानकी , कंगन के नग की परछाही ।
याते सबे सुधि भूलि गइ , कर टेक रही पल तारति नाही।।













।

©Arpit Mishra

14 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile