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bharatsinghbsiso6633
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Musafir

writer, poet, artist

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Musafir

#MessageOfTheDay मंजिल दूर हैं पर मिलेगी जरूर,
राह दुशवार हैं पर कटेगी जरूर,
मुश्किलें तो हिस्सा हैं जिंदगी का जनाब,
चलना इसका का काम हैं,
चलेगी जरूर |

©Musafir #Messageoftheday
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Musafir

#MessageOfTheDay ख्वाहिशे हज़ारो है, सपने बेपनाह
पाना है मंज़िल को छूना हैं आसमां ||
चलना हैं सच्चाई पर करना ना कोई गुनाह
हसरतों के पीछे इंसानियत को ना खोना ||
शिखर को छूना मगर जमीं को याद रखना
डूब ना जाना लालच के भंवर में
अपनों को साथ रखना ||

©Musafir #Messageoftheday
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Musafir

Unlock  निकले हैं घर से कुछ मज़बूरियां लेकर
अपना घर चलाने कि जिम्मेदारियां लेकर ||
जरुरी हैं तभी जाना हैं, तुम्हे कर्म अपना करने
पर ना जाना कहीं तुम घर, मर्ज नया लेकर ||
जिम्मेदार हो तो जिम्मेदारी निभाना जरूर
 सेनेटाइज़र को हमेशा अपनाना जरूर ||
कर्म जरुरी हैं तो सावधानी भी
ऐ मेरे दोस्त ये बात तू समझ जाना जरूर ||
दो गज कि दूरी को बरकरार रखना
अपने चेहरे को हमेशा मास्क से ढंकना ||
हाथ मिलाना नहीं हाथ जोड़ लेना
पर ख़ुद से वादा कर, ये वादा ना तोड़ लेना ||

©Musafir #Unlock2021
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Musafir

#MessageOfTheDay सांझ होते ही परिंदे घर को चले |
कुछ नादान मुसाफिऱ फिर सफ़र को चले |
वक़्त पर मंजिल अपनी मिल ही जाती हैं सभी को
फिर चाहें आंधी चले या तूफ़ाँ  बेअदब चले ||

©Musafir #Messageoftheday
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Musafir

आसानी से नहीं मिलती क़ामयाबी जहां में
रातें कटती हैं मानो अरसा हो गया |
पलक जपके बिना कि जाती हैं सफ़र कि तैयारी
चाय कि प्याली का ही सहारा हो गया
ताज़गी से जगा जाती है महक इसकी 
रातों का आसरा यही हमारा हो गया |

©Musafir #Messageoftheday
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Musafir

#MessageOfTheDay यारों का साथ और चाय का स्वाद
कभी भुलाए नहीं भुला सकते |
चुस्कीयाँ चाय कि,और गुफ़्तगू मेरे यार कि
ठहाके दोस्तों के और किस्से दुनियाँ के
चाय कि टपरी मानो शुकून -ऐ -जिंदगी
बातें जो कभी ख़त्म ना होती, हर गूंट मानो नया सपना संजोये था |
अदरक कि ताज़ा कड़क चाय जवानी के सपनों को मानो और ताज़ा करती गई |
पॉकेट मनी कि कमी ने चाय का मज़ा कभी कम नहीं होने दिया, कभी दोस्तों का प्यार तो कभी काका कि उधार |
पर चाय कि चुस्की के बिना तो दिन कहाँ शुरू होता था?

©Musafir #Messageoftheday
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Musafir

Environment World Environment day
के अवसर पर आओ हम सब मिल कर ये प्रतिज्ञा ले कि हम सभी हमारे जन्म दिवस के उपलक्ष्य में हर साल एक वृक्ष अवश्य लगाएं और यदि संभव हो तो हर माह या हर सप्ताह इससे हमारे वातावरण में संतुलन तो बरकरार रहेगा ही, साथ ही हमें आत्मिक शान्ति कि अनुभूति होंगी |
ये कदम हमारे एवं हमारी भावी पीढ़ियों के लिए एक सुनहरे भविष्य कि नीव होगा |

©Musafir #EnvironmentDay2021
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Musafir

#MessageOfTheDay रोशनी कि एक किरण जीवन में सुबह का आभास करा देती हैं |
वैसे ही उम्मीद कि एक किरण सारी नकारात्मकता को खत्म कर जीवन को आनंदमयी एवं ऊर्जावान बना देती हैं |
इसीलिए जीवन में आशा एवं उम्मीद को जगाए अच्छे विचार ग्रहण करें बुरे विचारों से दूर रहें |

©Musafir #Messageoftheday
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Musafir

My Bicycle मेरी प्यारी साइकिल
स्कूल का समय कौन भूलता हैं भला?
दुनियाँ कि दौड़ में बढ़ रहें थे जमीं से पैर साइकिल के पैडल तक पहुँचने लगे थे |
अचानक एक दिन इच्छा बहुत तीव्र हो गई और पिता जी को कहने के लिए माँ का सहारा लिया
और कहाँ माँ सारे दोस्तों के पास साइकिल हैं में भी अब अपनी साइकिल पर ही स्कूल जाऊंगा |
पर बात इतनी आसानी से कहाँ बननी थी, मामला हाई कोर्ट तक पहुंचा तो मगर सुनवाई नहीं हुई | बड़ी जद्दोजहद के बाद जवाब आया,
अभी नहीं एग्जाम के बाद | मगर हम भी भैया कहाँ मानने वाले थे?
बैठ गए भूख हड़ताल पर माँ का सहयोग भरपूर था वकील माँ कि दलिलो के आगे किसकी चलती हैं? अगले दिन घर के बाहर खड़ी थी मेरे सपनो कि रानी मेरी साइकिल |

©Musafir #WorldBicycleDay2021
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Musafir

#MessageOfTheDay फूल तो बहुत थे गुलशन में मेरे
पर तरसता था, तब भी साथ को तेरे |

ख़ुश्बू ने तेरी जीने का सहारा कर दिया
तड़प ने तेरी प्यार का मारा कर दिया|

तेरी गुलाबी आँखों में देखा जो एक दफ़ा
नज़र ने तेरी मुझको परवाना कर दिया|

किस्मत में मेरे लिखें थे काँटे जो बेपनाह
पर चाह ने तेरी मुझे दीवाना कर दिया|

मर्ज -ऐ - मोहब्बत कि दवा मिल ना पाई
हिज्र ने तेरे मुझे अफ़साना कर दिया ||

©Musafir #Messageoftheday
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