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deepakjain7951
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deepak jain

मैं दीपक हु मेरी फितरत है उजाला करना। और वो समझते है मैं मजबूर हु जलने के लिए।।

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deepak jain

Shree Ram प्यार बांटा तो रामायण लिखी गई और सम्पत्ति बांटी तो महाभारत । कल भी यही सत्य था आज भी यही सत्य है।

©deepak jain
  #shreeram
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deepak jain

ram lalla प्यार बांटा तो रामायण लिखी गई और सम्पत्ति बांटी तो महाभारत । कल भी यही सत्य था आज भी यही सत्य है।

©deepak jain
  #ramlalla
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deepak jain

गर्लफ्रेंड ऐसी बनाओ जो हमारे दिल की बात वैसे समझे
जैसे मेडिकल स्टोर वाला डाॅक्टर की राइटिंग समझता है।😊🥰✍

©deepak jain #tumaurmain
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deepak jain

जिंदगी हर किसी को अपना बुरा वक्त बदलने के लिए,
दूसरा मौका देती है,
उसे हम कल कहते हैं l

©deepak jain #PhisaltaSamay
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deepak jain

मित्रता दो शरीरों में रहने वाली एक आत्मा है.

©deepak jain
  #nightsky
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deepak jain

'ज़ोर-ज़बरदस्ती से जंगल के शेर को वश में किया जा सकता है, परन्तु ज़बरदस्ती एक छोटा-सा फूल भी विकसित नहीं किया जा सकता।

©deepak jain
  #lily
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deepak jain

आदमी को खुद की नजरों में सही होना चाहिए,
वरना 'दुनिया तो भगवान से भी दुःखी है 💯

©deepak jain #God
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deepak jain

*कितने* लोग *आपको* जानते हैं ,
यह *मायने* नहीं रखता।
*किस* वजह से *आपको* जानते हैं ,
यह *मायने* रखता है। 
🙏🙏शुभ प्रभात🙏🙏

©deepak jain
  #gandhijayanti
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deepak jain

*कितने* लोग *आपको
* जानते हैं ,
यह *मायने* नहीं रखता।
*किस* वजह से *आपको* जानते हैं ,
यह *मायने* रखता है। 
🙏🙏शुभ प्रभात🙏🙏

©deepak jain
  #God
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deepak jain

#आखिर क्यों????

आखिर क्यों बरसों साथ रहकर भी
हम एक दूसरे को समझ नहीं पाते
कहीं क्यों और दिल के रिश्ते निभाते
क्यों खोजते है सुकून गैरों में
क्यों अपनो के लिए नही झुक पाते

खुद की अकड़ खुद का इगो
क्या इतना हावी हो जाता 
बस मैं ही हूं सही का अलार्म
दिन भर बस  बजे ही जाता 

एक खूबसूरत सा रिश्ता जुड़ा था
रूह से रूह का मिलन था
तो क्यों कुछ लड़ कर,झगड़कर
 कुछ खामोशी से बिता देते है
दर्द खुद भी लेते है ,उसे भी दर्द पहुंचते हैं

गर कुछ झुक गए होते
बैठ कर बात किए होते
सिर्फ जिस्म से ही नहीं
 दिल से रिश्ते बने होते
तो इन सोशल साइट पर
फ्रेंड रिक्वेस्ट के अंबार ना लगे होते
       नूतन  की  कलम  से......

©deepak jain
  #Women
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